UKSSSC ने जारी की इस भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट..
उत्तराखंड: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 21 मई, 2023 को रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) परीक्षा की वेटिंग लिस्ट जारी कर दी है। अभ्यर्थियों को 25 जुलाई को शारीरिक नाप-जोख परीक्षण एवं अभिलेख सत्यापन के लिए बुलाया गया है। 21 मई, 2023 को उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने रक्षक (सचिवालय सुरक्षा संवर्ग) की लिखित प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया था। लिखित परीक्षा के आधार पर 33 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों की प्रेषित चयन संस्तुति के सापेक्ष 10 अभ्यर्थियों द्वारा विभाग में योगदान न देने के कारण विभाग द्वारा मांग की गई थी। जिसके आधार पर प्रतीक्षा सूची के अनुसार अभ्यर्थियों की शारीरिक नाप-जोख हेतु औपबन्धिक श्रेष्ठता सूची जारी की है। 25 जुलाई 2024 को सभी चयनित अभ्यर्थियों का शारीरिक नाप-जोख परीक्षण और अभिलेख सत्यापन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय में किया जाएगा।
सीएम धामी ने ली कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक..
22 जुलाई से शुरू हो रही है यात्रा..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक ली। कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सभी महकमे इसकी तैयारियों में जुटे हैं। नगर निगम की ओर से भी कांवड़ यात्रा को लेकर खास तैयारियां की जा रही हैं। कांवड़ पटरी मार्ग पर नगर निगम दो विश्राम स्थल बना रहा है। एक विश्राम स्थल पंचशील मंदिर तो दूसरा शिवमंदिर के पास होगा। दोनों विश्राम स्थल वाटर प्रूफ होंगे। इसके साथ ही कांवड़ यात्रियों के लिए नहाने के लिए फव्वारा लगाया जाएगा। साथ ही कांवड़ पटरी पर मोबाइल शौचालय भी लगाए जाएंगे।
रात के समय कांवड़ यात्रियों को कोई परेशानी न हो। इसके लिए कांवड़ पटरी पर 300 स्ट्रीट लाइटें लगवाई जा रही हैं। वहीं, निगम कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह कूड़ेदान भी लगवा रहा है। वहीं कांवड़ यात्रा के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने हरिद्वार जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को 22 जुलाई से चार अगस्त तक छुट्टियां रद्द होने के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही चेतावनी दी है कि अगर कांवड़ यात्रा के दौरान कोई डॉक्टर या स्टाफ ड्यूटी से नदारद पाया गया तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कारगिल में बर्फ के अंदर दबे रहे जवानों के शव, खोजने में लग गए नौ महीने..
देश-विदेश: लद्दाख में कारगिल की माउंट कुन चोटी के पास हुए हिमस्खलन में शहीद हुए तीन सैन्य कर्मियों के शव लगभग नौ महीने के बाद बरामद कर लिए गए हैं। इस हादसे में बलिदान एक अन्य का शव पहले ही मिल चुका था। आपको बता दे कि आठ अक्टूबर, 2023 को बारामूला जिले के गुलमर्ग स्थित सेना के हाई एल्टीट्यूड वॉरफेयर स्कूल के 40 सैन्यकर्मियों की एक टीम माउंट कुन के नजदीक 18,300 फीट से अधिक की ऊंचाई पर चढ़ाई का प्रशिक्षण ले रही थी। इसी प्रशिक्षण के दौरान भारी बर्फबारी हुई और हिमस्खलन हो गया। इसमें कई जवान फंस गए थे। इस हादसे में टीम के चार जवान एक दरार में लापता हो गए। उन्हे तलाश करने की कवायद शुरु हुई। बलिदान हुए लॉन्स नायक स्टैनजिन टार्गिस का पार्थिव शरीर उसी दिन बरामद कर लिया गया था, जबकि तीन सैन्यकर्मी हवलदार रोहित कुमार, हवलदार ठाकुर बहादुर आले व नायक गौतम राजवंशी बर्फ में दबने से लापता हो गए थे।
नौ महीने बाद नौ दिन की खुदाई के बाद मिले शव..
जहां ये हादसा हुआ वहां अक्टूबर के बाद के सीजन में भारी बर्फबारी होती है। ऐसे में लापता सैन्य कर्मियों की तलाश को रोकना पड़ गया। अब जब कुछ बर्फ गली तो फिर से तलाश शुरु की गई। इस अभियान को हवलदार रोहित, हवलदार ठाकुर बहादुर और नायक गौतम के नाम पर ‘ऑपरेशन RTG’88 लोगों की टीम लगभग नौ दिनों तक बेहद कठिन हालात में रोजाना 12 घंटे तक काम करती रही। इसके बाद तीनों बलिदानियों के पार्थिव शरीर बर्फ की मोटी परतों के बीच दरार से बरामद कर लिए गए।
सेवानिवृत ब्रिगेडियर हरदीप सिंह सोही ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जब 8 अक्टूबर, 2023 को चार सैनिक खो गए, तो छह दिनों की खुदाई के बाद एक शव बरामद हुआ था। इस बार टीम RECCO रडार का उपयोग करके चेनसॉ और GREF ग्रेड फावड़ों के साथ गई और 9 दिनों की खुदाई के बाद शेष तीन को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया। शव बर्फ से ढकी 70 फीट ऊंची दरार के नीचे दबे हुए थे। इससे पहले उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘वह भारी नहीं है,वह मेरा भाई है’
काशीपुर में सरिया बनाने वाली उत्तरांचल इस्पात कंपनी में विस्फोट..
उत्तराखंड: उधम सिंह नगर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही हैं। काशीपुर में सरिया बनाने वाली कंपनी उत्तरांचल इस्पात में जोरदार विस्फोट हो गया. जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। घटना बुधवार की बताई जा रही है। उत्तरांचल इस्पात कंपनी में हुए विस्फोट में अभी तक 12 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। जिन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए काशीपुर के केवीआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मिली जानकारी के अनुसार सरिया कंपनी में विस्फोट की वजह पिघलते लोहे में पानी के कण जाना बताया जा रहा है। विस्फोट होते ही मौके पर हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
उन्नाव में दर्दनाक हादसा, टैंकर से टकराई डबल डेकर बस, 18 की मौत, 20 घायल..
देश-विदेश: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बुधवार सुबह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में भीषण सड़क हादसा हो गया। डबल डेकर बस एक टैंकर से टकरा गई। जिसके बाद कई बार हाईवे में बस पलटी। दर्दनाक हादसे में 18 यात्रियों की जान चली गई, जबकि 19 से ज्यादा यात्री घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है।
बताया जा रहा है कि डबल डेकर बस बिहार के शिवगढ़ से राजधानी दिल्ली जा रही थी। जैसे ही स्लीपर बस लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बेहटा मुजावर थाना इलाके में हवाई पट्टी पर पहुंची तो दूध से भरे टैंकर में भिड़ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां लाशों का अंबार लग गया। सड़क पर लाश देख हर कोई सहम गया। बताया जा रहा है कि हादसे में एक बच्चे और महिलाओं समेत 18 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 20 यात्री गंभीर रुप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि बस की स्पीड ज्यादा थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया स्लीपर बस अनियंत्रित होकर टैंकर से टकराई थी, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि दिल्ली जा रही एक निजी बस में करीब 57 यात्री सवार थे। सुबह 5:15 बजे बस की दूध के कंटेनर से टक्कर होने से 18 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए, जबकि करीब 20 लोग सुरक्षित हैं, जिन्हें दिल्ली भेजा जा रहा है।
उत्तराखंड में 15 जुलाई को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक..
उत्तराखंड: लोकसभा चुनाव के बाद दो विस सीटों पर उपचुनाव से फारिग होने के बाद भाजपा के प्रदेशस्तरीय नेता और कार्यकर्ता आगामी सांगठनिक और चुनावी रणनीति पर मंथन करने के लिए देहरादून में जुटेंगे। पार्टी ने देहरादून स्थित ग्राफिक एरा विवि के कैंपस में 15 जुलाई को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक रखी है। इस बैठक में पार्टी के 1350 प्रतिनिधियों के साथ ही खास मेहमान के तौर पर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर शिरकत करेंगे। प्रदेश प्रभारी, मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष समेत पार्टी के सभी प्रमुख नेताओं का पार्टी पदाधिकारियों को मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
लोस चुनाव की समीक्षा होगी, अच्छे परिणाम वाले बूथ होंगे सम्मानित..
