22 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा, अफसरों ने परखीं व्यवस्थाएं..
उत्तराखंड: कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस-प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार को अधिकारियों ने श्यामपुर हाईवे पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस बार कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू होकर दो अगस्त तक चलेगी। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित कई राज्यों से करोड़ों शिवभक्त गंगाजल भरने के लिए पहुंचेंगे। चारधाम यात्रा के बीच ही अफसरों ने कांवड़ मेले की व्यवस्था बनाने में जुट गया है। बुधवार को एडीएम प्रशासन पीएल शाह और एसडीएम अजयवीर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
एडीएम ने वन विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि आपदा के दृष्टिगत ऐसे खतरनाक पेड़ हटा दिए जाएं जो कभी भी गिर सकते हैं। रोड किनारे बड़े पेड़ों की नियमानुसार लॉपिंग कराएं। एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए। चंडीघाट से श्यामपुर तक जाम संभावित क्षेत्रों में काम किया जाए। इसके साथ ही ऊर्जा निगम के अफसरों को भी निर्देशित किया कि यात्रा मार्ग पर बिजली के खतरनाक झूलते हुए तार व पोल न हो।
सहस्त्रताल ट्रैक- चार ट्रैकर्स के शव लाए गए भटवाड़ी, हादसे में चली गई नाै की जान..
उत्तराखंड: उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के दौरान मौसम के खराब होने के कारण नौ ट्रैकरों की मौत हो गई। प्रशासन को सूचना मिलते ही रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया, जिसमें 13 ट्रैकरों को सुरक्षित बचा लिया गया। इनमें से 11 ट्रैकरों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, जबकि दो को वन विभाग की टीम ने पैदल चलकर सुरक्षित निकाला। बुधवार को पांच ट्रैकर्स के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि लापता चार ट्रैकर्स के शव आज भटवाड़ी पहुंचाए गए। रेस्क्यू ऑपरेशन के समापन के बाद एसडीआरएफ की टीम भी उत्तरकाशी लौट आई है।
जानकारी के अनुसार, आज वेंकटेश प्रसाद (53), पदमांधा कृष्णमूर्ति (50), अनिता रंगप्पा (60) और पद्मिनी हेगड़े (34) के शव लाए गए हैं। जबकि सिंधु वाकेलाम, आशा सुधाकर, सुजाता मुंगरवाडी, विनायक मुंगुरवाडी और चित्रा प्रणीत के शव बुधवार को लाए गए थे। 29 मई को कर्नाटक और महाराष्ट्र के ट्रैकरों का 22 सदस्यीय दल मल्ला-सिल्ला से कुश कल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए रवाना हुआ था। दो जून को दल सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा था। इनमें से 20 ट्रैकर्स तीन जून को सहस्त्रताल के लिए रवाना हुए थे, लेकिन अचानक मौसम खराब होने से घने कोहरे और बर्फबारी के बीच सभी फंस गए। समुचित व्यवस्था नहीं होने से पूरी रात उन्हें ठंड में काटनी पड़ी थी। जिसके चलते नाै ट्रैकर्स की माैत हो गई।
देहरादून में अगले दो दिन तक बारिश की आशंका, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट..
उत्तराखंड: प्रदेश में आज मौसम का मिजाज बदला रहेगा। मौसम विभाग ने प्रदेशभर के लिए बारिश की संभावना जताते हुए अधिकांश जिलों में 50 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ ही आकाशीय बिजली चमकने की आशंका जताई है। इसके साथ ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार गुरुवार को प्रदेश के सभी जिलों में कही-कही ग्रहण के साथ बिजली और अलावृष्टि होने की संभावना है। बारिश होने की वजह से तापमान में 2-3 डिग्री गिरावट होगी। जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। इसके साथ ही राजधानी देहरादून में अगले दो दिन तक बारिश की आशंका है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार सात जून से लेकर नौ जून तक राज्य में मौसम सामान्य रहेगा। मौसम विभाग में इन दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी कर गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और तेज हवा चलने की बात कही है।