नहीं रही गीता उनियाल,अपने अभिनय से लोगों के दिलों पर किया राज..
300 से अधिक म्यूजिक एल्बम में किया था काम..
उत्तराखंड: देवभूमि की जानी मानी अभिनेत्री गीता उनियाल अब इस दुनिया में नहीं रही। लंबे समय तक पहाड़ी फिल्मों में अभिनय करने वाली अभिनेत्री गीता उनियाल का कैंसर के चलते निधन हो गया। पिछले कई सालों से गीता उनियाल कैंसर से जूझ रही थी। मंगलवार को अभिनेत्री ने अपने घर पर अंतिम सांस ली। गीता उनियाल का निधन उत्तराखंड की संस्कृति के लिए बड़ी क्षति है। उत्तराखंड की अभिनेत्री गीता उनियाल को शायद ही कोई नहीं जानता होगा। अपने अभिनय से वो दर्शकों का दिल जीत लेती था। प्रदेश में ही जन्मी सुपरस्टार गीता को अभिनय का शौक बचपन से ही था। साल 2004 से उन्होंने उत्तराखंड एल्बम में काम करने की शुरुआत की। जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
साल 2011 में उन्होंने विकास उनियाल से शादी की। उनका एक बेटा भी है। जिसका नाम रुद्राश है। शादी के बाद भी उन्होंने अपना करियर जारी रखा। अभिनेत्री 300 से ज्यादा गढ़वाली म्यूजिक एल्बम में काम कर चुकी है। लेकिन उनका ये सफर आसान नहीं था। अपनी मेहनत और लग्न से उन्होंने प्रदेश में नाम कमाया। म्यूजिक एल्बम के साथ ही उन्होंने कई फिल्मों में अभी अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता। अभिनेत्री ने भगत और घंडियाल, फ्योंली जवान ह्वेगे, ब्यो, संजोग अभी जग्वाल कैरा, पीड़ा आदि फिल्मों में काम किया। फिल्म ‘भुली-ए-भुली’ में अपने अभिनय से उन्होंने सुर्खियां बटोरी। साथ ही वो हिंदी फिल्म ‘द हैवोक’ में भी काम कर चुकी है। उन्होंने करीब 15 उत्तराखंडी फीचर फिल्मों में काम किया है। हाल ही में वो फिल्म जय मां धारी देवी में नज़र आई थी।
कलामंच में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिला सम्मान..
गीता की हर एल्बम सुपरहिट साबित होती थी। जिसमें सकला, नोनी भावना, खुद, छकना बांद, स्याली रौशनी, शुभागा, सुनीता स्याली, बिजुमा प्यारी, बबिता, बिंदुली, त्यारा सों, जुन्याली रात, आंख्यों की तीस, आदि एल्बम शामिल हैं। गीता को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई अवार्ड से नवाजा गया। साल 2009 में उन्हें बेस्ट एल्बम एक्ट्रेस के हिलीहुड सम्मान दिया गया। तो वहीं फिल्म पीड़ा के लिए साल 2010 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवार्ड मिला। इसके साथ ही उन्हें ‘युफा अवार्ड 2017’ बेस्ट एक्ट्रेस से भी नवाजा गया।