दिल्ली में ऑमिक्रॉन का केस मिलने के बाद उत्तराखंड में अलर्ट..
कोरोना जांच के बिना नहीं मिलेगी एंट्री..
उत्तराखंड: दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से संक्रमित मरीज की पुष्टि होने के बाद दून में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। दिल्ली, यूपी सहित पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगों की रैंडम कोरोना जांच की जा रही है। साथ ही, आम जनता को विशेष रूप से सतर्क रहने के लिए अपील की गई है। बाजारों एवं भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क की पाबंदी के लिए कहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष निर्देश जारी किये हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. राजीव दीक्षित का कहना हैं कि सरकारी एवं निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने एवं बेड की संख्या बढ़ाने के लिए कह दिया गया है। ऑक्सीजन के प्लांटों की रिचेकिंग की जा रही है। दवाओं का स्टॉक रखने के साथ ही डाक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी तय कर दी गई है। निगरानी कमेटियों को सतर्क रहने को कहा है। बाहर से आने वालों की रैंडम सैंपलिंग एयरपोर्ट एवं बार्डरों पर कराई जा रही हैं। उधर, डीएम डा. आर राजेश कुमार ने एसडीएम, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को बाजार और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी बिना मास्क वालों पर कार्रवाई के लिए कहा है और जांच एवं टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिये गये हैं।
आपको बता दे कि देशभर में ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने राज्य में पॉजिटिव पाए जाने वाले कोरोना मरीजों के सैंपलों की अनिवार्य जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का निर्णय लिया है। कई राज्यों में ओमीक्रोन के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके निर्देश दिए गए हैं। दरअसल विदेशों के बाद अब देश के कई राज्यों में भी ओमीक्रोन के मरीज तेजी से सामने आ रहे हैं। इससे राज्य के स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है।
अभी तक विदेश से आने वाले पॉजिटिव मरीजों के सैंपलों की ही अनिवार्य जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही थी। लेकिन कई प्रदेशों में मामले सामने आने के बाद अब राज्य में मिलने वाले सभी पॉजिटिव मरीजों को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। हालांकि राज्य में अभी तक किसी भी मरीज में ओमोक्रोन की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन ऐहतियात के तहत जांच के सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है। सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय का कहना हैं कि वायरस के नए स्वरूप की पहचान के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
आखिर क्यों देहरादून में ‘भूख हड़ताल’ पर बैठा है ये डॉगी?
उत्तराखंड: राजधानी देहरादून में सोमवार को एक डॉगी आर्कषण का केंद्र बन गया। उसके बारे में सुनकर लोग उसे देखने गांधी पार्क पहुंचने लगे। आपको बता दे कि यहां पिछले 10 दिन से कुछ युवा धरने पर बैठे हुए हैं। उनके साथ ही यह डॉगी भी धरने पर बैठा है।
इस डॉगी का नाम गब्बर है। जानकारी के अनुसार चार साल पहले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा उत्तराखंड परिवहन निगम में निकाली गई भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। लेकिन जॉइनिंग न होने पर पिछले उक्त युवा पिछले एक महीने से धरने व अनशन कर रहे है।
सोमवार को धरना कर रहे एक युवाओं के साथ एक डॉगी भी साथ अनशन पर बैठ गया। बताया जा रहा हैं कि गब्बर सोमवार को सुबह आठ बजे से बिन कुछ खाए-पिए उनके साथ गांधी पार्क के बाहर अनशन पर बैठा रहा।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित सहायक लेखाकार परीक्षा रद्द करने, शिक्षक भर्ती में शामिल करने और साल भर नौकरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर पीआरडी जवानों का भी सोमवार को गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी विनोद गैरोलाका कहना हैं कि पिछले 10 दिनों से वह और अन्य युवा गांधी पार्क में धरने पर बैठे हैं और रोजाना यह डॉगी इनके पास आता है।
कांग्रेस सरकार में हुआ प्रदेश का सर्वांगीण विकास-हरीश रावत..
