पौड़ी गढ़वाल के लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान बने देश के दूसरे सीडीएस..
उत्तराखंड: देश के दूसरे चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ(सीडीएस) बनने का गौरव एक बार फिर उत्तराखंड के सपूत को प्राप्त हुआ। पौड़ी जिले के मूल निवासी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान देश के दूसरे सीडीएस बने हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। इससे पहले उत्तराखंड के ही जनरल विपिन रावत देश के पहले सीडीएस बने थे।
इसी साल हेलीकॉप्टर हादसे में उनका निधन हो गया था। सीएम धामी ने ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘उत्तराखंड के सपूत को सीडीएस नियुक्त होने से हर उत्तराखंडी गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि आपके कुशल नेतृत्व में भारतीय सेना सदैव की भांति राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी’।
केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने भी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को सीडीएस की जिम्मेदारी दिए जाने पर शुभकामनाएं दी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी लेफ्टिनेंट जनरल चौहान को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि वह देश के दूसरे सीडीएस बनें। यह संयोग हैं कि जनरल विपिन रावत पहले सीडीएस बनें। वह भी इलेवन गोरखा राइफल से थे और लेफ्टिनेंट जनरल अनिल जनरल भी इलेवन गोरखा राइफल से हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया कि उन्होंने उत्तराखंड को यह सौभाग्य दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने भी लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को सीडीएस बनाए जाने पर शुभकामनाएं दीं। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत ने भी लेफ्टिनेंट जनरल चौहान को बधाई दी।
भारत में आतंकी हमलों का खतरा, एडवाइजरी से भड़के कनाडा ने अपने नागरिकों को दी सलाह..
देश-विदेश: कनाडा ने भारत जाने वाले अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे सीमांत राज्यों जैसे पंजाब, राजस्थान और गुजरात में न जाएं। कनाडा सरकार का कहना है कि इन इलाकों में भूमिगत विस्फोटकों और सुरक्षा का खतरा है। कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए जारी एडवाइजरी में कहा, ‘पाकिस्तान की सीमा से 10 किलोमीटर की दूरी तक के इलाकों मे न जाएं। गुजरात, राजस्थान और पंजाब के इन इलाकों में लैंडमाइंस और विस्फोटक का खतरा है। यहां सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा हो सकता है।’ कनाडा की यह एडवाइजरी चौंकाने वाली है।
ऐसे में माना जा रहा है कि कनाडा में हेट क्राइम की आशंका को लेकर भारतीयों के लिए सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी के जवाब में यह कदम उठाया गया है। इसलिए कनाडा सरकार के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। कनाडा सरकार ने 27 सितंबर को अपनी वेबसाइट पर जारी की गई एडवाइजरी में कहा है कि वे भारत दौरे के वक्त पूरे देश में ही सावधानी से यात्रा करें। कनाडा ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि भारत के हर इलाके में आतंकवादी हमलों का खतरा है। हालांकि लद्दाख को इससे बाहर रखा गया है।
कनाडा ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे मणिपुर और असम जैसे पूर्वोत्तर के राज्यों में जरूरी न हो तो न जाएं। कनाडा ने कहा कि इन दोनों राज्यों में आतंकवाद और विद्रोहियों के हमलों का खतरा है। दरअसल 23 सितंबर को ही भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी करके कनाडा में रह रहे अपने नागरिकों और छात्रों को सलाह दी थी कि वे हेट क्राइम और भारत विरोधी गतिविधियों को देखते हुए सावधान रहें। माना जा रहा है कि कनाडा को यह एडवाइजरी नागवार गुजरी है और उसके जवाब में ही उसने यह आदेश जारी किया है।
अंकिता के परिवार को दिया जाएगा 25 लाख का मुआवजा- सीएम धामी..
