कोरोना की बूस्टर खुराक पर बैठक करेगी विशेषज्ञ समिति..
देश-विदेश: केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के तहत विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) शुक्रवार को कोविड -19 बूस्टर खुराक के संबंध में पहली बैठक करेगी। इसकी जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को दी थी।
आपको बता दे कि हाल ही में, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड की बूस्टर खुराक की मंजूरी के संबंध में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के पास एक आवेदन दायर किया हैं। शुक्रवार यानि आज होनी वाली बैठक को लेकर अहम निर्णय लेने की उम्मीद हैं। सीरम इंस्टीट्यूट का कहना है कि देश में अभी कोविड वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक है और नए कोरोना वायरस वेरिएंट ओमिक्रॉन के उभरने के कारण बूस्टर शॉट की मांग हैं। यही कारण है लोगों को तेजी से कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट भारत की पहली वैक्सीन निर्माण कंपनी है, जिसने बूस्टर डोज के रूप में कोविशील्ड के अनुमोदन के लिए आवेदन किया हैं। इस संबंध में एसईसी की बैठक शुक्रवार दोपहर 12 बजे शुरू हो गयी हैं । कई विशेषज्ञों ने भारत में विशेष रूप से नए अत्यधिक संक्रामक कोविड -19 प्रकार ओमिक्राॅन के आने के बाद बूस्टर खुराक की सिफारिश की है। लेकिन सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है।
आपको बता दे कि हाल ही में भारतीय सीरम संस्थान (एसआईआई) ने देश के औषधि नियामक से कोरोना संक्रमण के खिलाफ कोविशील्ड को बूस्टर डोज के तौर पर देने के लिए अनुमति मांगी थी। संस्थान के सरकारी एवं नियामकीय मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई को इस संबंध में आवेदन भेज कर इसके लिए अनुमति मांगी थी। इस आवेदन में सिंह का कहना है कि यूनाइटेड किंगडम के औषधि नियामक ने इस टीके की बूस्टर डोज के लिए पहले ही अनुमति दे दी है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि देश में कोविशील्ड टीकों की कोई कमी नहीं है और महामारी के नए स्ट्रेन (ओमिक्रॉन) के सामने आने के बाद इसकी दोनों खुराकें ले चुके लोग इसकी बूस्टर खुराक के लिए मांग कर रहे हैं।
131 करोड़ लोगों को लग चुकी है भारत में वैक्सीन..
भारतीय सीरम संस्थान ने इस साल जनवरी से कोविशील्ड वैक्सीन की शिपिंग शुरू कर दी है और नवंबर के अंतिम सप्ताह में एक बिलियन डोज लैंडमार्क को पार कर लिया है। कुल देश में अब तक 114.78 करोड़ कोविशील्ड टीके लग चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में टीकाकरण की संख्या गुरुवार को 131 करोड़ मील का पत्थर पार कर गई है। गुरूवार शाम सात बजे तक 67 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद सचिवालय संघ ने खत्म की हड़ताल, आज नियत समय पर खुले अनुभाग..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री धामी के आश्वासन के बाद सचिवालय संघ ने हड़ताल खत्म कर दी। दो दिन की हड़ताल के बाद नियत समय पर सभी अनुभाग खुले। गुरुवार रात अध्यक्ष दीपक जोशी व महासचिव विमल जोशी के नेतृत्व में सचिवालय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संघ की सभी मांगों पर जल्द सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया। जिसके बाद सचिवालय संघ ने हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया।
सभी अनुभाग तय समय से खुले..
