उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर विवाद के निपटारे के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा के दिग्गज नेता मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति के गठन की घोषणा की है।
रविवार को राजधानी दून में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर समय-समय पर चिंता व्यक्त की गयी है। हमारी सरकार तीर्थपुरोहितों के अधिकारों तथा जनभावनाओं का हमेशा ध्यान रखेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वरिष्ठ नेता मनोहरकांत ध्यानी से इस विषय पर आग्रह किया गया है कि वे देवस्थानम बोर्ड के बारे में सभी वर्गों से राय लेकर एक रिर्पोट प्रस्तुत करें, ताकि देवस्थानम बोर्ड के सम्बन्ध में जन भावनाओं के अनुरूप एक सुविचारित निर्णय लिया जा सके।
उल्लेखनीय है कि चारधाम देवस्थानम बोर्ड के गठन के बाद से ही बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री आदि मंदिरों के तीर्थ-पुरोहितों समेत स्थानीय हक-हकूकधारियों द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के कुछ ही दिन बाद पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड पर सभी पक्षों की राय जानने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी की घोषणा की थी।
रविवार को मुख्यमंत्री धामी ने उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष के रूप में भाजपा के दिग्गज नेता मनोहरकांत ध्यानी को यह जिम्मेदारी सौपने की घोषणा की। ध्यानी स्वयं बद्रीनाथ के तीर्थ-पुरोहित समाज से हैं। वे उत्तराखंड राज्य गठन से पहले अविभाजित उत्तर प्रदेश के दौर में श्री बद्रीनाथ- श्री केदारनाथ मंदिर समिति ( अब उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ) के अध्यक्ष रह चुके हैं। ध्यानी भाजपा राज्यसभा के सदस्य रहने के अलावा उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
काफी समय से सक्रिय राजनीति से दूर रह रहे ध्यानी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इसी दौरान मुख्यमंत्री ने ध्यानी से यह जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया।