ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर आ गिरा पहाड़, बाल-बाल बची स्कूटी सवार की जान, देखिए वीडियो..
उत्तराखंड: प्रदेश में बरस रही आफत की बारिश से हर जगह तबाही का मंजर सामने आ रहा है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन के चलते सड़कें बंद हैं, तो वहीं मैदानों में लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है। जगह-जगह पहाड़ दरक कर सड़कों पर गिर रहे हैं, जिससे हादसे का डर बना हुआ है। एक ऐसी ही एक तस्वीर टिहरी गढ़वाल से आई, जहां नागनी में पहाड़ टूटकर सड़क पर आ गिरा।
हादसे के वक्त दो स्कूटी सवार युवक वहां से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने सामने खड़े लोगों की चीख सुनी, जिसके बाद युवकों ने तुरंत स्कूटी दौड़ा दी। समय पर लिए गए एक फैसले ने इन दोनों युवकों की जान बचा ली, लेकिन वो अब तक सदमे में हैं। घटना टिहरी के नागनी की बताई जा रही है, जिसका वीडियो देखकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे।
वीडियो में दो युवक मौत के मुंह से भागते हुए नजर आ रहे हैं। पहाड़ के दूसरे इलाकों की तरह टिहरी गढ़वाल में भी बारिश के चलते एनएच-94 ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे पर नागनी के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है। सोमवार दोपहर यहां बड़े-बड़े बोल्डर तेजी से सड़क पर गिरने लगे। इसी दौरान पहाड़ के पास से दो स्कूटी सवार युवक निकल रहे थे।
शुक्र रहा कि स्कूटी सवार युवकों ने सामने खड़े लोगों की चीख सुनकर तुरंत स्कूटी की स्पीड बढ़ा ली और जल्दी से वो वहां से निकल गए, जिससे उनकी जान बच गई। लोगों के देखते ही देखते पलभर में पूरा पहाड़ दरक कर सड़क पर आ गिरा। पहाड़ के सड़क पर गिरते ही हाईवे बंद हो गया, जिससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। फिलहाल प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। मार्ग खोलने की कार्रवाई की जा रही है।
उत्तराखंड को बनाएंगे नंबर वन राज्य- मुख्यमंत्री धामी..
उत्तराखंड: अल्मोड़ा के रैमजे मैदान से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से एक वादा किया हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को दस वर्षों में देश का पहला अग्रणी राज्य बनाएंगे। इसके साथ ही उनका कहना हैं कि केंद्र की मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल में देश का अभूतपूर्व विकास हुआ है।
भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार विकास के एजेंडे पर कार्य कर रही है। 60 दिन में उनकी सरकार ने 150 फैसले लिए हैं। सभी घोषणाएं धरातल पर उतारेंगे। मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित कलक्ट्रेट भवन का लोकार्पण करने सहित 299 करोड़ लागत की 102 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
जन आशीर्वाद रैली के रैमजे इंटर कॉलेज पहुंचने पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी। उन्होंने मछोड़ उप तहसील को तहसील का दर्जा देने, अल्मोड़ा में एक बड़ा पार्किंग स्थल बनाने, अल्मोड़ा को रेल लाइन से जोड़ने का प्रयास करने, जागेश्वर श्रावणी मेले, पूर्व पर्वतीय विकास मंत्री रहे सोबन सिंह जीना के चार अगस्त को पैतृक गांव में होने वाले समारोह, द्वाराहाट के स्याल्दे बिखौती मेले और चनौदा शहीद दिवस समारोह को राज्य मेले का दर्जा देने समेत दर्जनों घोषणाएं कीं।
मुख्यमंत्री का कहना हैं कि प्रदेश में 22 से 24 हजार पदों पर नियुक्त प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पदों को जल्द भरा जाएगा। कोरोना काल के चलते सरकारी सेवा में अधिकतम आयु पार करने वालों के लिए एक साल बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के ऐसे युवा जो संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में प्री परीक्षा पास करते है उन्हें तैयारी के लिए 50 हजार रुपये की सहायता देगी। कोरोना के कारण आर्थिक नुकसान झेल रहे पर्यटन व्यवसाय और अन्य व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए 200 करोड़ की धनराशि बतौर राहत पैकेज के रूप में जारी की गयी है।