उत्तराखंड: अंकिता मर्डर केस को लेकर जहां प्रदेश में उबाल है। वहीं लोग अंकिता के परिजनों के लिए मदद का हाथ बढ़ा रहे है। मामले में सीएम धामी फुल एक्शन में है। बुधवार को सीएम ने अंकिता के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। साथ ही अपराधियों को सख्त सजा दिलाने की बात कही। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं।
आपको बता बता दे कि सीएम धामी का कहना हैं कि दिवंगत अंकिता भंडारी के स्वजन को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अंकिता के परिवार के साथ है और उनकी हर प्रकार से सहायता करेगी।
मामले की एसआइटी जांच की जा रही है। पूर्ण निष्पक्ष तरीके से जल्द से जल्द जांच पूरी की जाएगी।बताया जा रहा है कि सीएम ने कहा कि मामले से संबंधित हर तथ्य को जुटाते हुए पुख्ता तरीके से रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा। अपराधियों को ऐसी सजा दिलाई जाएगी जो आगे के लिए भी नजीर बने। पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय मिल सके, इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई के लिए कोर्ट से अनुरोध किया गया है।
उत्तराखंड वन विभाग में हुए बंपर प्रमोशन..
उत्तराखंड़: वन विभाग में लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार कर रहे वन कर्मियों को आखिरकार विभाग ने प्रमोशन का तोहफा दे दिया है। साथ ही प्रमोशन और ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड वन विभाग में अलग-अलग वन प्रभागों में तैनात 39 वन आरक्षी पदोन्नत हुए हैं।
जिसके आदेश और सूची जारी की गई है।मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मुख्य वन संरक्षक मानव संसाधन विकास एवं कार्मिक विभाग उत्तराखंड ने आज राज्य में वन आरक्षी को तत्काल प्रभाव से वन दरोगा पद पर 39 लोगों को पदोन्नति दी है। बताया जा रहा है कि विभाग द्वारा पदोन्नति की सूची आज जारी हो गई है।
बताया जा रहा है कि 27 जून को समिति द्वारा लिए गए निर्णय के बाद सूची जारी की गई है। जारी आदेश में लिखा है कि वर्ष 2022-23 में उपलब्ध रिक्तियों के सापेक्ष निम्नलिखित वन आरक्षी ( वतनमान लेवल 3 रू 0 21700-69100 ) के कार्मिकों की वन दरोगा ( वेतनमान लेवल 5 रू 0 29,200-92,300 ) के पद पर तत्काल प्रभाव से प्रोन्नति की जाती है।
उत्तराखंड में IPS अधिकारियों के तबादले, इन्हे मिली ये जिम्मेदारी..
उत्तराखंड: प्रदेश में तबादलों का दौर जारी है। उत्तराखंड शासन ने 2 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए है। जिसके आदेश जारी किए गए है।जानकारी के अनुसार शासन द्वारा जारी आदेश के तहत आईपीएस विम्मी सचदेवा और अनंत शंकर ताकवाले को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि आईपीएस विमी सचदेवा को पुलिस महानिरीक्षक पीएम के पद पर तैनात किया गया है। जबकि प्रतिनियुक्ति से उत्तराखंड लौटे अनंत शंकर ताकवाले को डीआईजी कार्मिक बनाया गया। जारी आदेश में तत्काल प्रभाव से नई तैनाती ज्वाईन करने की बात कही गई है।
जिला उद्योग केंद्र की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन..