उत्तराखंड: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना हैं कि कांग्रेस शासन काल में प्रदेश का सर्वांगीण विकास हुआ। धर्मपुर विधानसभा में भंडारीबाग रेलवे ओवर ब्रिज की स्वीकृति कांग्रेस शासनकाल में हुई। यह बात उन्होंने पथरी बाग स्थित एक होटल सभागार में आयोजित कांग्रेस के बूथ स्तरीय कार्यक्रम मेरा बूथ मेरा गौरव के दौरान कही। कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मलिन बस्ती को मालिकाना हक देने का कानून उनके शासनकाल में ही तैयार हुआ।
महिला सशक्तीकरण से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया, जिससे उनकी आर्थिकी मजबूत हुई। उनका कहना हैं कि कांग्रेस सत्ता में आने पर 100 यूनिट बिजली मुफ्त देगी। महिलाओं के बैंक खाते में हर गैस सिलिंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देंगे। कार्यक्रम के संयोजक राज्य आंदोलनकारी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूरण सिंह रावत ने कहा कि बूथ कमेटी पार्टी की रीड होती है।
धर्मपुर विधानसभा में पार्टी का मजबूत संगठन खड़ा हो गया है, जो चुनाव जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम को कांग्रेस गढ़वाल मंडल की प्रवक्ता गरिमा दसोनी, महावीर रावत, राजीव जैन, विनोद चौहान, मदन लाल, नानक चंद, दर्शन लाल, कमलेश रमन, चतर सिंह रावत, नितिन रावत ने संबोधित किया, जबकि संचालन रेखा नेगी और राव नसीम ने किया। इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश सचिव महेश जोशी, सुरेंद्र सूरी, एसबी थापा, सुरेंद्र मैठाणी, आदि मौजूद रहे।
16 दिसंबर को परेड़ ग्राउंड में होगी राहुल गांधी की रैली..
उत्तराखंड: कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का जवाब परेड मैदान से ही देगी। 16 दिसंबर को दून में होने वाली जनसभा के लिए कांग्रेस ने भी परेड मैदान को ही चुना है। चार दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी परेड़ मैदान में रैली कर चुके है। कांग्रेस पर राहुल की सभा में भीड़ के मामले में भाजपा को टक्कर देने की चुनौती भी होगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना हैं कि परेड मैदान के लिए प्रशासन से आवेदन कर दिया गया है।
साथ ही जनसभा की तैयारियों को शुरू कर दिया गया है। आपको बता दे कि कांग्रेस वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में भारत की जीत की याद में इंदिरा प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान समारोह आयोजित कर रही है।16 दिसंबर का कार्यक्रम इस श्रृंखला की अंतिम कड़ी है। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने रैली की तैयारियों को लेकर गोदियाल और पूर्व सीएम हरीश रावत के साथ चर्चा की।
यादव का कहना हैं कि जनसभा की तैयारी के लिए आठ दिसंबर को बैठक की जा रही है। इसमें जनसभा का खाका तय कर दिया जाएगा। राहुल की जनसभा का कार्यक्रम तय हो चुका है। निसंदेह यह जनसभा ऐतिहासिक होगी। पीएम की रैली सत्ता की रैली थी और कांग्रेस की जनसभा जनता की सभा है।
नगालैंड में शहीद हुआ उत्तराखंड का जवान..
उत्तराखंड: नगालैंड के मोन जिले में शनिवार को सैन्य बलों की फायरिंग में 13 लोगों की मौत के बाद रविवार को भी तनाव चरम पर रहा। जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद हुई हिंसा में टिहरी जिले के नौली गांव (हिंसरियाखाल पट्टी) निवासी सेना के पैराटू्रपर गौतम लाल (24) शहीद हो गए। शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार को जौलीग्रांट देहरादून लाया जाएगा।
वहीं गौतम के शहीद होने की खबर से क्षेत्र में शोक है। रमेश लाल और रूपा देवी के सबसे छोटे पुुत्र गौतम वर्ष 2018 में पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। इन दिनों वह नगालैंड ड्यूटी में थे। राजकीय इंटर कॉलेज हिंसरियाखाल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद वह सेना में भर्ती हो गए थे।
वह अक्तूबर मेें एक माह की छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। गौतम लगभग हर दो दिन के अंतराल में घर में फोन करके माता-पिता व परिजनों का हाल जानते थे। शुक्रवार को भी उनका फोन आया था। उन्होंने जनवरी में घर आने की बात की थी।
क्या थी घटना
आपको बता दे कि नागालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी की दो घटनाओं में 13 कोयला खदान कर्मियों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। पुलिस का कहना हैं कि फायरिंग की पहली घटना शनिवार शाम को गलत पहचान के चलते हुई, जिसमें जवानों ने कार्यकर्ताओं को युंग ओंग गुट का उग्रवादी समझकर गोलियां चला दी। इस घटना में छह मजदूरों की मौत हो गई। ये सभी मजदूर जब घर नहीं लौटे तो स्थानीय युवक व ग्रामीण इनकी तलाश में निकले और सेना के वाहनों को घेर लिया। इसके बाद हुई हिंसा में एक जवान शहीद हो गया और सेना के वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। भीड़ से बचने के लिए सैनिकों ने फिर से फायरिंग की, जिसमें 7 और स्थानीय लोगों की मौत हो गई। घायलों में दो की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी भेजा गया है।
असम राइफल्स के कैंप को तहस-नहस किया..
