तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज को दिया गया आश्वासन आज हो सकता है समाप्त..
उत्तराखंड: सीएम पुष्कर सिंह धामी आज चारधाम देवस्थानम बोर्ड पर बड़ा फैसला ले सकते हैं। दो साल पहले त्रिवेंद्र सरकार के समय चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड अस्तित्व में आया था। तीर्थ पुरोहितों, हकहकूकधारियों के विरोध और कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बोर्ड को मुद्दा बनाने से सरकार पर दबाव है। 2022 के चुनाव को देखते हुए सरकार का प्रयास रहेगा कि तीर्थ पुरोहितों व हकहकूकधारियों के विपरीत कोई फैसला लिया जाए। जिससे माना जा रहा है कि धामी सरकार त्रिवेंद्र सरकार में लिए गए फैसले को पलट सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वर्ष 2019 में श्राइन बोर्ड की तर्ज पर चारधाम देवस्थानम बोर्ड बनाने का फैसला लिया। तीर्थ पुरोहितों के विरोध के बावजूद सरकार ने सदन से विधेयक पारित कर अधिनियम बनाया। चारधामों के तीर्थ पुरोहित व हकहकूकधारी आंदोलन पर उतर आए, लेकिन त्रिवेंद्र सरकार अपने फैसले पर अडिग रही।
सरकार का तर्क था कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम समेत 51 मंदिर बोर्ड के अधीन आने से यात्री सुविधाओं के लिए अवस्थापना विकास होगा। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत ने भी जनभावनाओं के अनुरूप देवस्थानम बोर्ड निर्णय लेने की बात कही थी, लेकिन उनके कार्यकाल में देवस्थानम बोर्ड पर सरकार आगे नहीं बढ़ पाई। फिर नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थ पुरोहितों के विरोध को देखते हुए उच्च स्तरीय कमेटी बनाने की घोषणा की।
पूर्व सांसद मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया। इस समिति में चारधामों के तीर्थ पुरोहितों को भी शामिल किया। अब समिति की अंतिम रिपोर्ट का परीक्षण कर मंत्रिमंडलीय उप समिति ने भी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी दी है। अब इस पर सरकार को फैसला लेना है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीर्थ पुरोहितों के पक्ष में देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का समर्थन कर रही है। कांग्रेस व आप ने सत्ता में आने पर बोर्ड को भंग करने का एलान किया है। चुनाव से पहले सरकार ऐसा कोई कदम नहीं उठानी चाहती है। जिससे विपक्षी दलों के लिए चुनावी मुद्दा मिल सके।
पोरस की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए सैफ और करीना..
देश-विदेश: हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने अपनी अदाओ और खूबसूरती से सबको दीवाना बना दिया। बच्चे से बुढा तक सपना को एक नज़र देखने के लिए पागल हो जाते है। लाखों दिलो की धडकन बढ़ाने वाली सपना चौधरी सोशल मिडिया पर भी एक्टिव रहती है। और अपने फेंस के लिए अक्सर तस्वीरे पोस्ट करती रहती है।
आपको बता दें कि सपना चौधरी ने पिछले साल जनवरी में हरियाणवी एक्टर और सिंगर वीर साहू से शादी की थी और अक्टूबर में वह मां बन गई थीं। हालांकि आज तक सपना चौधरी में ना तो अपने बेटे का चेहरा दिखाया और ना ही बेटे के नाम का खुलासा किया। सपना चौधरी ने अपने बेटे का पहला जन्मदिन 4 अक्टूबर को मनाया था। मगर जन्मदिन से ज्यादा सपना चौधरी के बेटे के नाम की चर्चा हो रही है।