आजीविका क्षेत्र से जुड़े स्वयं सहायता समूहों, महिला मंगल दलों समेत कलस्टर के आधार पर आजीविका चलाने वालों के लिए 119 करोड़ का राहत पैकेज दिया गया है। कोविड से अपने माता-पिता खोने वाले बच्चों के भरण-पोषण वात्सल्य योजना के तहत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेलों में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए खेल नीति बनाई गई है।
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट का कहना हैं कि भाजपा के पक्ष में जनसैलाब उमड़ रहा है। भाजपा दोबारा 2022 में पुन: प्रदेश की सत्ता में काबिज होगी। राष्ट्रीय नेतृत्व ने सोच समझकर युवा नेता धामी को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। रैमजे इंटर कॉलेज में हुई जनसभा में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनियां के नंबर एक नेता बन गए हैं। मोदी के शासनकाल में पूरा देश सुरक्षित है। सरकार जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। भाजपा सरकार ईमानदारी, त्याग, समर्पण से काम करना संकल्प है।
वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देश में 55 से 60 साल एक पार्टी विशेषकर एक परिवार का शासन रहा है। इस पार्टी ने समझौते, तुष्टीकरण को बढ़ावा दिया। इस परिवार ने निजी, पार्टी और निजी लाभ के लिए कई समझौते किए। जिसका देश को कोई लाभ नहीं मिला।
उत्तराखंड में 14 सितंबर तक बढ़ा कोविड कर्फ्यू..
उत्तराखंड: प्रदेश सरकार ने कोरोना कर्फ्यू 14 सितंबर तक बढ़ा दिया है। सोमवार को इस बाबत नई एसओपी जारी कर दी गई है। जिसमें कोई बदलाव नहीं किया है। सभी नियम और शर्तें पहले जैसी ही रखी गईं हैं। मुख्य सचिव एवं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सुखबीर सिंह संधू ने कोविड कर्फ्यू के संबंध में सोमवार को आदेश जारी कर दिया है।
ये बंदिशें हैं बरकरार..
1- कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लेने के 15 दिन की रिपोर्ट पर राज्य में प्रवेश।
2- कोविड वैक्सीन की डबल डोज न लेने वालों के लिए 72 घंटे की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट जरूरी।
3- विवाह समारोह में 50 लोगों के शामिल होने की शर्त लागू।
4- शवयात्रा में भी 50 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे।
5- दूसरे राज्यों से अपने पैतृक गांव लौटने वाले प्रवासियों के लिए ग्राम प्रधान की निगरानी में आवश्यकतानुसार सात दिन क्वारंटीन सेंटर में एकांतवास में रहेंगे।
6- सैलून और स्पा 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुले
प्रदेश में सभी स्पा और सैलून खोलने की अनुमति है। सभी स्पा व सैलून 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुले हैं। इससे पहले जिम, शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल व स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर, ऑडिटोरियम व इनसे संबंधित सभी गतिविधियां 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति है।सरकार ने होटलों में स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल, स्पा व जिम को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी है।
प्रदेश में 18 वर्ष से ऊपर के प्रशिक्षुओं के लिए सरकारी और गैरसरकारी प्रशिक्षण संस्थान कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ खोलने की अनुमति है।प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा। बाजार सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक खुलेंगे। नगरीय क्षेत्रों में स्थित होटल रेस्तरां, भोजनालय व ढाबे रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक बंद रहेंगे।
देहरादून के महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश शुरू..