घटना को लेकर रविवार को भी स्थानीय स्तर पर तनाव बना रहा और गुस्साई भीड़ ने कोनयाक यूनियन और असम राइफल के कैंप को तहस-नहस कर दिया। अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने मोन जिले में मोबाइल, इंटरनेट, डाटा सेवा, बल्क एसएमएस पर रोक लगा दी है। पुलिस सेना द्वारा किए गए गलत पहचान के दावे की जांच कर रही है। सेना ने भी घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित कर दी है और घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री धामी की जनता से वर्चुअल माध्यम से जुड़ने के लिए की गई है ये व्यवस्था..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री ई-यात्रा के अंतर्गत मोबाइल वैन के जरिये वर्चुअल माध्यम से जनता से जुड़ने के लिए की गई व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की। उनका कहना हैं कि इससे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों की समस्याओं की जानकारी के साथ ही जनता से आपसी संवाद की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
शुक्रवार को आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस व्यवस्था से जनता की बात सामने आ सकेगी तथा आम जनता तक हम अपनी बात भी पहुंचा सकेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि इसके प्रभावी संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित कर मुख्यमंत्री कार्यालय से इसे जोड़ा जाए। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में भी जरूरी व्यवस्था बनाई जाए।
मुख्यमंत्री का कहना हैं कि हमारा प्रयास आम जनता की समस्याओं के समाधान के साथ ही राज्यहित में जनता के सुझाव प्राप्त करना भी है। इस दिशा में बोधिसत्व विचार श्रृंखला शुरू की गई है। इसमें राज्य के विकास में विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों, समाजसेवियों एवं लोक संस्कृति से जुड़े बु़द्धजीवियों के सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं। इससे राज्य को देश के अग्रणी राज्यों की पहचान दिलाने तथा राज्य के समग्र विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी बल मिलेगा।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर की प्रबंध कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में विधायक राजेश शुक्ला एवं सौरभ बहुगुणा को नामित किया है। इस संबंध में विधानसभा द्वारा अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि दोनों नामित सदस्य प्रबंध कार्यकारिणी में संबंधित नियम की अपेक्षा के अनुसार निर्धारित अवधि के लिए विधिवत निर्वाचित समझे जाएंगे।
विस अध्यक्ष ने लिया सत्र की तैयारियों का जायजा..
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शुक्रवार को विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में आयोजित बैठक में नौ दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तैयारियों और व्यवस्था का जायजा लिया। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन के भीतर बैठने की व्यवस्था से लेकर साउंड व स्वच्छता व्यवस्था के बारे में विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल से जानकारी ली। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था, दलीय नेताओं और कार्यमंत्रणा समिति की बैठकों की तारीख निर्धारित करने के संबंध में भी चर्चा। अग्रवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विधानसभा संचालन से संबंधित सभी आवश्यक कार्यवाही समय पर पूर्ण की जाएं। बैठक में प्रमुख सचिव विधायी प्रेम सिंह खीमाल भी उपस्थित थे।
नए साल के छुट्टी कैलेण्डर से ‘इगास’ हुआ गायब..