जी हां, बिग बॉस फेम और हरियाणवी डांसर सपना चौधरी ने अपने बेटे के पहले जन्मदिन पर अपने बेटे के नाम का खुलासा कर दिया है परंतु उनके नाम शेयर करते हैं नाम का कनेक्शन करीना कपूर और सैफ अली खान से जोड़ा जा रहा है। दरअसल, कारण ही कुछ ऐसी है। सैफ अली खान के बेटे का नाम तैमूर रखने पर सभी लोग जमकर आलोचना कर रहे हैं। वहीं सपना चौधरी के बेटे का नाम जानकर सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं। इंटरनेट पर सैफ अली खान और करीना कपूर को फिर से उनके बेटे के नाम की वजह से लोग जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
आपको बता दें कि सपना चौधरी के बेटे की पहली तस्वीर देखने के लिए फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इस तस्वीर को सपना चौधरी के परिवार ने ही शेयर किया था और यह सोशल मीडिया पर एकदम से वायरल हो गया था। सपना चौधरी और उनके पति वीर साहू ने बेटे का नाम “पोरस” बताया है। पहले जन्मदिन पर माता-पिता ने बेटे के नाम का खुलासा किया है, जिसके बाद से ही सपना चौधरी के बेटे के नाम को लेकर हर तरफ से अच्छी अच्छी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
अगर हम इतिहास में देखें तो पोरस और सिकंदर का युद्ध काफी प्रसिद्ध रहा है। पोरस या राजा पुरुषोत्तम, पोरवा के वंशज थे। इनका कार्यकाल 340 ईसा पूर्व से 315 ईसा पूर्व के बीच माना जाता है। वर्तमान पंजाब में झेलम से लेकर चेनाब नदी तक इनका विशाल साम्राज्य फैला था। इतिहासकारों के अनुसार, आसपास के अन्य राज्यों में पोरस को काफी शक्तिशाली शासक माना जाता था। सिकंदर जब विश्व विजय पर निकला तो उसका सामना पोरस से हुआ। सिकंदर के आगे कई बड़े शासकों ने समर्पण कर दिया था और वह बुरी तरह से हार गए थे। परंतु पोरस ने सिकंदर की विशाल सेना के आगे घुटने नहीं टेके थे।
326 ईसा पूर्व में दोनों के बीच जबरदस्त युद्ध हुआ था। सिकंदर की विशाल सेना को काफी नुकसान पहुंचा था। हालांकि पोरस हार गया और उन्हें सिकंदर के सामने पेश किया गया। सिकंदर ने पोरस से पूछा कि उनके साथ कैसा व्यवहार किया जाए। तब उसने पूरे आत्मविश्वास और आत्मसम्मान के साथ कहा कि वैसा ही, जैसा एक शासक दूसरे शासक के साथ करता है। इस जवाब ने सिकंदर को इतना प्रभावित किया कि उसने पोरस संग दोस्ताना रिश्ते स्थापित किए। ताकि भविष्य में वह उनकी सहायता प्राप्त कर पाए।
अब बात करते हैं आखिर सैफ अली खान और करीना कपूर इंटरनेट मीडिया पर क्यों ट्रोल हो रहे हैं। बता दें कि सपना चौधरी ने अपने बेटे का नाम पोरस रखा है, जिन्होंने भारतीय जमीन पर विदेशी ताकतों का डटकर सामना किया। वहीं सैफ अली खान और करीना कपूर ने अपने बेटे का नाम तैमूर रखा है, जिसने भारत पर आक्रमण करते हुए यहां के लोगों पर काफी जुल्म किए थे। इसी वजह से इंटरनेट पर लोग दोनों सेलिब्रिटीज के बेटों के नाम की तुलना कर रहे हैं, जिसकी वजह से सैफ अली खान और करीना कपूर को ट्रोल किया जा रहा है।
आपको बता दें कि सपना चौधरी और वीर साहू ने साल 2020 जनवरी के महीने में कुछ लोगों की मौजूदगी में शादी की थी और अक्टूबर 2020 में सपना चौधरी मां बनी थीं। इन दोनों की शादी की खबर किसी को भी पता नहीं थी परंतु जब एकदम से सपना चौधरी की मां बनने की खबर सामने आई तो दोनों की शादी की बात सार्वजनिक हुई थी। सपना चौधरी के मां बनने की जानकारी सबसे पहले युवा हर्ष छिकारा ने पोस्ट के माध्यम से दी थी। उन्होंने सपना चौधरी के मां बनने पर बधाई संदेश दिया था। उसके तुरंत बाद फैंस एक्टिव हो गए और सपना चौधरी को ट्रोल कर डाला, जिस बात से पति वीर साहू बेहद नाराज हुए थे।
उत्तराखंड में सभी पुलिसकर्मियों का होगा कोविड टेस्ट, डीजीपी ने दिए निर्देश..