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद से सचिवालय में सभी अनुभाग तय समय से खुले। इससे पहले विभिन्न मांगों के पूरा न होने से नाराज सचिवालय कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। बुधवार को अनुभागों में सन्नाटा पसरा रहा। अधिकारी तो पहुंचे, लेकिन सचिवालय में कामकाज की गति बेहद धीमी दिखी। सचिवालय प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत विभिन्न विभागों के एचओडी को कर्मचारी भेजने के निर्देश दिए। उधर, वाहन चालक संघ और सचिवालय सुरक्षा संगठन ने भी हड़ताल को समर्थन दे दिया।
सचिवालय प्रशासन की ओर से हड़ताली कर्मचारियों के परिसर में प्रवेश पर रोक का असर नजर आया। हड़तालियों को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारियों को घोषणा पत्र के आधार पर सचिवालय में प्रवेश दिया गया। हड़ताली कर्मचारी सचिवालय गेट के आसपास ही एकत्र हुए और अपना विरोध जताया। दो बजे तक सभी यहां जमे रहे और इसके बाद लौट गए। उधर, सचिवालय परिसर में सन्नाटा पसरा नजर आया। अधिकारियों और उनके कुछ मातहतों को छोड़ दें तो करीब सभी अनुभागों में ताले लटके मिले। कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
सरकार ने विभिन्न विभागों से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कर्मचारी भेजने के आदेश दिए हैं। सचिवालय संघ से जुड़े सदस्यों ने दो बजे तक प्रदर्शन, हड़ताल करने के बाद लौट गए। सचिवालय संघ के महासचिव विमल जोशी ने हड़ताल खत्म होने की पुष्टि की है। वहीं, इससे पहले सचिवालय प्रशासन के प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन ने सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कर्मचारी भेजने के निर्देश जारी किए कर दिए थे। ताकि कामकाज सुचारू रहे।
नए साल में कर्मचारियों की इतनी बढ़ेगी सैलरी..
शहर के हिसाब से मिलता है HRA..
देश-विदेश: केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए नया साल खुशखबरी लेकर आ रहा हैं।आपको बता दे कि मोदी सरकार सरकारी कर्मचारियों के लिए नए साल पर कई घोषणाएं कर सकती हैं।
केंद्रीय सरकार कर्मचारीयों का महंगाई भत्ता बढ़ाने के साथ हाउस रेंट अलाउंस बढ़ा सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन (7th Pay Commission) में बंपर उछाल आ जाएगा। आपको बता दे कि मोदी सरकार जनवरी महीने में इसकी घोषणा कर सकती है।
बढ़ सकता है DA..
महंगाई भत्ता कितना बढ़ेगा अभी यह नहीं मालूम लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह 31 फीसदी से बढ़कर 34 फीसदी हो सकता है. इसके अतिरिक्त बजट 2022 में भी फिटमेंट फैक्टर पर भी फैसला हो सकता है. इस पर कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर इसे बजट के खर्च में शामिल कर लिया जाएगा. साथ ही दिसंबर 2021 के आखिर में केंद्र सरकार के कुछ विभागों में कर्मचारियों प्रमोशन भी दिया जाता है.
कर्मचारियों का बढ़ेगा HRA..
जानकारी के अनुसार जनवरी 2021 से कर्मचारियों को बढ़ा HRA मिल सकात है। एचआरए मिलते ही कर्मचारियों की सैलरी में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी।इंडियन रेलवे टेक्निकल सुपरवाइजर्स एसोसिएशन और नेशनल फेडरेशन ऑफ रेलवेमेन (NFIR) ने 1 जनवरी 2021 से HRA लागू करने की मांग की है।इसके बाद ये सभी केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन पर लागू हो सकता है.
हाउस रेंट अलाउंस (HRA) की कैटेगरी X, Y और Z क्लास शहरों के हिसाब से है। यानी जो कर्मचारी X कैटेगरी में आते हैं उन्हें अब 5400 रुपए महीने से ज्यादा HRA मिलेगा। इसके बाद Y Class वाले को 3600 रुपए महीना और फिर Z Class वाले को 1800 रुपए महीना HRA मिलेगा।X कैटेगरी में 50 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर आते हैं। इन शहरों में जो केंद्रीय कर्मचारी हैं उन्हें 27 परसेंट HRA मिलेगा। Y कैटेगरी के शहरों में 18 परसेंट होगा और Z कैटेगरी में 9 परसेंट होगा।
सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, 11 लोगों की मौत,सीडीएस बिपिन रावत भी थे सवार..
