हफ्ते में दो दिन चलेगी देहरादून-काठगोदाम ट्रेन..
उत्तराखंड: देहरादून-काठगोदाम एक्सप्रेस का संचालन सप्ताह में दो दिन बुधवार और रविवार को काठगोदाम के बजाए हल्द्वानी तक होगा। रेलवे अफसरों के अनुसार इन दो दिनों के दौरान वापसी में ट्रेन हल्द्वानी से चलकर देहरादून आएगी। स्टेशन अधीक्षक शशांक शर्मा का कहना हैं कि प्रयागराज-देहरादून लिंक एक्सप्रेस जो पहले सप्ताह तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को संचालित की जाती थी, उसे अब सप्ताह में पांच दिन संचालित किया जाएगा।
लिंक एक्सप्रेस अब मंगलवार, गुरुवार, शनिवार के साथ ही बुधवार और रविवार को भी संचालित होगी। ऐसे में देहरादून-काठगोदाम एक्सप्रेस का भी संचालन सप्ताह में पांच दिन होगा। प्रयागराज से आने वाली काठगोदाम एक्सप्रेस देहरादून से काठगोदाम तक जाती है, लेकिन इसे सप्ताह में दो दिन बुधवार और रविवार को हल्द्वानी तक संचालित किया जाएगा। प्रयागराज-देहरादून लिंक एक्सप्रेस का संचालन सप्ताह में सातों दिन किया जाता था, लेकिन कोरोना के चलते इसे सप्ताह में तीन दिन कर दिया गया था।
उत्तराखंड में मिले 12 नए कोरोना संक्रमित, 79 सक्रिय मरीजों का चल रहा इलाज..
उत्तराखंड: प्रदेश में छह जिलों में 12 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं जबकि एक मरीज ठीक हुआ है। 79 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। तीसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या 92846 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शुक्रवार को 1452 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। छह जिलों में 12 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून जिले में सात, अल्मोड़ा, हरिद्वार, पौड़ी, ऊधमसिंह नगर और टिहरी जिले में एक-एक संक्रमित मिला है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से होने वाले मौतें थमीं है। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या कम हुई है। इससे सक्रिय मामले बढ़ रहे हैं। वर्तमान में 11 जिलों में 79 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें अधिकतर संक्रमित होम आईसोलेशन में हैं।
जानें पहले दिन कितनी कमाई कर सकती हैं अक्षय कुमार की फिल्म सम्राट पृथ्वीराज..
उत्तराखंड: अक्षय कुमार की फिल्म सम्राट पृथ्वीराज शुक्रवार यानी कि आज रिलीज हो गई है। इस फिल्म में अक्षय, सम्राट पृथ्वीराज का किरदार निभा रहे हैं। बात दे कि अक्षय ने इस फिल्म का खूब जोर-शोर से प्रमोशन किया है। एक्टर के फैंस को भी इस फिल्म से बेहद उम्मीद है। अब अक्षय की फिल्म सम्राट पृथ्वीराज के पहले दिन के बॉक्स ऑफिस प्रीडिक्शन की रिपोर्ट आई है। बता दें कि सम्राट पृथ्वीराज 3750 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई है। गुरुवार सुबह तक पीवीआर, आईनॉक्स और सिनेपॉलिस में 17 हजार टिकट्स बुक हुई हैं। फिल्म की टिकट्स, भूल भुलैया 2 की बिकी टिक्ट्स से कम हैं। भूल भुलैया 2 की गुरुवार सुबह तक 45000 टिकट्स बिकी थीं।
पहले दिन कितनी हो सकती कमाई
जानकारी के अनुसार फिल्म पहले दिन 10-11 करोड़ तक की कमाई कर सकती है। फिल्म की कमाई बच्चन पांडे की कमाई से कम हो सकती है। बच्चन पांडे ने पहले दिन 13.25 करोड़ की कमाई की थी। हालांकि अगर फिल्म पसंद आई तो शाम तक फिल्म की कमाई और बढ़ सकती है। बता दें कि सम्राट पृथ्वीराज का नाम पहले पृथ्वीराज था, लेकिन फिर विवाद के बाद फिल्म का नाम सम्राट पृथ्वीराज रख दिया। फिल्म हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु भाषा में भी रिलीज हुई है। चंद्रप्रकाश द्विवेदी द्वारा डायरेक्ट इस फिल्म से मानुषी छिल्लर बॉलीवुड डेब्यू कर रही हैं।
पर्यटकों के लिए खुली विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी..
