होली गीत संगीत गाकर चुनाव जीत का मनाया जश्न..
रुद्रप्रयाग। अगस्त्यमुनि के गणपति पैलेस में महिला मोर्चा द्वारा होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर महिला मोर्चा अध्यक्ष कुंवरी बर्तवाल के नेतृत्व में सभी महिलाओं ने होली गीत-संगीत गाकर चुनाव जीत का जश्न भी मनाया। भाजपा जिला महामंत्री अनूप सेमवाल, महिला मोर्चा महामंत्री सुमन जमलोकी, मंजू रावत, नगर पंचायत अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल, मीडिया प्रभारी सरला भट्ट, कापरेटिव अध्यक्ष दीपा नेगी, रजनी शर्मा, ऐश्वर्या रावत, आरती रावत, बीना राणा, गुलाबी देवी, पार्वती देवी, सुनीता सेमवाल, अनिता सेमवाल, शकुंतला बर्तवाल, शालनी गोस्वामी, पार्वती गोस्वामी, पुष्पा रावत, विमला देवी, पवित्रा देवी, ममता नेगी, रेखा पटवाल, सरला भट्ट, सुमित्रा गुंसाई एवं दोनों विधानसभा की सभी महिला कार्यकर्ता मौजूद थी।
क्या अनिल बलूनी होंगे उत्तराखंड के नए सीएम..
उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा की जीत के बाद उत्तराखंड में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर क्यास लगने शुरू हो गए हैं। युवा चेहरा के साथ ही अनुभवी चेहरे को उत्तराखंड का अगला सीएम बनाने को लेकर पार्टी हाईकमान में मंथन का दौर भी शुरू हो गया है।
आपको बता दे कि चर्चाओं के बीच अनिल बलूनी का नाम भी सीएम की रेस में आगे हैं । हालांकि सीएम पद के दावेदार कई हैं लेकिन निल बलूनी उत्तराखंड के लिए सरप्राइजिंग पैकेज हो सकते हैं। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हैं। आपको बता दे कि अनिल बलूनी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले से ताल्लुक रखते हैं।
अनिल बलूनी ने भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री, निशंक सरकार में वन्यजीव बोर्ड में उपाध्यक्ष, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और फिर राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी तक का सफर तय किया है। एक समय अनिल बलूनी पत्रकार हुआ करते थे और आज वह पीएम मोदी और अमित शाह के करीबियों में गिने जाते हैं. पार्टी में उनकी अच्छी पकड़ है। अमित शाह के 2014 में अध्यक्ष बनने के बाद अनिल बलूनी को पार्टी प्रवक्ता और मीडिया प्रकोष्ठ का प्रमुख बनाया गया। एक तरह से वो अमित शाह के भी सबसे भरोसेमंद लोगों में शामिल हैं। कहा जाता है कि अनिल उत्तराखंड के लोगों की नब्ज टटोलने में भी माहिर हैं। ऐसे में कोई शक नहीं कि बीजेपी आलाकमान उत्तराखंड के सीएम के तौर पर अनिल बलूनी का नाम आगे लाएगी ।
उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग के 1500 से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती..
उत्तराखंड: प्रदेश में 1500 खाली पदों पर भर्ती की तैयारी है। आयुर्वेद विभाग, मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग में खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन पदों पर जल्द ही भर्ती के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। आपको बता दे कि आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों के 256 पदों को भरने के लिए विज्ञप्ति जारी हो चुकी है। बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर 16 मार्च से इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिया जाएगा। जिसकी आखिरी तारीक 5 अप्रैल तय की गई है। एएनएम के पदों पर भी भर्ती की जाएगी। विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने आयुर्वेद विभाग के 256 पदों को भरने का प्रोसेस शुरू किया था।
इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपने सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 393 रिक्त पदों और स्वास्थ्य विभाग ने 824 एएनएम के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव निकाला था। लेकिन इस बीच प्रदेश में आचार संहिता लग गई थी और विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई। जिसके चलते भर्ती प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई। अब प्रदेश में आचार संहिता खत्म हो गई है, जिसके बाद इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया तेज कर दी गई है। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के चेयरमैन डॉ. डीएस रावत का कहना हैं कि हेल्थ सेक्टर में खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में शिप्रा नदी में गिरा ट्रक, 1 की मौत..
उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे। आये दिन में सड़क हादसे भयावह तरीके से बढ़ रहे हैं। दिन ब दिन सड़क दुर्घटनाओं की संख्याओं में बेहताशा वृद्धि हो रही हैं। आज सड़क पर चलना या वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया हैं। आये दिन किसी न किसी बड़े हादसे की खबर सामने आ रही है। एक बड़ा हादसा गरमपानी-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में पाडली में भी हुआ है। ट्रक चालक हरिद्वार से सामान छोड़कर अल्मोड़ा जा रहा था। जहां नैनीताल के गरमपानी-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग के पाडली के पास बीते देर रात ट्रक अनियंत्रित होकर शिप्रा नदी में गिर गया। ट्रक के खाई में गिरने की आवाज सुन आसपास के लोगों ने घटना की सूचना खैरना चौकी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही खैरना चौकी इंचार्ज गुलाब सिंह कम्बोज, प्रयाग जोशी, राजेन्द्र गोस्वामी मौके पर पहुंचे। टीम ने रेस्क्यू कर घायल ट्रक चालक को बाहर निकाला और 108 की मदद से अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने चालाक को मृत घोषित कर दिया। मृतक चालक का नाम तनवीर सैनी कनखल हरिद्वार बताया जा रहा है। पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दे दी है। ट्रक चालक हरिद्वार से सामान छोड़कर अल्मोड़ा जा रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं।
व्यापारिक प्रतिष्ठानों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग पूर्णतया प्रतिबंधित..
पांच सौ व्यवसायिक गैस कनेक्शन पंजीकृत, माह में भर रहे सिर्फ पचास के करीब सिलेंडर..
रुद्रप्रयाग। ऊखीमठ गैस एजेंसी ने विकासखण्ड के अन्तर्गत सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग पूर्णतया प्रतिबन्धित कर दिया है तथा सभी होटल, लाॅज स्वामियों को व्यवसायिक गैस सिलेंडर प्रयोग करने की सलाह दी है। एजेन्सी ने सभी होटल व लाॅज स्वामियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि यदि निरीक्षण के दौरान किसी होटल या लाॅज में व्यवसायिक गैस सिलेंडर के बजाय घरेलू गैस सिलेंडर का प्रयोग करते हुए पाये गये तो होटल व लाॅज स्वामी स्वयं जिम्मेदार होगा।
ऊखीमठ गैस एजेन्सी प्रबन्धक यशवन्त गुसाई ने बताया कि एजेन्सी में पांच सौ व्यवसायिक गैस कनेक्शन पंजीकृत हैं, जबकि माह में 50 से 55 व्यवसायिक गैस सिलेंडर ही भरते हैं। इससे साफ जाहिर हो गया है कि अधिकांश होटल लाॅजो में व्यवसायिक गैस सिलेंडरों के बजाय घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग किया जाता है।
उन्होंने बताया कि विकासखण्ड ऊखीमठ का केदारघाटी से लेकर तुंगनाथ घाटी का अधिकांश भू-भाग यात्रा मार्ग से जुड़ा हुआ है तथा यात्रा मार्गो के जुड़े सौड़ी से लेकर गौरीकुण्ड, गुप्तकाशी से चैमासी, कुण्ड से रांसी, ऊखीमठ से चोपता यात्रा मार्गो पर वर्ष भर होटल लाॅजो का संचालन होता रहता है। फिर भी ऊखीमठ गैस एजेंसी से प्रति माह 50 से 55 व्यवसायिक गैस सिलेंडरों का भरा जाना चिन्तनीय है। उन्होंने बताया कि होटल, लाॅजों में घरेलू गैस सिलेंडरों के उपयोग की शिकायतें लम्बे समय से मिल रही थी तथा शिकायत मिलने पर ऊखीमठ गैस एजेंसी द्वारा कई बार होटल, लाॅज स्वामियों से कई बार व्यवसायिक गैस सिलेंडर उपयोग करने की गुहार लगाई गयी है, मगर फिर भी होटल एवं लाॅजो में व्यवसायिक गैस सिलेंडरों के बजाय घरेलू गैस का उपयोग निरन्तर हो रहा है।
उन्होंने बताया कि होटल लाॅजों में व्यवसायिक गैस सिलेंडरों के उपयोग के बजाय घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग होने पर कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में मानकों के आधार पर गैस वितरण करने की समस्या बन जाती है, जिसका खामियाजा स्वयं ऊखीमठ गैस एजेन्सी को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने सभी होटल एवं लाॅज स्वामियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि यदि निरीक्षण में किसी भी होटल या लाॅज में व्यवसायिक गैस सिलेंडर के बजाय घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग करते हुए पाया पाया तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी होटल एवं लाॅज स्वामी की होगी।
ट्रैक्टर ट्रॉली से टकराई कार, हादसे में पिता और बेटे की गई जान..