उत्तराखंड: तमिलनाडु से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को ले जा रहा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। विमान हादसे में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इस विमान में सीडीएस बिपिन रावत व उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में बयान देने वाले हैं। रक्षामंत्री क्या बान देंगे, इस पर देशभर की निगाहें टिकी हैं। पूरा देश इस वक्त जनरल बिपिन रावत और हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की सलामती की दुआ कर रहा है। बड़े नुकसान की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल एस लिडेर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एन के गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, L/NK विवेक कुमार, L/NK बी साय तेजा, हवलदार सतपाल सवार थे।खबर है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। इसके बाद वो दिल्ली लौट रहे थे। इस दौरान एयरफोर्स का एमआई17-वी5 हेलिकॉप्टर नीलगिरी के जंगलों में क्रैश कर गया।
केजरीवाल के मुफ्त बिजली कार्ड को चुनौती देने वाली याचिका पर हाईकोर्ट ने की सुनवाई..
उत्तराखंड: 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने संबंधी आम आदमी पार्टी के मुफ्त बिजली गारंटी कार्ड को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट में मामले की अगली सुनवाई के लिए 8 जनवरी की तिथि तय की है। याचिका में चुनाव आयोग भारत सरकार, चुनाव आयोग उत्तराखंड, उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार अजय कोठियाल को पक्षकार बनाया गया है।
आपको बता दे कि न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। विकासनगर निवासी और उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य रह चुके संजय जैन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी के कर्नल अजय कोठियाल की ओर से उनकी सरकार आने पर उत्तराखंड की जनता को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का केजरीवाल मुफ्त बिजली गारंटी कार्ड दिया जा रहा है।
इसमें शर्त रखी गई है कि पहले लोगों को पार्टी से जारी मोबाइल नंबर पर मिस्ड कॉल करनी है। इसके बाद लोगों को 300 यूनिट बिजली का गारंटी कार्ड जारी किया जा रहा है । यह कार्ड सदस्यों को संभाल के रखना है, तभी उन्हें सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली फ्री में दी जाएगी। याचिकाकर्ता का कहना था कि आम आदमी पार्टी की ओर से इस तरह रजिस्ट्रेशन करवाना पूरी तरह असंवैधानिक है।
इस तरह के गारंटी कार्ड देना लोक प्रतिनिधि अधिनियम की धारा 123 के विरुद्ध है। यह कृत्य भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है। यह आचरण जनता को गुमराह करने वाला है। याचिकाकर्ता का कहना था कि वे इसका विरोध नहीं करते हैं, लेकिन सरकार गठित हुए बिना इस तरह के गारंटी कार्ड देना जनता को धोखा देना है।
कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन नहीं है खतरनाक,दक्षिण अफ्रीका के डॉक्टर ने की घोषणा..
देश-विदेश: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखकर सरकार सहित आम लोग भी चिंतित हैं। भारत में अब तक ओमिक्रोन के 24 केस सामने आ चुके हैं और लगातार हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ इस नए वायरस को लेकर जहां लोग डरे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका की एक डॉक्टर ने राहत देने वाली बात कही है।
दक्षिण अफ्रीका के डॉ. कोएत्ज़ी उन डॉक्टरों की टीम में से एक हैं जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए रूप ओ मिक्रोन की खोज की थी। डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी का कहना हैं कि,”कोरोना का ओमेक्रोन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से अधिक खतरनाक नहीं है। ओमिक्रोन वेरिएंट से पीड़ित मरीज में डेल्टा से पीड़ित मरीज की तुलना में हल्के लक्षण वाले होते हैं।
डॉ. एंजेलिक कोएत्ज़ी साउथ अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष हैं। कोएत्ज़ी की टीम ने सबसे पहले कोरोना के इस नए रूप की खोज की थी। वह उस देश में वैक्सीन अनुसंधान पर सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं। इस समय ओमाइक्रोन कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर दुनिया भर में दहशत है। यह दक्षिण अफ्रीका से दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। भारत के कुछ राज्यों में ओमाइक्रोन के मरीज भी मिले हैं। इसलिए देश इस नए वेरिएंट को लेकर सतर्क है।