प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी का कहना हैं कि लोकसभा चुनावों में हासिल शानदार जीत को लेकर सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने के अतिरिक्त उनके चुनाव के अनुभवों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। ऐसे तमाम बूथ जहां पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया। वहां के कार्यकर्ता को सम्मानित किया जाएगा।
सांगठनिक चुनाव की बनेगी रणनीति, नवंबर तक नया प्रदेश अध्यक्ष..
कार्यसमिति में जुलाई अंत से सदस्यता अभियान से शुरू होने वाली सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा होगी। नवंबर माह तक प्रदेश अध्यक्ष दिसंबर तक नये राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। सबसे पहले बूथ समितियों का गठन होगा। फिर मंडल अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। इस पूरी विस्तृत प्रक्रिया की सभी प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी जाएगी। कार्यसमिति में निकाय एवं पंचायत चुनावों की तैयारी के साथ सांगठनिक चुनावों प्रक्रिया शुरू करने की चर्चा की जाएगी। वहीं निकाय और पंचायत चुनाव की रणनीति पर भी विचार विमर्श के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा।
कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए उत्तराखंड के 5 जवान, सीएम धामी ने जताया दुख..
उत्तराखंड: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले की सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निंदा की हैं। सीएम धामी ने कहा कि किसी भी क़ीमत पर आतंकवादी बख्शे नहीं जाएंगे। बता दें कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए। इस खबर के बाद से उत्तराखंड में शोक की लहर है। सीएम धामी ने कहा कठुआ, जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए मां भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
सीएम धामी का कहना हैं कि मां भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध शहीदों का यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा सैन्यभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है। यहां के जवानों ने हमेशा से ही मां भारती की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपने राष्ट्रधर्म का निर्वहन किया है। शहीद हुए सैनिकों का बलिदान हम किसी भी हालत में व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
आतंकियों ने कठुआ के बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के वाहन पर घात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। पांचों जवान उत्तराखंड के गढ़वाल के हैं। जबकि कई जवानों के घायल होने की जानकारी भी मिल रही है। बता दे कि पांच जवानों की शहादत की खबर के बाद से देवभूमि शोक में डूब गई है। आतंकी हमले में उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडौन निवासी हवलदार कमल सिंह, कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी शहीद हो गए।
सीएम धामी ने किया अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निरीक्षण..
अतिक्रमण हटाने को लेकर बोली बड़ी बात..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार सुबह हल्द्वानी पहुंचकर गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम धामी ने स्टेडियम के पास गौला नदी द्वारा किए गए काटन की स्थिति जानी। सीएम धामी का कहना हैं कि प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए है। अधिकारियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है। सभी को कहा कि आपदा राहत के काम को प्राथमिकता से ले। साथ ही अतिक्रमण वाले इलाकों से अतिक्रमण हटाने को कहा गया है।
उत्तराखंड सरकार जल्द ही सार्वजनिक करेगी यूसीसी कानून की बुनियाद रही विशेष रिपोर्ट..
उत्तराखंड: प्रदेश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की नींव रखने से पहले भारत के वैदिक काल से लेकर संविधान सभा के गठन तक गहन अनुसंधान किया गया था। साथ ही देश-विदेश में अलग-अलग समय में लागू रहे विभिन्न धर्मों के पर्सनल लॉ का आम लोगों के जीवन पर क्या असर रहा, जैसे मुद्दों पर भी विस्तृत अनुसंधान किया गया था। इसके आधार पर उत्तराखंड सरकार ने यूसीसी का कानून तो पारित कर दिया लेकिन उस अनुसंधान रिपोर्ट को अभी तक पर्दे में रखा था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यूसीसी की बुनियाद में रही उस अनुसंधान रिपोर्ट को सरकार जल्द सार्वजनिक करने की तैयारी में है। सरकार यूसीसी कानून और पोर्टल को लागू करने से पहले अनुसंधान रिपोर्ट को जनता के सामने लाना चाहती है ताकि आम लोगों को उन तथ्यों से रूबरू कराया जा सके, जिनकी वजह से यूसीसी कानून पारित किया गया।
आम लोगों पर उनके प्रभाव आदि विषयों पर अनुसंधान..