उत्तराखंड: साल समाप्त होने को महज 28 दिन रह गए है और इसी के साथ आगमी साल 2022 का कैलेंडर जारी हो गया है। वही बीते माह नवंबर में ईगास पर्व की घोषणा की गई थी लेकिन जारी हुए 2022 के कैलेंडर में छुट्टियों की सूची में से इगास पर्व शामिल ही नहीं है। बता दे कि नवंबर में सीएम धामी की घोषणा के बाद इगास पर्व को सर्वजनिक अवकाश के रूप घोषित किया गया था जिसके बाद 25 नवंबर को उत्तराखंडवासियों ने इगास पर्व को धूम धाम से मनाया था।
लेकिन अब बात यह है की इसे सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के बावजूद भी आगामी साल 2022 के कैलेंडर में इसे जगह नहीं मिली। वही जब बीजेपी से इसका जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा की सार्वजनिक घोषणा हुई है तो अवकाश होगा या शायद कैलेंडर में मिस प्रिंट हुआ होगा।
आपको बता दे कि सीएम धामी ने सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया था। क्यूंकि 2022 विधानसभा चुनाव नजदीक है और भाजपा पार्टी पूरी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। लेकिन नए कैलेंडर के गायब होने का साफ मतलब है कि यह छुट्टी सिर्फ चुनाव थी। उत्तराखंड में पहली बार इगास पर्व को सार्वजिक अवकाश के तौर मनाया गया था।
हरेला की छुट्टी शामिल, इगास की गायब..
इस पर्व में सीएम धामी से लेकर कई मंत्रियों ने प्रतिभाग किया था जिसका उदेश्य था की उत्तराखंड की परंपरा और लोक संस्कृति को बढ़ावा मिले। साथ इसे हर साल घरों में मानाने के लिए सर्वजनिक अवकाश में शामिल किए जाने के लिए कहा गया था। लेकिन अब जारी हुए कैलेंडर में हरेला की छुट्टी शामिल है लेकिन एगास की छुट्टी गायब है। इस साल दिवाली 24 अक्टूबर को पड़ रही है लेकिन सूची में इगास पर्व का कुछ पता नहीं। वही उत्तराखंड में चुनावी रेलगाड़ी में भाजपा के साथ आप पार्टी भी अपने घोषणाओं के रंग बिखेर रही है। लेकिन अब मैदान में कौन खरा उतरेगा और किसकी घोषणाएँ रंग लाएगी यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।
राज्य कर्मचारियों के लिए 26 अवकाश..
फिलहाल ईगास पर्व पर सर्वजनिक अवकाश कर क्या भाजपा वोट के लिए लुभावने तरीके अपना रही है। वही इस साल कैलेंडर में राज्य कर्मचारियों के लिए 26 अवकाश घोषित किए गए है जिनमे से 6 रविवार और तीन शनिवार पड़ रहे है। हालाकिं विधानसभा व सचिवालय में पांच दिवसीय सप्ताहिक कार्य होने के कारण से केवल 22 दिन के अवकाश अनुमन्य होगा।
त्रिवेंद्र सिंह रावत का आश्वासन नहीं आया किसी काम, तीन साल के बाद भी नहीं मिली पक्की सड़क
उत्तराखंड: पौड़ी गढ़वाल में बीते वर्ष 2018 में एक बस दुर्घटना के बाद से ग्रामीणों के बेहतर और बुनियादी सड़क नहीं मिल पाई है। इस सड़क दुर्घटना में 48 लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों को त्रिवेंद्र सरकार ने पीड़ितों को आश्वासन दिया गया था, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी क्षेत्र में अभी तक पक्की सड़क नहीं बन पाई। टंडोली के ग्राम प्रधान दीपक कंधारी का कहना हैं कि दुर्घटना के दौरान बस में 58 लोग सवार थे।
इनमें धूमकोट के पास बस के खाई में गिरने से 48 की मौत हो गई। दुर्घटना के समय वाहन नैनीताल जा रहा था। यह राज्य की सबसे भयानक सड़क दुर्घटना त्रासदियों में से एक थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक संतप्त परिवारों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की और लोगों को आश्वासन दिया कि क्षेत्र में सड़क के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाया जाएगा।
12 वर्षों से जर्जर है मार्ग
तीन साल बाद, हमें अभी तक मोर्चे पर कोई विकास नहीं दिख रहा है। पौड़ी निवासियों का कहना है कि उनके गांवों को धूमकोट जैसे बड़े शहरों से जोड़ने वाली 25 किलोमीटर लंबी धूमकोट-पिपली-भान सड़क राज्य की सार्वजनिक परिवहन बसों द्वारा उपयोग किए जाने वाले मार्ग पिछले 12 वर्षों से जर्जर है।
पौरी के चैनपुर गांव के निवासी ने कहा हमने अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है लेकिन हमारी सारी चिंताएं बहरे वर्षों में आ गई हैं। ग्रामीणों का दावा है कि खराब सड़क संपर्क के कारण उन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। गड्ढा मुक्त सड़कों पर राज्य सरकार के दावे के विपरीत, हमारे पास एक भी उचित पक्की सड़क नहीं है। खराब कनेक्टिविटी के कारण, यहां के अस्पतालों और स्कूलों में कई पद खाली रहते हैं।
पीएम मोदी की रैली में उत्तराखंड को मिलेगी कई सौगात..
