चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद 22 महीनों से चल रही धरना स्थगित हो गयी है।शनिवार को देवस्थानम बोर्ड और चार धाम यात्रा को लेकर चारों धामों की पुरोहितों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड के विरोध में चल रहा धरना स्थगित कर दिया। आपको बात दे कि तीर्थ पुरोहितों ने आगामी 30 अक्टूबर तक धरने को स्थगित किया है। बता दें कि विगत 22 महीने से देवस्थानम बोर्ड को लेकर बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में धरना जारी था।
चारधाम देश-दुनिया के लिए आस्था के प्रमुख केंद्र..
मुख्यमंत्री का कहना है कि उत्तराखंड के चारधाम देश-दुनिया के लिए आस्था के प्रमुख केंद्र हैं। सरकार का काम मंदिरों में अवस्थापना विकास को सुदृढ़ बनाना है। चारधाम यात्रा जल्द शुरू हो इसके लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
चारधाम से जुड़े लोगों के हक-हकूक को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। देवस्थानम बोर्ड के तहत बनाई गई उच्च स्तरीय समिति द्वारा चारधाम से जुड़े तीर्थ पुरोहित की बात सुनकर सरकार के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कमेटी में चारों धामों से दो-दो तीर्थ पुरोहितों को भी शामिल किया जाएगा। कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार को निर्णय लेना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यहित में जो होगा, वह कार्य किया जायेगा।
बैठक के बाद गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं चारधाम महापंचायत समिति के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमें आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो हाई पावर कमेटी बनाई गई है, उसमें समिति की ओर से आठ लोगों को मेंबर बनाया जाएगा। जो रिपोर्ट होगी, उसके आधार पर आगे उचित समाधान निकाला जाएगा। चारधाम महापंचायत समिति द्वारा मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया गया है कि हमारा जो भी धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन है, हम इसे स्थगित करते हैं। 30 अक्टूबर 2021 तक हमें इसे स्थगित रखेंगे।