उत्तराखंड: हरिद्वार में एक बार फिर तेज रफ़्तार ने अपना कहर बरपाया हैं। यहां हरिद्वार में स्कॉर्पियो के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सामने आयी हैं जिसमे पिता बेटे की मौत हो गयी हैं। बताया जा रहा हैं कि राजस्थान से गंगा स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की कार एक हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में पिता और बेटे की जान चली गई। एक महिला सहित पांच अन्य के घायल होने की भी सूचना है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बड़ेडी राजपूताना में दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर स्कॉर्पियो के दुर्घटनाग्रस्त हुई जिसमें स्कॉर्पियो में सवार पिता और बेटे की मौत हो गई। जबकि कार में सवार पांच अन्य घायल हो गए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जबकि पांच घायलों को उपचार के लिए भूमानंद अस्पताल में भर्ती कराया। थानाध्यक्ष बहादराबाद रणवीर सिंह चौहानका कहना हैं कि सुबह ड्राइवर को नींद की झपकी आ गई। जिसके चलते कार आगे चल रही सीटों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली में घुस गई। इसमें 30 वर्षीय स्वरूप व उसके तीन वर्षीय बेटे कृष्णा की मौत हो गई। स्वरूप परिचालक सीट पर अपने बेटे को गोद में लेकर बैठा हुआ था।
उत्तराखंड में भाजपा अभी नहीं बना पाएगी सरकार..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजभवन में शुक्रवार को राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया हैं। अब उत्तराखंड में बहुमत हासिल करने के बाद सबकी निगाहें नई सरकार के गठन पर लग गई हैं। लेकिन भाजपा के हलकों में यह चर्चा है कि नई सरकार के गठन में कुछ देरी हो सकती है। इसका कारण होलाष्टक माना जा रहा है। आपको बता दे कि 10 मार्च से होलाष्टक लगा है जो अगले आठ दिन होली तक रहेगा। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं ने भी ऐसे आसार जताए हैं कि होलाष्टक के कारण सरकार के गठन में देरी हो सकती है। बता दें कि माना जाता है कि होलाष्टक के दौरान कोई शुभ या मंगल कार्य नहीं होता।
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार से भाजपा उत्तराखंड में सीएम पद पर नाम को लेकर उलझन में है। इस बीच पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेता जल्द होने वाली विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम पर विधायकों की राय से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराएंगे। हालांकि विधायक दल की बैठक कब होगी, इसकी तारीख तय नहीं की गई है।
उत्तराखंड में भाजपा ने लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने का कीर्तिमान बनाया है। हालांकि चुनाव से चंद महीने पहले मुख्यमंत्री बनाए गए धामी खटीमा से चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर पशोपेश में है। पार्टी में नए सीएम के नामों पर कयासबाजी का दौर भी जारी है। अलग-अलग गुट इस पद के लिए अपने नेता की दावेदारी कर रहे हैं। दो विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट से इस्तीफा का प्रस्ताव दिया है। हालांकि पार्टी नेतृत्व धामी पर दांव लगाएगा या नया चेहरा पेश करेगा, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
बलूनी, निशंक, अजय व सतपाल महाराज के नाम चर्चा में..
प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने धामी के हाथ में सरकार की कमान देने की घोषणा की थी। पीएम राज्य में नया और युवा नेतृत्व को उभारना चाहते हैं। इसलिए पांच साल के कार्यकाल में राज्य को धामी के रूप में तीसरा मुख्यमंत्री मिला। हालांकि धामी की हार ने पार्टी का समीकरण बिगाड़ दिया है। नए दावेदारों में पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट का नाम लिया जा रहा है। सतपाल महाराज के नाम की भी चर्चा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व की पसंद युवा नेता ही होगी।
नतीजे के बाद नहीं हुई है विस्तृत चर्चा..
बता दे कि बृहस्पतिवार को नतीजे आने के बाद अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन को लेकर कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई है। महज उत्तराखंड के लिए गोयल और प्रधान को पर्यवेक्षक बनाने का फैसला किया गया है। नतीजे के दूसरे दिन पीएम और गृहमंत्री शाह दोनों गुजरात में हैं। ऐसे में इनके वहां से लौटने के बाद संभवत: रविवार को अलग-अलग राज्यों में सरकार के गठन और शपथ की तारीख पर चर्चा होगी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा..
