सीएम धामी की उच्चस्तरीय बैठक- चारधाम यात्रा और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर दिए सख्त निर्देश..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर बन रही परिस्थितियों को देखते हुए चारधाम यात्रा, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों, बांधों और ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा को लेकर उच्चाधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सीएम का कहना है कि शासन, प्रशासन और पुलिस को अलर्ट मोड पर रहकर सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत करना होगा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए सभी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं। इसके साथ ही सीएम ने ताजा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकारी कर्मचारियों के अवकाश पर भी रोक लगा दी है। अब केवल अपरिहार्य परिस्थितियों में ही कर्मचारियों को अवकाश देने की अनुमति होगी। यह कदम राज्य की सुरक्षा और सुचारु प्रशासनिक कार्य संचालन को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है। चारधाम यात्रा को लेकर सीएम ने कहा कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनके लिए बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल बैठक में भाग लेने के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सीएम आवास पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने राज्य की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे सभी क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में विशेष निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोका जा सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य की सीमाओं पर हर प्रकार की गतिविधि पर पैनी निगाह रखी जाए और सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जाए। यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए राज्य में सुरक्षा के लिहाज से कोई भी लापरवाही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और सुनिश्चित किया कि सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षा के साथ-साथ किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े।
जिला और तहसील स्तर पर आवश्यक वस्तुओं आपूर्ति बनाएं..
सीएम ने कहा कि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला और तहसील स्तर पर खाद्यान्न सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखी जाए। अस्पतालों को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए अलर्ट पर रखा जाए। सभी आवश्यक दवाओं का पूर्ण प्रबंध हो।
बचाव व राहत कार्यों के लिए प्रशिक्षण दिया जाए..
उन्होंने कहा कि नागरिक सुरक्षा दल और स्वयंसेवी संस्थाओं को बचाव और राहत कार्य के लिए प्रशिक्षण दिया जाए। लोगों को भी सही सूचनाओं के साथ सतर्क किया जाए। साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाए कि जन सामान्य के पास हर तरह से सही और प्रमाणित सूचनाएं ही पहुंचे ताकि वो अफवाह से दूर रह सकें। साथ ही अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती की जाए। सोशल मीडिया के माध्यम से इस पर लगातार निगरानी रखी जाए।