उत्तराखंड: चमोली जिले स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान बुधवार से पर्यटकों के लिए खोल दी गई। पहले दिन प्रकृति प्रेमियों ने रंग-बिरंगे फूलों का दीदार किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी सोशल मीडिया पर फूलों की घाटी की खूबसूरत तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल, दुर्लभ वनस्पतियों से समृद्ध उत्तराखंड के चमोली में स्थित वैली ऑफ फ्लावर्स को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। उनका कहना हैं कि उत्तराखंड सरकार आप सभी पर्यटकों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करती है।
प्रभागीय वन अधिकारी नंदा बल्लभ जोशी का कहना हैं कि पहले दिन एक विदेशी सहित कुल 75 पर्यटकों ने फूलों की घाटी का भ्रमण किया। उन्होंने कहा कि 87.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली घाटी में जून से अक्टूबर तक करीब 500 प्रजाति के फूल खिलते हैं। इन दिनों यहां 12 प्रजातियों के फूल पूरी तरह खिले हुए हैं जो अपनी सुंदरता के कारण बरबस पर्यटकों का मन मोह रहे हैं।
चारों तरफ से बर्फ से ढकी चोटियों के बीच स्थित घाटी में फूलों अलावा अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियां तथा विभिन्न प्रकार के पक्षी भी हैं। फूलों की घाटी में पर्यटक अपराह्न दो बजे तक रुक सकते हैं जिसके बाद उन्हें तीन किलोमीटर दूर आधार शिविर घांघरियां लौटना होगा। फूलों की घाटी 31 अक्टूबर तक खुली रहेगी। कोविड-19 के कारण पिछले दो साल से फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए बंद थी।
उत्तराखंड बोर्ड छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन के बदले नियम..
उत्तराखंड: उत्तराखंड शिक्षा बोर्ड अब हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लिए सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करेगा। अब तक स्कूलों में नौवीं से ही बोर्ड परीक्षा के लिए छात्र-छात्राओं का ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता था। अब ऑनलाइन सुविधा से परीक्षार्थियों की सही जानकारी विद्यालयी शिक्षा बोर्ड के पास उपलब्ध रहेगी। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के गठन के बाद से बोर्ड परीक्षार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया ऑफलाइन थी। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करने में एक से दो माह का समय लग जाता था। बोर्ड के सभापति आरके कुंवर का कहना हैं कि हर साल जुलाई और अगस्त में बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों का पंजीकरण होता है।
इसके लिए बोर्ड से स्कूलों को ओएमआर शीट भेजी जाती है। स्कूल स्तर से ओएमआर शीट को बीईओ ऑफिस में जमा किया जाता था। वहां से सीईओ दफ्तर पहुंचने के बाद यह वापस बोर्ड ऑफिस में पहुंचती थीं और फिर परीक्षार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया जाता था। अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होने से स्कूल संचालक हाथोंहाथ यह कार्य कर सकते हैं। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन होने से छात्र-छात्राओं के संबंध में सही जानकारी नहीं मिल पाती थी। ओएमआर शीट भरते वक्त भी परीक्षार्थी अपनी जानकारी जैसे पता, जाति आदि गलत भर देते थे। परीक्षा देने के बाद भी संबंधित परीक्षार्थी को अंक तालिका सुधरवाने के लिए बोर्ड ऑफिस आना पड़ता है।
तो संसद में उत्तराखंड से खत्म हो जाएगा कांग्रेस का प्रतिनिधित्व..