कोरोना के अल्फा, बीटा, डेल्टा वेरिएंट को दुनिया अब तक देख चुकी है। जिसमें से डेल्टा संस्करण सबसे अधिक खतरनाक था, इसी वायरस ने भारत में तबाही मचाई थी। अब जबकि दुनिया भर में टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है तो इसी दौरान ओमिक्रोन भी लगातार अपने पैर पसार रहा है और फिर से दुनिया के लिए एक चुनौती पेश कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ओमाइक्रोन डेल्टा से ज्यादा घातक नहीं है। हालांकि, यह अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। इसलिए जरूरी है कि कोरोना के नियमों का पालन करें, टीका लगवाएं और सतर्क रहें
मुख्यमंत्री ने किया शरदोत्सव मेले का शुभारंभ, नैनीताल को दी 37.88 करोड़ की सौगात..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को चमोली में हिमवंत कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले का शुभारंभ किया। यह मेला पांच दिन तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान चारधाम देवस्थानम बोर्ड भंग होने पर बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने शंख ध्वनि के साथ मुख्यमंत्री को बद्रीनाथ धाम की धर्म ध्वजा और अंगवस्त्र भेंट किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पोखरी मेले को राजकीय मेला घोषित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी का कहना हैं कि पहाड़ों में उद्योग स्थापित करने पर सरकार जोर दे रही है। कुटीर उद्योग लगाए जा रहे हैं। जब पहाड़ में उद्योग धंधे खुलेंगे तो रोजगार बढे़गा। पिछले 5 साल में डबल इंजन की सरकार ने 1 लाख करोड़ की योजनाओं को सवीकृति दी है। उन्होंने कहा कि मैंने 4 जुलाई को मुख्य सेवक की जिम्मेदारी को संभालने के बाद से एक-एक पल, एक-एक क्षण जनता को समर्पित किया है।
राज्य सरकार को केंद्र का पूरा सहयोग..
आशाओं, आंगबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया गया है। होम स्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है। जब राज्य 25 साल का होगा, तो हर गांव सड़क, बिजली, संचार से जुड़ जाएगा। इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र का पूरा सहयोग मिल रहा है। हमने उत्तराखंड राज्य को हिंदुस्तान का आदर्श राज्य बनाने का संकल्प लिया है। आज दुनिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यकुशलता के चलते भारत का मान सम्मान बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में फ्री दवाई देने की व्यवस्था की गई है। यदि कोई चिकित्सक बाहर की दवा मंगाता है तो उन्हें इसका कारण बताना होगा। सरकार ने 24000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थी को निशुल्क आवेदन करने की सुविधा दी गई है।
हर घर को पेयजल संयोजन से जोड़ा जाएगा..
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि जल जीवन मिशन के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के हर घर को पेयजल संयोजन से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में 100 रुपए और ग्रामीण क्षेत्र में रुपए पर जलापूर्ति होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को विधायक राम सिंह कैड़ा के साथ ओखलकांडा ब्लॉक के खनस्यूं गलनी स्थित त्रिवेणी संगम मैदान में पहुंचकर 37.88 करोड़ की लागत की 23 विकास कार्यों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
उन्नति शर्मा ने लेबनान में एशियाई चैम्पियनशिप में जीता रजत पदक..
उत्तराखंड: देहरादून की जूडो खिलाड़ी उन्नति शर्मा ने हाल ही में लेबनान के बेरूत में आयोजित एशियाई ओशिनिया कैडेट और जूनियर चैंपियनशिप में महिलाओं की 63 किग्रा वर्ग स्पर्धा में रजत पदक जीता है। उनका लक्ष्य अगले साल होने वाली एशियाई सीनियर चैम्पियनशिप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतना है। अगर उनका प्रदर्शन लगातार बना रहा तो वह देश के लिए ओलंपिक पदक भी जीत सकती हैं।
देहरादून की रहने वाली जूडो प्लेयर उन्नति शर्मा ऐसी ही होनहार बेटियों में से एक हैं। उन्नति शर्मा ने लेबनान में हुई एशियाई ओशिनिया कैडेट और जूनियर चैंपियनशिप में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीत का उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। उन्नति का परिवार देहरादून की डिफेंस कॉलोनी में रहता है। वह पहले भी जूडो में शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं। इस बार उन्होंने लेबनान में हुई जूडो चैंपियनशिप में एक बार फिर उम्दा प्रदर्शन करते हुए देश के लिए सिल्वर मेडल जीता।
उन्नति शर्मा के पिता विशेष कुमार शर्मा का कहना हैं 18 वर्षीय जूडोका दक्षिण कोरिया के चावोन शिन से हारने के बाद बेरूत स्पर्धा में स्वर्ण पदक से चूक गए। “उन्नति को अपने आखिरी गेम में चेहरे पर चोट लगी थी, लेकिन वह फाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी को टक्कर दिए बिना नहीं हारी। अगर चोट के लिए नहीं, तो वह स्वर्ण पदक जीत सकती थी। इससे पहले 2018 में, शर्मा ने लेबनान में एशियाई राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
दिल्ली में ऑमिक्रॉन का केस मिलने के बाद उत्तराखंड में अलर्ट..