पोर्टल का काम अक्तूबर तक पूरा होने की उम्मीद है, ठीक उससे पहले सरकार उस रिपोर्ट को सार्वजनिक कर देगी। यूसीसी कानून ड्राफ्ट करने वाली विशेषज्ञ समिति ने इस रिपोर्ट में वैदिक काल से लेकर आज के संदर्भ में यूसीसी की जरूरत पर अनुसंधान किया है। इसमें यूसीसी का आधार, उसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, विभिन्न धर्मों के पर्सनल लॉ की पृष्ठभूमि, संविधान सभा की बहस, यूसीसी और अलग-अलग धर्मों के पर्सनल लॉ पर देश-विदेशों की स्थिति, आम लोगों पर उनके प्रभाव आदि विषयों पर अनुसंधान है।
पहले जानकर रोकी गई थी रिपोर्ट..
बीती 6 फरवरी को यूसीसी कानून पेश किया गया तो सरकार ने उसकी अनुसंधान रिपोर्ट को उस समय सार्वजनिक करने से रोक लिया था। क्योंकि सरकार चाहती थी कि उस समय देश के पहले यूसीसी बिल की चर्चा ही इतनी अधिक थी कि अनुसंधान रिपोर्ट प्रकाश में नहीं आती। चूंकि अब बिल की नियमावली लागू करने की तैयारी है इसलिए उससे पहले अनुसंधान रिपोर्ट को सार्वजनिक करने का फैसला लिया गया है।
रेल, बांध, आपदा और बिजली परियोजनाओं के लिए मोदी सरकार से आस,इस महीने आएगा बजट..
उत्तराखंड: अगले पांच वर्ष में राज्य की आर्थिक विकास दर को दोगुना करने के उद्देश्य से राज्य सरकार अपनी जिन ढांचागत विकास जुड़ी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कोशिश कर रही है, उसमें वह मोदी सरकार उदार सहयोग चाहती है।यही वजह है कि केंद्र सरकार के बजट से ऐन पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीएम, गृहमंत्री से लेकर केंद्र के सभी प्रमुख मंत्रियों के दरवाजे पर दस्तक दी ताकि राज्य की प्रस्तावित योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र से सहायता मिल सके।ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है।
नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा
अब सरकार का फोकस टनकपुर-बागेश्वर और ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल परियोजना पर है। इसलिए सरकार इन दोनों परियोजनाओं में आवश्यक प्रावधान चाहती है। साथ ही सरकार ने देहरादून-मसूरी रेल परियोजना का एक नया प्रस्ताव केंद्र के समक्ष रखा है। सरकार राज्य की दो महत्वपूर्ण जमरानी और सौंग बांध परियोजनाओं के लिए भी केंद्र से मदद चाहती है। दोनों परियोजनाओं पर फिलहाल सरकार ने अपने संसाधनों से काम शुरू कर दिया है। लेकिन परियोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए केंद्र की वित्तीय सहायता जरूरी है। पीएमजीएसवाई और जल जीवन मिशन के कार्य तय समय सीमा के अनुरूप नहीं बन पाए हैं।
ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही
सरकार चाहती है कि केंद्र इस योजना की समय-सीमा को बढ़ा दे। राज्य में औद्योगिक निवेश और आर्थिक गतिविधियों में हो रहे विस्तार के लिए ऊर्जा की डिमांड लगातार बढ़ रही है। पानी से बिजली बनाने की भरपूर क्षमता होने के बावजूद सरकार परियोजनाओं पर काम नहीं कर पा रही है। 25 हजार मेगावाट क्षमता के राज्य में केवल 4200 मेगावाट क्षमता की दोहन हो पाया है। इसलिए सरकार 4800 मेगावाट की उन 44 जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण पर लगी रोक को हटाने के लिए भी केंद्र से गुहार लगा रही है। सीएम धामी इस बाबत पीएम से भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध कर चुके हैं। सरकार यह भी चाहती है कि एसडीआरएफ योजना की परिधि में हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन व वनाग्नि को भी शामिल किया जाए। प्राकृतिक आपदा के लिहाज से संवेदनशील राज्य में सरकार चाहती है कि केंद्र सरकार चमोली, चंपावत या पिथौरागढ़ में से किसी एक जिले में क्रोनिक लैंड स्लाइड के ट्रीटमेंट के लिए राष्ट्रीय महत्व के शोध संस्थान की स्थापना करे।