उत्तराखंड: प्रदेश की राज्यसभा के लिए एक सीट पर होने वाले चुनाव में भाजपा ने डॉ. कल्पना सैनी को मैदान में उतार दिया है, जबकि कांग्रेस अभी तक चुप्पी साधे हुए है। पार्टी की ओर से अभी तक यही स्पष्ट नहीं किया गया है कि वह चुनाव लड़ेगी भी या नहीं। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना हैं कि कांग्रेस इस चुनाव में अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगी।
ऐसे में 10 जून को डॉ. कल्पना सैनी के निर्विरोध चुनाव के साथ ही देश की संसद में उत्तराखंड से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व भी पूरी तरह खत्म हो जाएगा। राज्यसभा का चुनाव संख्या बल के आधार पर होता है। जो कांग्रेस के पक्ष में नहीं है। सत्तारूढ़ दल भाजपा के पास विधानसभा में दो तिहाई बहुमत है। जबकि कांग्रेस के विधायकों की संख्या मात्र 19 है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, संख्या बल कम होने की वजह से पार्टी इस चुनाव में अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगी। हालांकि इस बारे में आधिकारिक रूप से अभी तक पार्टी का कोई बयान सामने नहीं आया है। राज्य बनने के बाद ऐसा पहली बार होगा, जब देश की संसद में उत्तराखंड से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व पूरी तरह खत्म हो जाएगा। जबकि भाजपा के खाते में पांचों लोकसभा सीटों के अलावा राज्य की तीनों राज्यसभा सीटें भी चली जाएंगी। इससे पहले वर्ष 2000 में भी राज्यसभा की तीनों सीटें भाजपा के खाते में थीं।
आयुष्मान योजना में निशुल्क इलाज की योजना पर संकट..
तो अब प्राइवेट अस्पतालों में नहीं मिलेगी फ्री इलाज की सुविधा..
उत्तराखंड: प्रदेश में आम लोगों के निशुल्क इलाज की आयुष्मान योजना और सरकारी कर्मचारी, पेंशनर्स के लिए शुरू हुई राज्य स्वास्थ्य योजना में निशुल्क व कैशलेस इलाज पर संकट खड़ा हो गया है। योजना के तहत पिछले दो महीनों से अस्पतालों का भुगतान नहीं हो पा रहा है जिससे प्राइवेट अस्पतालों ने मरीजों के इलाज में आनकानी शुरू कर दी है।
आपको बता दे कि सरकार ने राज्य के 18 लाख परिवारों को पांच लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज देने के लिए आयुष्मान योजना शुरू की है। जबकि सवा तीन लाख सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स को अनलिमिटेड कैशलेस इलाज के लिए राज्य स्वास्थ्य योजना लागू की गई है। इन दोनों ही योजनाओं का संचालन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से किया जाता है।
प्राधिकरण ने राज्य व देश के कुल 200 अस्पतालों में निशुल्क व कैशलेस इलाज के लिए अनुबंध किया है। इन अस्पतालों में इलाज कराने पर एक सप्ताह के भीतर भुगतान देने का प्रावधान है। लेकिन अस्पतालों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। इस वजह से अस्पताल मरीजों के इलाज में आनकानी शुरू कर दी है। राज्य भर के 30 मरीजों ने इस संदर्भ में प्राधिकरण को शिकायत दर्ज कराई है।
100 करोड़ पहुंचा बकाया
राज्य स्वास्थ्य योजना और आयुष्मान योजना के तहत इलाज पर हुए खर्च हुआ बकाया 100 करोड़ के पार पहुंच गया है। दो महीनों से किसी भी अस्पताल का भुगतान नहीं हो पाया है जिससे आने वाले दिनों में मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है। आयुष्मान योजना और राज्य स्वास्थ्य योजना मुख्य रूप से प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर है। ऐसे में यदि प्राधिकरण की ओर से भुगतान नहीं किया गया तो प्राइवेट अस्पताल योजना से किनारा कर सकते हैं। इससे पूरी योजना पर ही संकट खड़ा हो सकता है। राज्य में मरीजों के निशुल्क इलाज के लिए पूर्व में शुरू की गई मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को सरकार को उस योजना को ही बंद करना पड़ गया था। योजना में 120 के करीब बड़े प्राइवेट अस्पताल जुड़े हुए हैं।
उत्तराखंड में मिले 20 नए कोरोना संक्रमित, संक्रमण दर 1.28 प्रतिशत दर्ज..