उत्तराखंड: देहरादून से एक बड़ी खबर सामने आ रही है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से भेंट कर मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र सौंपा। पुष्कर सिंह धामी का इस्तीफ़ा स्वीकार करते हुए राज्यपाल ने उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति होने एवं पदभार ग्रहण करने की अवधि तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।
पिछले साल जुलाई में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी ने धामी को राज्य की कमान सौंपी थी। इसके बाद धामी ने राजनीतिक कौशल का परिचय देकर पार्टी हाईकमान का ध्यान खींचने में सफलता पाई थी। यही वजह है कि पार्टी ने साफ कर दिया था कि विधानसभा चुनाव में धामी ही उसका चेहरा होंगे। पुष्कर सिंह धामी ही मेहनत का ही नतीजा रहा कि बीजेपी स्पष्ट बहुमत से सत्ता में आ गई, लेकिन वो अपना दुर्ग नहीं बचा पाए। धामी के चुनाव हारने के बाद कई विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है। चंपावत से चुनाव जीतने वाले बीजेपी विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि अगर धामी दोबारा चुनाव लड़ने को तैयार हैं, तो वो उनके लिए सीट छोड़ सकते हैं। बहरहाल मुख्यमंत्री पद को लेकर कई दावेदार मैदान में है, हालांकि अभी इसे लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
केदारनाथ यात्रा में 8 साल बाद श्रद्धालुओं को नजर आएगी ये खास बात..
उत्तराखंड: हिंदुओं का सबसे बड़ा आस्था का केंद्र केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख तय हो गई हैं। केदारनाथ मंदिर के कपाट छह मई को खुलेंगे। श्रद्धालुओं के लिए 6 मई 2022 को सुबह 6 बजकर 25 मिनट अमृत बेला पर मंदिर के कपाट खुलेंगे। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख तय होने के साथ ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 की तैयारियां भी प्रारंभ हो गयी। उम्मीद की जा रही है कि इस बार चारधाम यात्रा-2022 में रिकॉर्ड तोड़ यात्री उत्तराखंड पहुंचेंगे। चुनाव खत्म होने के बाद प्रशासन और अन्य संस्थाएं चारधाम यात्रा की तैयारियों को बेहतर बनाने में जुट जाएंगी। चुनाव परिणाम जारी हो चुका है, अब शासन-प्रशासन का पूरा फोकस चारधाम यात्रा पर रहेगा।
केदारनाथ धाम में भी रिकॉर्ड यात्रियों के पहुंचने की संभावनाएं हैं। केदारनाथ धाम आने वाले यात्री आठ साल बाद फिर से आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि के दर्शन भी कर सकेंगे। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समाधि का पहले ही लोकापर्ण किया जा चुका है। यह पहला मौका होगा जब यात्री बाबा केदार के दर्शन के साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि के दर्शन भी पहले दिन से कर सकेंगे
इस संभावना यहां भी जताई जा रही है कि 2019 में आए 9,98956 यात्रियों से कई अधिक यात्री केदारनाथ धाम आ सकते हैं। जीएमवीएन और निजी होटल स्वामियों के पास एडवांस बुकिंगें आने लगी हैं। इस बार 60 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है। जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना हैं कि केदारनाथ धाम में पूर्व सालों में 5 हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था बहाल रहती थी, इसे हर हाल में बढ़ाने के प्रयास होंगे। चुनाव आचार संहित खत्म होते ही सीधे केदारनाथ यात्रा पर पूरा फोकस किया जाएगा। बीकेटीसी के सीईओ बीडी सिंह का कहना हैं कि मंदिर के अंदर यात्री व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए जाएंगे, ताकि यात्रियों को समय पर दर्शन करवाए जा सकें। इस सीजन में रिकॉर्ड यात्रियों के आने की संभावना है।
एक लाख वोटों से जीते योगी, संगीत सोम को मिली मात..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के चुनाव के लिए मतगणना जारी है। रुझानों में UP में 273 सीटों पर भाजपा ने बढ़त बना ली है। जबकि सपा 123 सीटों पर ही सिमटी दिखाई दे रही है। कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज सीट से भाजपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। देवबंद सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह जीत गए हैं, वहीं जनसत्ता दल के खाते में प्रतापगढ़ का पहला नतीजा आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1,02,399 मतों के अंतर से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, मेरठ की सरधना सीट से भारतीय जनता पार्टी के संगीत सोम हार गए हैं। उन्हें सपा के अतुल प्रधान ने हराया। भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम नहीं लगा सके जीत की हैट्रिक। सरधना में पहली बार साइकिल दौड़ी। सरधना विधानसभा सीट से सपा रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान ने भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हरा दिया है। संगीत सोम इससे पहले दो बार यहां से चुनाव जीते थे, जबकि अतुल प्रधान दो बार चुनाव हारे थे। सरधना सीट पर ऐसा पहली बार हुआ है जब सपा का कोई प्रत्याशी जीता है। हार जीत का अंतर करीब 18000 वोटों का है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है। जब चार राउंड की मतगणना होनी बाकी थी, उससे पहले ही संगीत सोम मोदीपुरम में कृषि विश्वविद्यालय स्थित मतगणना स्थल से चले गए थे।