उत्तराखंड: देहरादून शहर के विभिन्न महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में आज से प्रवेश शुरू हो गए हैं। वहीं, कुछ महाविद्यालयों में आवेदन फार्म की जांच का कार्य चल रहा है। एमकेपी पीजी कॉलेज में स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए पहली मेरिट सूची जारी हो चुकी है। जिन छात्राओं को पहली मेरिट सूची में नाम आया है उन्हें सोमवार से 11 सितंबर तक जरूरी प्रमाणपत्र और शुल्क जमाकर प्रवेश लेना है।
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रेखा खरे का कहना हैं कि जिन श्रेणी में प्रवेश पूरे नहीं होंगे, उसके बाद दूसरी मेरिट सूची जारी कर दी जाएगी। वहीं, श्री गुरु राम राय (एसजीआरआर) पीजी कॉलेज मेें स्नातक प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए मेरिट लिस्ट जारी कर दी जाएगी। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बीए बौड़ाई ने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के निर्देशानुसार प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सोमवार को पहली मेरिट लिस्ट जारी होगी। जबकि डीएवी और डीबीएस पीजी कॉलेज में आवेदन पत्रों की जांच का कार्य चल रहा है। उधर, दून विश्वविद्यालय में भी स्नातक (बीए, बीएससी) प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश के लिए गत शनिवार को पहली मेरिट सूची जारी की जा चुुकी है।
कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल का कहना हैं कि मेरिट सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.doonuniversity.ac.in पर भी अपलोड की गई है। छात्र-छात्राएं इस पर अपना नाम देखकर सोमवार से 11 सितंबर तक विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकते हैं। जो छात्र-छात्राएं निर्धारित अवधि पर प्रवेश नहीं लेंगे, उनकी जगह दूसरी मेरिट सूची जारी कर दी जाएगी।
चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर हक-हकूकधारियों ने किया बद्रीनाथ कूच..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर उत्तराखंड के चारों धाम में का आंदोलन जारी है। इसी क्रम में आज सोमवार को हक-हकूकधारियों ने बद्रीनाथ धाम कूच किया। जिसे देखते हुए बद्रीनाथ पुल के समीप पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाई है। इस दौरान बद्रीनाथ धाम कूच कर रहे हक-हकूकधारियों को पुलिस ने बद्रीनाथ पुल पर रोक दिया। यहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई।
बैरिकेडिंग होने के कारण आगे नहीं बढ़ पाए हक-हकूकधारी..
हक-हकूकधारी हाथ में बद्रीनाथ धाम के प्रसाद के साथ साकेत तिराहे से बद्रीनाथ धाम के लिए निकले, लेकिन पुल पर पुलिस की बैरिकेडिंग होने के कारण वे आगे नहीं बढ़ पाए। प्रसाद की थाली के साथ अभी भी आंदोलनकारी वहीं जमे हुए हैं। स्थानीय लोगों ने एलान किया कि जब तक यात्रा का संचालन शुरू नहीं किया जाता आंदोलन जारी रखा जाएगा। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। चारधाम यात्रा का संचालन न होने से यात्रा पड़ावों से लेकर धामों तक लोगों की आजीविका ठप पड़ गई है। सभी पर्यटन स्थल खोल दिए गए हैं, लेकिन चारधाम यात्रा का संचालन रोका गया हैं।
चारधाम यात्रा को लेकर आज बद्रीनाथ धाम कूच करेंगे हक-हकूकधारी..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर तीर्थपुरोहितों का आंदोलन जारी है। इसी क्रम में आज सोमवार को हक-हकूकधारी बद्रीनाथ धाम कूच करेंगे। वहीं देवस्थानम बोर्ड के विरोध में 13 सितंबर को जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में भी प्रदर्शन किया जाएगा। रोजाना की तरह सोमवार को भी बद्रीनाथ के साकेत तिराहे पर क्रमिक धरना स्थल पर हक-हकूकधारियों की सभा हुई।
इस दौरान तीर्थपुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल ने आज आंदोलनकारियों के साथ बद्रीनाथ कूच का एलान किया है। जिसे देखते हुए बद्रीनाथ पुल के समीप पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाई है। आंदोलनकारी तीर्थपुरोहित बद्रीनाथ धाम के लिए कूच करेंगे।
कृष्णकांत कोठियाल ने मुंडन करवाकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया..