उत्तराखंड: स्वरोजगार कर उद्यमी बनने का सपना देख रहे युवाओं का मार्ग-दर्शन और सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं की जानकारी देने के लिए जिला उद्योग केंद्र की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आयोजित कार्यशाला में स्टार्ट अप उत्तराखंड के प्रतिनिधियों ने युवाओं को केंद्र व राज्य सरकार की स्टार्ट अप नीति की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पाॅलीटेक्निक, महाविद्यालय सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं ने औद्योगिक इकाई शुरू करने के गुर सीखे।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कार्यशाला में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि जिला उद्योग केंद्र की अगुवाई में डिस्ट्रिक्ट रिसर्च स्टार्ट अप एंड इनोवेशन काउंसिल ’’दृष्टि’’ स्थापित की गई है। दृष्टि जिले की सिंगल विंडो सिस्टम की तर्ज पर काम कर रहा है, जिसकी मदद से जिले में उद्योग स्थापित करने की चाह रखने वाले लोगों को संबंधित विभागों, बैंक या अन्य संस्थानों से जुड़ी औपचारिकताओं को प्राथमिकता से पूर्ण करवाया जा रहा है। टीम लीडर स्टार्ट अप उत्तराखंड सिद्धार्थ शुक्ला ने कार्यशाला में स्टार्ट अप या उद्यम स्थापित करने का सपना देख रहे लोगों को स्टार्ट अप नीतियों की चरणबद्ध जानकारी दी। उन्होंने कहा कि व्यवसाय शुरू करने के लिए कोई उम्र या शिक्षा मायने नहीं रखती।
अगर आपके पास एक बेहतर आइडिया है तो आप कभी भी अपना सफल व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं। शुक्ला ने बताया कि राज्य सरकार स्टार्ट अप उत्तराखंड कार्यक्रम के तहत प्रति वर्ष सभी जिलों में बूस्ट कैंप आयोजित करती है, जहां से सबसे बेहतर स्टार्ट अप आइडिया को राज्य स्तर पर पेश किया जाता है। राज्य के सर्वश्रेष्ठ दस आइडिया को राज्य सरकार प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करती है। बताया कि राज्य सरकार की ओर से गठित समितियां व्यवसाय स्थापित करने के लिए हर स्तर पर सहायता उपलब्ध करवाती हैं।
कार्यशाला के समापन पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में ’’इंक्यूबेटर सेल’’ स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव दिया ताकि जिले के युवाओं को उद्यम स्थापित करने के लिए नियमित मार्गदर्शन मिल सके। साथ ही उद्योग स्थापित करने के लिए हर संभव मदद भी प्राप्त हो सके। उन्होंने जिला उद्योग केंद्र के साथ मिलकर समय-समय पर बूस्ट कैंप आयोजित करने के निर्देश भी दिए।
जिलाधिकारी ने उद्योग संबंधी कार्यशालाओं में जिले में सफल व्यवसाय कर रहे उद्यमियों व महिला समूहों को शामिल करने का सुझाव दिया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र एचसी हटवाल, लीड बैंक अधिकारी विवेक कुमार, परियोजना निदेशक रमेश चंद्र, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि प्रो. पुष्पा नेगी सहित विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
अमित शाह का दो दिवसीय गुजरात दौरा आज से..
देश-विदेश: केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह आज से दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। नवरात्रि के पहले दिन अपने गुजरात दौरे की शुरुआत अमित शाह ने अहमदाबाद के मेलडी माता मंदिर में दर्शन-पूजन करके की। इसके बाद शाह ने एक फ्लाईओवर और एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया।
शाह ने एसपी रिंग रोड पर भदाज गांव के पास एक फ्लाईओवर का उद्घाटन किया।
यह फ्लाईओवर उनकी गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। छह लेन का यह फ्लाईओवर अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (AUDA) द्वारा 73 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसके अलावा उन्होंने विरोचननगर गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, केंद्रीय मंत्री अहमदाबाद जिले के साणंद में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) द्वारा संचालित एक अस्पताल की आधारशिला भी रखेंगे। दोपहर में वह बावला गांव में एक किसान सम्मेलन में शामिल होंगे।
आज से घरों में विराजेंगी मां दुर्गा,जानें कलश स्थापना का मुहूर्त..
देश-विदेश: नवरात्रि वर्ष में चार बार पड़ती है- माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन. इसमें चैत्र और आश्विन मास में आने वाली नवरात्रि का विशेष महत्व होता हैं। आश्विन मास मे आने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना से जीवन की हर समस्या को दूर किया जा सकता है इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर यानी आज से शुरू होने जा रहे हैं। नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना के साथ होती है।घटस्थापना में मां दुर्गा को समर्पित पवित्र कलश की स्थापना की जाती है।
कलश स्थापना का मुहूर्त क्या है..