कोरोना जांच के बिना नहीं मिलेगी एंट्री..
उत्तराखंड: दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से संक्रमित मरीज की पुष्टि होने के बाद दून में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। दिल्ली, यूपी सहित पड़ोसी राज्यों से आने वाले लोगों की रैंडम कोरोना जांच की जा रही है। साथ ही, आम जनता को विशेष रूप से सतर्क रहने के लिए अपील की गई है। बाजारों एवं भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क की पाबंदी के लिए कहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष निर्देश जारी किये हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. राजीव दीक्षित का कहना हैं कि सरकारी एवं निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने एवं बेड की संख्या बढ़ाने के लिए कह दिया गया है। ऑक्सीजन के प्लांटों की रिचेकिंग की जा रही है। दवाओं का स्टॉक रखने के साथ ही डाक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी तय कर दी गई है। निगरानी कमेटियों को सतर्क रहने को कहा है। बाहर से आने वालों की रैंडम सैंपलिंग एयरपोर्ट एवं बार्डरों पर कराई जा रही हैं। उधर, डीएम डा. आर राजेश कुमार ने एसडीएम, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को बाजार और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भी बिना मास्क वालों पर कार्रवाई के लिए कहा है और जांच एवं टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिये गये हैं।
आपको बता दे कि देशभर में ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने राज्य में पॉजिटिव पाए जाने वाले कोरोना मरीजों के सैंपलों की अनिवार्य जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का निर्णय लिया है। कई राज्यों में ओमीक्रोन के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके निर्देश दिए गए हैं। दरअसल विदेशों के बाद अब देश के कई राज्यों में भी ओमीक्रोन के मरीज तेजी से सामने आ रहे हैं। इससे राज्य के स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है।
अभी तक विदेश से आने वाले पॉजिटिव मरीजों के सैंपलों की ही अनिवार्य जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही थी। लेकिन कई प्रदेशों में मामले सामने आने के बाद अब राज्य में मिलने वाले सभी पॉजिटिव मरीजों को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। हालांकि राज्य में अभी तक किसी भी मरीज में ओमोक्रोन की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन ऐहतियात के तहत जांच के सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है। सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय का कहना हैं कि वायरस के नए स्वरूप की पहचान के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
आखिर क्यों देहरादून में ‘भूख हड़ताल’ पर बैठा है ये डॉगी?
उत्तराखंड: राजधानी देहरादून में सोमवार को एक डॉगी आर्कषण का केंद्र बन गया। उसके बारे में सुनकर लोग उसे देखने गांधी पार्क पहुंचने लगे। आपको बता दे कि यहां पिछले 10 दिन से कुछ युवा धरने पर बैठे हुए हैं। उनके साथ ही यह डॉगी भी धरने पर बैठा है।
इस डॉगी का नाम गब्बर है। जानकारी के अनुसार चार साल पहले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा उत्तराखंड परिवहन निगम में निकाली गई भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। लेकिन जॉइनिंग न होने पर पिछले उक्त युवा पिछले एक महीने से धरने व अनशन कर रहे है।
सोमवार को धरना कर रहे एक युवाओं के साथ एक डॉगी भी साथ अनशन पर बैठ गया। बताया जा रहा हैं कि गब्बर सोमवार को सुबह आठ बजे से बिन कुछ खाए-पिए उनके साथ गांधी पार्क के बाहर अनशन पर बैठा रहा।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित सहायक लेखाकार परीक्षा रद्द करने, शिक्षक भर्ती में शामिल करने और साल भर नौकरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर पीआरडी जवानों का भी सोमवार को गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी विनोद गैरोलाका कहना हैं कि पिछले 10 दिनों से वह और अन्य युवा गांधी पार्क में धरने पर बैठे हैं और रोजाना यह डॉगी इनके पास आता है।