उत्तराखंड: पीएम मोदी के देहरादून दौरे की तैयारियां जोरों पर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउण्ड का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 4 दिसम्बर को प्रस्तावित रैली की व्यवस्थाओं को शीघ्र अंतिम रूप देने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस अवसर पर हजारों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया जायेगा।
अतः इस सम्बंध में भी आवश्यक व्यवस्थायें समय पर पूर्ण कर ली जाय। उनका कहना हैं कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की कमी न रहे। सभी संबंधित अधिकारीगण इस पर विशेष ध्यान दें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को परेड ग्राउण्ड का स्थलीय निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
4 दिसम्बर 2021 को परेड ग्राउण्ड, देहरादून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावित रैली के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून एवं संबंधित अधिकारियों को समय पर समुचित व्यवस्था के लिए निर्देश दिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस अवसर पर हजारों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जायेगा।
चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम सकता हैं कांग्रेस का ये दिग्गज नेता..
उत्तराखंड: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भाजपा का दामन थाम सकते हैं, इसे लेकर सियासी हलकों में चर्चाएं गर्म हैं। हालांकि इसे लेकर दोनों ओर से ही चुप्पी साधी गई है। अलबत्ता, भाजपा के सूत्र प्रधानमंत्री मोदी के चार दिसंबर को दून दौरे के दौरान कुछ बड़े नेताओं के शामिल होने के संकेत दे रहे हैं।
आपको बता दे कि प्रदेश में कांग्रेस के भीतर अंतर्कलह फिर सतह पर है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय 2017 की हार का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत को निशाने पर लिए हुए हैं। हरीश रावत ने किशोर की टिप्पणी पर नसीहत और चेतावनी भी दी थी। किशोर उपाध्याय सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में इस पर भी कटाक्ष करने से नहीं चूके।
किशोर के तेवरों से कांग्रेस हलकान है। इसे देखते ही किशोर उपाध्याय के भाजपा में जाने की चर्चाएं हैं। हालांकि संपर्क करने पर किशोर ने सीधे तौर पर न इसका खंडन किया और न ही समर्थन। उनका कहना हैं कि वह उत्तराखंड को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उधर, भाजपा संगठन भी इस पर सीधी टिप्पणी से बच रहा है। सूत्रों के अनुसार पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के चार दिसंबर को दून दौरे के दौरान कुछ बड़े नेताओं को पार्टी में शामिल कराने की कोशिश में है।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के बीच भी सोशल मीडिया पर वार-पलटवार तेज है। शूरवीर सिंह सजवाण ने सोनिया के साथ बैठकर चर्चा करने और इस दौरान खड़े दिखाई दे रहे किशोर को लेकर पुरानी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की।
अपनी पोस्ट में उन्होंने यह दावा भी किया कि 1985 में उन्हें कांग्रेस के तत्कालीन नेताओं कमलनाथ, वीर बहादुर सिंह व चंद्रमोहन सिंह नेगी के आशीर्वाद से देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र का टिकट मिला था। सजवाण के इस दावे पर किशोर ने चुटकी ली। उनका कहना हैं कि सजवाण शपथ लेकर यह बात कह दें तो वह अपनी बात वापस लेंगे।