चारधाम यात्रा- यात्रियों का ‘अतिथि देवो भव’ की तर्ज पर किया जाएगा स्वागत..
उत्तराखंड: 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारियां कर ली हैं। यात्रियों के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। साथ ही यात्रा मार्गों पर मेडिकल कैंप और मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयां तैनात रहेंगी। यात्रियों का ‘अतिथि देवो भव’ की तर्ज पर स्वागत किया जाएगा। सुरक्षित और यादगार यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर पर इंतजाम किये गए हैं।
आगामी चारधाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है और टिहरी जिला चारधाम यात्रा का मुख्य केंद्र है। जो भी देश विदेश के श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर आता है, उसे केदारनाथ बद्रीनाथ जाने के लिए टिहरी जिले के ऋषिकेश-देवप्रयाग-कीर्तिनगर-श्रीनगर होते हुए जाना पड़ता है। गंगोत्री, यमनोत्री जाने के लिए टिहरी जिले के ऋषिकेश-चम्बा-धरासू से गुजरना पड़ता है। ऐसे में यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है।
टिहरी सीएमओ डॉ. श्याम विजय का कहना हैं कि चारधाम यात्रा को लेकर 29 एम्बुलेंस, जिसमें 13 एम्बुलेंस 108 सेवा की और 16 एम्बुलेंस स्वास्थ्य की तैनात रहेंगी। इसके साथ ही 20 स्वास्थ्य केंद्र इकाई हैं, जिसमें सभी डॉक्टर, स्टाफ औषधियों समेत पूरी सुविधाओं के साथ तैनात रहेंगे। विभाग ने यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर 20 किलोमीटर की दूरी पर टोल फ्री नंबर के साथ बड़े-बड़े होर्डिंग, बैनर लगाए हैं, जिससे यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। स्वास्थ्य विभाग की कोशिश रहेगी कि सभी श्रद्धालुओं को ‘अतिथि देवो भव’ के तहत अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिल सके और वो अच्छा संदेश लेकर जाए। वहीं दुर्घटना होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम एम्बुलेंस के साथ 15 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर 76 चिकित्साधिकारी, 21 फार्मासिस्ट, 29 नर्सिंग अधिकारी, 38 कक्ष सेवक और 28 स्वच्छक समेत टोटल 192 कर्मचारियों का स्टाफ तैनात रहेगा. 29 एम्बुलेंस यात्रा मार्ग पर तैनात की गई हैं।