इसके पहले सरकार की हठधर्मिता को देखते हुए रविवार को साकेत तिराहे पर चल रहे धरनास्थल पर चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल ने मुंडन करवाकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। स्थानीय लोगों ने एलान किया कि जब तक यात्रा का संचालन शुरू नहीं किया जाता आंदोलन जारी रखा जाएगा। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
बद्रीश संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता का कहना हैं कि चारधाम यात्रा का संचालन न होने से यात्रा पड़ावों से लेकर धामों तक लोगों की आजीविका ठप पड़ गई है। सभी पर्यटन स्थल खोल दिए गए हैं, लेकिन चारधाम यात्रा का संचालन रोका गया है, जो कि गलत है।
उमंग ग्रुप के जरिये युवाओं में समाजसेवा का बीज बो रहीं देहरादून की 15 बेटियां..
उत्तराखंड: उमंग ग्रुप के जरिये शहर की पंद्रह बेटियां युवाओं को समाजसेवा के लिए प्रेरित कर रही है। शहर की पंद्रह बेटियों के बनाए गए इस ग्रुप की हर कोई मिसाल देता है। हर जगह जरूरत पड़ने पर इस ग्रुप की सदस्य मदद के लिए पहुंचती हैं। कोराना काल में भी इस ग्रुप के सदस्यों ने लोगों तक मदद पहुंचाई। इन्होंने बिना किसी रोक-टोक के आने जाने की आजादी के लिए इस ग्रुप ने इसी साल बड़े स्तर स्कूटी रैली निकाली।
अब अन्य युवाओं को भी समाजसेवा के लिए प्रेरित कर रही हैं। 18 से 30 आयुवर्ग की युवतियों ने उमंग ग्रुप बनाया है। यह ग्रुप अपने रचनात्मक विचारों के जरिये सामाजिक मुद्दों को लेकर जागरूकता अभियान चलाता है। इसके अलावा अपने साथ बड़ी संख्या में अन्य युवाओं को अभियानों में जुड़कर समाजसेवा के लिए प्रेरित करता है। खास बात यह है कि इस ग्रुप की सभी सदस्य पढ़ाई व नौकरी में व्यस्त होने के बावजूद सामाजिक कार्यों के लिए समय निकलती हैं।
कोई इंजीनियरिंग तो कोई एमबीए कर रही है। कुछ युवतियां नौकरी करती हैं। सामाजिक कार्यों केे प्रति इन युवतियों के रुझान को देखते हुए कई युवा भी अब स्वयं आगे आ रहे हैं। इस ग्रुप के जरिये बेटियां अभी तक बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ, साइबर क्राइम, बच्चों की शिक्षा जैसे विषय पर जागरूकता का काम कर चुकी हैं। इस ग्रुप में को-ऑर्डिनेटर भूमिका शर्मा, सलोनी, काजल, रुचिका, ऐश्वर्या, अनुष्का, राधिका, मल्लिका, परिणीता, निहारिका, अरुषी, इशिता, अन्वेषा, रीतिका, अदिति और प्रेरणा शामिल हैं।
भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं में हुई भिड़ंत..
