भारतीय नौसेना द्वारा नैनीझील का बाथमीट्रिक सर्वेक्षण शुरू..
उत्तराखंड: अपनी खूबसूरती और झीलों के लिए नैनीताल देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर है। नैनीझील नैनीताल के आकर्षण का केंद्र है। नैनीझील अपने-आप में कई रहस्य अपने-आप में समाए हुए हैं। आज तक कई रहस्य ऐसे हैं जिनको सुलझाया नहीं जा सका है। इन्हीं रहस्यों को सुलझाने के लिए भारतीय नौसेना जुट गई है।
नैनीझील के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने के लिए भारतीय नौसेना झील में उतर गई है। भारत सरकार के मुख्य हाइड्रोग्राफर के निर्देशों के बाद नैनी झील का बाथमीट्रिक सर्वे शुरू हो गया है। भारतीय नौसेना नैनी झील का बाथमीट्रिक सर्वे कर रही है। इस सर्वे का उद्देश्य नैनी झील की गहराई, पानी के नीचे की स्थलाकृति के बारे में सबसे सटीक जानकारी इकट्ठा करना है।
आपको बता दें कि सर्वे भारतीय नौसेना के पोत आइएनएस सर्वेक्षक की सर्वे टीम द्वारा किया जा रहा है। इस टीम का नेतृत्व इएनएस सर्वेक्षण के कमान अधिकारी कैप्टन त्रिभुवन सिंह कर रहे हैं। जो कि डीएसबी परिसर के पूर्व छात्र भी रह चुके हैं। कमान अधिकारी कैप्टन त्रिभुवन सिंह के साथ ही टीम में लेफ्टिनेंट कमांडर दीपक बिष्ट और पांच नाविक भी शामिल हैं।
रोहित बिष्ट ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान, भारतीय नौसेना में बने लेफ्टिनेंट..
उत्तराखंड: वरिष्ठ व्यवसायी विजयपाल सिंह बिष्ट के पुत्र रोहित सिंह बिष्ट ने भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। मूलरूप से ग्राम मनान अल्मोड़ा और हाल निवासी वार्ड संख्या 16 निवासी वरिष्ठ व्यवसायी – विजयपाल सिंह बिष्ट के पुत्र 1 रोहित सिंह बिष्ट ने 25 मई को एचडी माला केरल से कमीशन प्राप्त किया।
वे भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बनकर पास आउट हुए हैं। रोहित के लेफ्टिनेंट बनने पर परिवार में खुशी का माहौल है। पिता बिष्ट, माता मीना बिष्ट और ताऊ अजयपाल सिंह बिष्ट केरल में पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। रोहित के पिता व्यवसायी और माता गृहिणी है। प्रारंभिक शिक्षा सर्राफ पब्लिक स्कूल से प्राप्त कर रोहित ने 12वीं तक शिक्षा सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से ग्रहण की।
भारतीय नौसेना में अफसर बनी नैनिका रौतेला..
उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल की बेटी नैनिका रौतेला ने भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश व नैनीताल शहर का मान बढ़ाया है। अब वो भारतीय नौसेना का हिस्सा बन देश की सेवा करेंगी। बता दें कि नैनीताल के मल्लीताल शेरवानी क्षेत्र निवासी नैनिका का इस पद के लिए चयन बीते मई माह में हुआ था।
जिसके बाद केरल स्थित नौसेना अकादमी एझिमाला में लगभग 22 सप्ताह की कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड का हिस्सा बनने के बाद वह सब लेफ्टिनेंट बन गईं हैं। इस गौरवशाली पल के साक्षी उनके माता-पिता व भाई भी बने। वहीं, नैनिका ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता के मार्गदर्शन और अनुशासन को दिया है।
नैनिका पढ़ाई में बचपन से ही अव्वल रहीं। उन्होंने कक्षा 6 तक की शिक्षा मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर और 12वीं सेंट मेरी से की है। इसके बाद रुड़की स्थित कालेज आफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की। नैनिका गुरुग्राम स्थित कंपनी एक्सेंसर में गूगल के लिए बतौर इंजीनियर भी सेवाएं दे चुकी हैं। लेकिन उनका देश सेवा का जुनून ऐसा था कि उन्होंने नौकरी छोड़कर इसी तरफ अपने कदम आगे बढ़ने का मन बनाया।
नैनिका के पिता रामसिंह रौतेला नैनीताल जिला अदालत और उत्तराखंड हाईकोर्ट में वकालत करते हैं। मां डॉ. बसंती रौतेला मोहनलाल साह इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं। बेटी के भारतीय नौसेना में चयन से दोनों बेहद गर्वित महसूस कर रहे हैं।
अधिवक्ता राम सिंह रौतेला का कहना हैं कि वो खुद भारतीय सेना का हिस्सा बनना चाहते थे। उन्होंने सेना के अलावा कभी किसी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन नहीं किया, लेकिन कई कोशिशों के बाद भी वो सेना का हिस्सा नहीं बन सके। अब बेटी नैनिका ने नौसेना में अफसर बन उनका 28-30 साल पुराना सपना पूरा किया है।
वाइस एडमिरल संदीप नैथानी, अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), विशिष्ट सेवा मेडल (VSM) को युद्धपोत उत्पादन और अधिग्रहण नियंत्रक (Controller Warship Production and Acquisition) के पद पर तैनात किया गया है। नैथानी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (National Defence Academy), खडकवासला पुणे के स्नातक हैं। उन्हें 01 जनवरी 1985 को भारतीय नौसेना की विद्युत शाखा में कमीशन प्राप्त किया था। एडमिरल नैथानी मूलरूप से उत्तराखंड के पौड़ी (गढ़वाल) के निवासी हैं।
एडमिरल नैथानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से रडार एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। वे डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) और नेशनल डिफेंस कॉलेज (NDC) के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने अपने साढ़े तीन दशक के शानदार नौसैनिक करियर के दौरान विभिन्न चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है।
नैथानी ने विमान वाहक पोत विराट पर विभिन्न सेवाएं दी हैं। उन्होंने मुंबई और विशाखापत्तनम में नौसेना डॉकयार्ड, नौसेना मुख्यालय के स्टाफ, कार्मिक और मैटरियल शाखाओं में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। इसके अलावा उन्होंने नौसेना के प्रमुख विद्युत प्रशिक्षण प्रतिष्ठान, आईएनएस वलसुरा की भी कमान संभाली।
एक फ्लैग ऑफिसर के रूप में, एडमिरल नैथानी ने नौसेना मुख्यालय में सहायक चीफ ऑफ मैटरियल (आधुनिकीकरण), चीफ स्टॉफ ऑफिसर (टेक्निकल), नौसेना डॉकयार्ड मुंबई के एडमिरल सुपरिटेंडेंट, मुंबई में डायरेक्टर जनरल नेवल प्रोजेक्ट आदि विभिन्न पदों पर काम किया किया है।