उत्तराखंड: प्रदेश में बीते 24 घंटे के भीतर पांच जिलों में 20 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि 11 मरीज ठीक हुए हैं। वर्तमान में कुल 78 सक्रिय मामले हैं। तीसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या 92761 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गुरूवार को 1548 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। पांच जिलों में 20 नए लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसमें उत्तरकाशी में आठ, देहरादून में सात, हरिद्वार में तीन, पौड़ी व टिहरी जिले में एक-एक संक्रमित मिला है। कोरोना मरीजों की कोई मौत नहीं हुई है। 11 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। इन्हें मिला कर 89153 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश की रिकवरी दर 96.10 प्रतिशत और संक्रमण दर 1.28 प्रतिशत दर्ज की गई है।
उत्तराखंड में 24 घंटे में मिले आठ नए कोरोना संक्रमित..
उत्तराखंड: प्रदेश में बीते 24 घंटे के भीतर पांच जिलों में आठ नए कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि 14 मरीज ठीक हुए हैं। इसके साथ ही 70 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। तीसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या 92747 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बुधवार को 1450 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
जिन पांच जिलों में आठ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इसमें देहरादून जिले में तीन, हरिद्वार में दो, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, टिहरी जिले में एक-एक संक्रमित मिले हैं। 14 मरीज स्वस्थ हुए हैं। संक्रमितों की तुलना में अधिक मरीज ठीक हो रहे हैं। जिससे सक्रिय मामले कम हो रहे हैं। 12 जिलों में 70 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें अधिकतर संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश की रिकवरी दर 96.11 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.55 प्रतिशत रही।
चार साल बाद मिली बहन के हत्यारे तीन भाइयों को फांसी की सजा..
उत्तराखंड: बहन के प्रेम विवाह से नजर भाइयों ने गंडासे से काटकर उसकी हत्या कर दी थी। जिसे कि अब चार साल पुराने मामले में एडीजे कोर्ट ने मृतका के दो सगे और एक ममेरे भाई को फांसी की सजा सुनाई है। शादी के तीन साल बाद उन्होंने मां, बाप से सुलह का झांसा देकर बहन को मामा के घर बुलाया था।
आपको बता दे कि लक्सर एडीजे कोर्ट के शासकीय अधिवक्ता भूपेश्वर ठकराल का कहना हैं कि खानपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी नेपाल सिंह की बेटी प्रीति ने वर्ष 2014 में पड़ोसी गांव धर्मपुर निवासी ब्रजमोहन से प्रेम विवाह कर लिया था। इस कारण उसके परिजन नाराज थे। उसका अपने मायके में आना-जाना नहीं था। 18 मई 2018 को उसके भाइयों ने मां-बाप से सुलह कराने का झांसा देकर प्रीति को खानपुर के ही अब्दीपुर गांव में अपने मामा के घर बुलाया था। वहां पहले से घात लगाकर बैठे प्रीति के सगे भाई कुलदीप, अरुण और ममेरे भाई राहुल ने गंडासे से काटकर प्रीति की हत्या कर दी थी।
ब्रजमोहन ने चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना के दौरान पुलिस ने कुलदीप, राहुल औरर अरुण को जेल भेज दिया था। चौथे आरोपी का नाम मुकदमे से निकाल दिया गया था। विवेचना के बाद पुलिस ने इन्हीं तीनों के खिलाफ कोर्ट में आरोपपत्र भेजा था। तभी से इसकी सुनवाई लक्सर के एडीजे कोर्ट में चल रही थी। इस दौरान अभियोजन पक्ष ने पुलिस, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर समेत कुल 15 गवाह पेश किए थे। सुनवाई के बाद लक्सर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शंकर राज ने हत्या के इस मामले को रेयरेस्ट ऑफ द् रेयर मानते हुए तीनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। अधिवक्ता ठकराल ने बताया कि तीनों को जेल भेजा गया है। अभी फांसी की तिथि तय नहीं हुई है।