उत्तराखंड: देहरादून के रायपुर विधान सभा क्षेत्र में भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ और भाजपा कार्यकर्ताओं के एक खेमे में चल रही रार फिर खुलकर सामने आ गई है। मौका था मालदेवता में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम से पहले का। इस दौरान भाजपा विधायक और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त भिड़ंत हो गई।
आपको बता दे कि मालदेवता (रायपुर) में डिग्री कॉलेज के भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पहुंचने से कुछ देर पहले विधायक उमेश शर्मा काऊ की भाजपा कार्यकर्ताओं से जोरदार बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गयी कि विधायक ने कुछ कार्यकर्ताओं को औकात में रहने की बात तक कह डाली। यह सारा वाकया उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के सामने हुआ।
गुस्साए विधायक काऊ ने कार्यक्रम को छोड़ने तक की धमकी दे दी। भाजपा विधायक ने जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह और उनके साथ मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं को कहा कि उन्हें यहां किसने बुलाया है। साथ ही कहां कि जब वह उन्हें अपना विधायक मानते ही नहीं तो कार्यक्रम में आने की क्या जरूरत है। विधायक उमेश शर्मा काऊ ने वीर सिंह रावत और उनके समर्थकों पर क्षेत्र में लगे उनके पोस्टर बैनर फाड़ने का भी आरोप लगाया।
जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह का कहना हैं कि विधायक को मर्यादा में रहना चाहिए। वह जिस तरह से अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं वह बहुत ही गलत है।वहीं विधायक उमेश काऊ ने मंत्री धन सिंह रावत से शिकायत करते हुए कहा कि यह मुझे अपना विधायक नहीं मानते हैं और इस क्षेत्र में जो भी पोस्टर लगते हैं उनको यह फाड़ देते हैं।
जानिए क्या हट जाएगा अब चारों धामों से प्रतिबंध..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर लगा ग्रहण शायद अब हट जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले श्रीनगर में इस बात के संकेत दिए हैं। उनका कहना हैं कि मामला हाईकोर्ट में है, लेकिन सरकार इस दिशा में विचार कर रही है। कोरोना महामारी के कारण उत्तराखंड के प्रसिद्ध चारों तीर्थस्थल बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा के दो सीजन बर्बाद हो गए।
जिसका खामियाजा अब तक यात्रा से जुड़े तमाम वर्ग के लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं। हरिद्वार से लेकर चारों धामों तक जिनकी आजीविका इस यात्रा पर निर्भर है वे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। साल 2020 में तो सरकार ने 1 जुलाई से कुछ प्रतिबंधों के साथ यात्रा को खोल दिया था। लेकिन इस साल शुरूआत से ही इस पर रोक है। केवल स्थानीय लोगों को ही वहां जाने की सीमित अनुमति मिली है। उसमें भी वह लोग मंदिरों में दर्शनों के लिए प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
यही कारण है कि पिछले कुछ महीनों से खासकर बद्रीनाथ और केदारनाथ में तीर्थ पुरोहित, हकहकूकधारी, पंडा समाज और व्यापारी वर्ग आंदोलित है। चार दिन पहले ही बद्रीनाथ में संत धर्मराज भारती ‘मौनी बाबा’ ने यात्रा और मंदिर में प्रवेश से रोक हटाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया। ऐसे वक्त में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का श्रीनगर में दिया गया बयान आम लोगों के लिए सुकून भरा है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जन आशीर्वाद रैली के दौरान कहा कि चारधाम यात्रा के रुकने से इन क्षेत्रों का जनजीवन प्रभावित है। मामला कोर्ट में होने से फैसला नहीं हो पा रहा है। लेकिन अब सरकार जल्द ही इसका रास्ता निकालेगी। जिसके बाद अब लोगों में चारधाम यात्रा को लेकर कुछ उम्मीद जगी है।
पूर्व दर्जा धारी व भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर केदारनाथ विधान सभा की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की ।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान राज्य योजना के अंतर्गत केदारनाथ विधान सभा क्षेत्र के सारी- काकोड़ाखाल मोटर मार्ग से इशाला तक सड़क निर्माण के आंगणन को वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया। उन्होंने चोपड़ा – कुरझण – गड़ीधार मोटर मार्ग के कुरझण से गड़ीधार तक चौड़ीकरण की जरूरत पर जोर दिया। इसके साथ ही चोपड़ा- गड़ीधार – उडमांडा मोटर मार्ग के कलिंकातोक से अनुसूचित जाति बस्ती महड़ तक सड़क निर्माण की मांग भी की।
अजेंद्र ने राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय सतेरा खाल का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकरण की मांग भी उठाई और कहा कि यह चिकित्सालय बहुत बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने राजकीय पॉलीटेक्निक चोपता के अधूरे भवन निर्माण का मामला भी मुख्यमंत्री के सामने उठाया। उन्होंने कहा कि पॉलीटेक्निक भवन का निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने समस्याओं पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।