शारदीय नवरात्रि पर कलश की स्थापना आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को की जाती है। इस बार प्रतिपदा तिथि 26 सितंबर को पड़ रही है।इसलिए कलश की स्थापना इस दिन शुभ मुहूर्त में की जाएगी। घटस्थापना का सबसे अच्छा समय सुबह 06 बजकर 28 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 01 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा, आप अभिजीत मुहूर्त में भी कलश स्थापित कर सकते हैं। प्रतिपदा तिथि पर सुबह 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 36 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त में भी कलश स्थापित कर सकते हैं। प्रतिपदा तिथि पर सुबह 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 36 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा।
कलश का मुंह खुला न रखें- शारदीय नवरात्रि पर अगर आप कलश की स्थापना करने वाले हैं तो ध्यान रखें कि कलश का मुंह खुला ना रहे. इसे किसी ढक्कन से ढककर ही ही रखें. ढक्कन को चावलों से भर दें और उसके ठीक बीचोबीच नारियल रखें।
गलत दिशा में कलश न रखें- कलश को गलत दिशा में स्थापित करने से बचें. ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) देवताओं की दिशा होती है. इस दिशा में ही कलश को स्थापित किया जाना चाहिए।
कलश स्थापना से पहले करें ये काम- कलश को स्थापित करने से पहले देवी मां के सामने अखंड ज्योति प्रज्वलित करें. इस दिशा को आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) में रखें. कलश स्थापित करते वक्त साधक को अपना चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में ही रखना चाहिए।
साफ-सफाई का रखें ध्यान- घर में आप जिस जगह पर कलश स्थापित करने वाले हैं या देवी की चौकी लगाने वाले हैं, वहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें. घटस्थापना चंदन की लकड़ी पर करें तो शुभ होगा।
इन जगहों पर ना करें घटस्थापना- घटस्थापना का स्थल बाथरूम या किचन के आस-पास नहीं होना चाहिए. अगर पूजा स्थल के ऊपर कोई आलमारी या सामान रखने की जगह है तो उसे भी अच्छी तरह साफ कर लें।
कलश स्थापना की विधि
कलश स्थापना हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करनी चाहिए. नित्य कर्म और स्नान के बाद ही कलश स्थापित करें. शारदीय नवरात्रि पर अगर आप घर में कलश स्थापना करने जा रहे हैं तो सबसे पहले कलश पर स्वास्तिक बनाएं. इस पर एक कलावा बांधें और उसे जल से भर दें. कलश में साबुत सुपारी, फूल, इत्र, अक्षत, पंचरत्न और सिक्का डालना ना भूलें।
इसके बाद पूजा स्थल से अलग एक चौकी पर लाल या सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं. इस पर अक्षत से अष्टदल बनाएं और जल से भरे कलश को यहां स्थापित कर दें. इस कलश में शतावरी जड़ी, हलकुंड, कमल गट्टे और चांदी का सिक्का डालें। फिर दीप प्रज्वलित कर इष्ट देवों का ध्यान करें. इसके बाद देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करें.कलश स्थापना के साथ ही मिट्टी के एक बर्तन में ज्वार बोने की परंपरा होती है
सतत् विकास लक्ष्यों की 7 वीं वर्षगांठ के अवसर पर हस्ताक्षर अभियान का सीएम ने किया शुभारम्भ..
उत्तराखंड: सीएम धामी ने सचिवालय में सतत् विकास लक्ष्यों की 7 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सतत् विकास लक्ष्य हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया एवं एस.डी.जी से संबंधित वीडियो का विमोचन किया। सीएम धामी का कहना हैं कि 2030 तक इन 17 सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभागों को रौडमैप के हिसाब से निरंतर आगे बढ़ना होगा। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जन भागीदारी भी महत्वपूर्ण है। जन सहयोग एवं सामाजिक संस्थाओं एवं विभिन्न संस्थानों का भी पूरा सहयोग लिया जाए।
सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय संतुलन के साथ समावेशी विकास जरूरी है। उन्होंने कहा कि सतत् विकास लक्ष्यों में उत्तराखण्ड की रैंकिंग में सुधार हुआ है, लेकिन प्रदेश को प्रथम स्थान पर लाने के लिए और प्रयासों की जरूरत है। 2018 में उत्तराखण्ड सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में 10वें स्थान पर था, जबकि अभी राज्य चौथे स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के पास प्राकृतिक संपदाओं का भण्डार है। इन प्राकृतिक संपदाओं का बेहतर तरीके से सदुपयोग करना होगा। उद्योगों के क्षेत्र में भी उत्तराखण्ड में अपार संभावनाएं हैं।
सतत् विकास लक्ष्य 2030 तक गरीबी के सभी रूपों को समाप्त करने के लिए एक साहसिक एवं सार्वभौमिक समझौता है जो सबके लिए एक समान, न्यायपूर्ण और सुरक्षित विश्व की रचना करेगा। इसके लिए 17 सतत विकास लक्ष्य रखे गये हैं। भुखमरी समाप्त करना, खाद्य सुरक्षा और बेहतर पोषण हासिल करना तथा सतत कृषि को बढ़ावा देना। स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करना और सभी के लिए आजीवन तंदुरुस्ती को बढ़ावा देना। समावेशी और न्यायसंगत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना और सभी के लिए आजीवन शिक्षा-प्राप्ति के अवसरों को बढ़ावा देना।लैंगिक समानता हासिल करना और सभी महिलाओं और बालिकाओं का सशक्तिकरण करना ।
सभी के लिए जल और स्वच्छता की उपलब्धता और सतत प्रबंधन सुनिश्चित करना। सभी के लिए किफायती, भरोसेमंद, सतत और आधुनिक ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित करना। सभी के लिए सतत, समावेशी और संधारणीय आर्थिक विकास, पूर्ण और लाभकारी रोजगार और उचित कार्य को बढ़ावा देना। समुत्थानशील अवसंरचना का निर्माण करना, समावेशी और संधारणीय औद्योगीकरण को बढ़ावा देना और नवोन्मेष को प्रोत्साहित करना । राष्ट्रों के अंदर और उनके बीच असमानता को कम करना ।
शहरों और मानव बस्तियों को समावेशी, सुरक्षित, समुत्थानशील और संधारणीय बनाना। सतत उपभोग और उत्पादन पैटर्न सुनिश्चित करना । जलवायु परिवर्तन और इसके प्रभावों से निपटने के लिए तात्कालिक कार्रवाई करना। सतत विकास के लिए महासागरों, समुद्रों और समुद्रीय संसाधनों का संरक्षण करना और इनका संधारणीय तरीके से उपयोग करना ।
स्थलीय पारिस्थिकी-तंत्रों का संरक्षण और पुनरुद्धार करना और इनके सतत उपयोग को बढ़ावा देना, वनों का सतत तरीके से प्रबंधन करना, मरुस्थल-रोधी उपाय करना, भूमि अवक्रमण को रोकना और प्रतिवर्तित करना और जैव-विविधता की हानि को रोकना । सतत विकास के लिए शांतिपूर्ण और समावेशी सोसाइटियों को बढ़ावा देना, सभी को न्याय उपलब्ध कराना तथा सभी स्तरों पर कारगर जवाबदेह और समावेशी संस्थाओं का निर्माण करना एवं कार्यान्वयन के उपायों का सुदृढ़ीकरण करना और सतत विकास के लिए वैश्विक भागीदारी का पुनरुद्धार करना शामिल है ।
अंकिता भंडारी केस- आरोपी पुलकित के रिजॉर्ट पर चला बुलडोजर..
उत्तराखंड: सीएम धामी के आदेश पर आधी रात को अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी पुलकित के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सीएम के आदेश के बाद पौड़ी प्रशासन और पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आधी रात को ही पुलिस टीम ने आरोपी के रिजॉर्ट को ध्वस्त करवाना शुरू कर दिया।
वहीं, अंकिता की हत्या के मामले में सीएम ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना को बेहद दुखद बताया है। सीएम ने कहा कि जिस किसी ने भी यह जघन्य अपराध किया है, उसे हर हाल में कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पुलिस अपना कार्य कर रही है। पीड़ित को न्याय दिलाना सुनिश्चित किया जाएगा।
आपको बता दें कि अंकिता की हत्या की बात सामने आने के बाद स्थानीय लोगों ने रिजॉर्ट के अवैध निर्माण की शिकायत भी की थी। साथ ही लोग रिजॉर्ट के ध्वस्तीकरण की मांग पर अड़े थे। एसडीएम प्रमोद कुमार का कहना हैं कि रिजॉर्ट को जेसीबी से तोड़ दिया गया है। स्थानीय लोगों ने वनंत्रा रिजॉर्ट को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। लोगों का कहना है कि रिजॉर्ट में अनैतिक काम होता था। रिजॉर्ट संचालक कर्मचारियों के साथ अभद्रता और मारपीट भी करता था।