उत्तराखंड: ऋषिकेश में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की वीआईपी ड्यूटी में लगे सात पुलसकर्मियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। डीजीपी अशोक कुमार ने सोमवार को प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों के कोविड एंटीजन टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं।
कु़माऊं के जनरल बीसी जोशी कोविड अस्पताल में भर्ती नैनीताल निवासी 70 वर्षीय एक कोविड संक्रमित मरीज की मौत हो गई। मरीज 15 नवंबर को अस्पताल में भर्ती हुआ था। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ अरुण जोशी के अनुसार, मरीज की भर्ती के समय से ही स्थिति गंभीर बनी हुई थी। निमोनिया, सांस व अन्य दिक्कतें भी थीं। अस्पताल में करीब तीन महीने बाद किसी की कोविड संक्रमित की मौत हुई है।
संक्रमित आईएफएस अधिकारियों को आज राज्यों के लिए किया जाएगा रवाना
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रशिक्षण लेने आए बिहार, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों के कोरोना संक्रमित आईएफएस अधिकारियों को मंगलवार को उनके मूल कैडर वाले राज्यों को भेज दिया जाएगा। जिलाधिकारी डॉक्टर आर राजेश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की अगुवाई में टीम ने रविवार को अकादमी में जाकर कोरोना संक्रमित आईएफएस अधिकारियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया।
एकेडमी के एडिशनल डायरेक्टर एसके अवस्थी का कहना हैं कि फिलहाल सभी अधिकारी पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है। लिहाजा उनके बेहतर स्वास्थ्य को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी अधिकारियों को 12 मंगलवार तक उनके मूल कैडर वाले राज्यों में भेजने की इजाजत दे दी है। एडीशनल डायरेक्टर एसके अवस्थी के अनुसार सभी आईएफएस अधिकारियों को मंगलवार को उनके मूल कैडर वाले राज्यों को भेज दिया जाएगा।
आपको बता दें कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में देश के सभी राज्यों के 48 आईएफएस अधिकारी मिड टर्म प्रशिक्षण के लिए आए थे। इन अधिकारियों को आईआईएम लखनऊ और नई दिल्ली में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। लेकिन जब नई दिल्ली में अधिकारियों का कोरोना टेस्ट कराया गया तो 11 अधिकारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। जिसमें से तीन कोरोना संक्रमित अधिकारी तो नई दिल्ली से ही अपनी मूल कैडर वाले वाले राज्यों में भेज दिए गए थे। जबकि आठ अधिकारियों को देहरादून भेजकर अकादमी में क्वारंटाइन कर दिया गया था।
कोलकाता की महिला ने पाकिस्तान में प्रेमी से की शादी, भारतीय पति ने पढ़वा दिया पत्नी का निकाह..
देश-विदेश: श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान गए जत्थे के साथ गई कोलकाता की महिला ने पाकिस्तान में अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली। महिला ने अपने पति की अनुमति से प्रेमी के साथ पुलिस की मौजूदगी में लाहौर की मस्जिद में निकाह किया। इससे पहले महिला ने वहां इस्लाम धर्म कबूल किया। महिला और उसका पहला पति दोनों ही मूक बधिर हैं। महिला का दूसरा पति मूक बधिर है। हालांकि शादी के बाद पाकिस्तान सरकार द्वारा वहां रहने की मंजूरी नहीं दिए जाने पर महिला अपने भारतीय पति के साथ वाघा-अटारी सरहद के रास्ते वापस कोलकाता लौट गई।
जानकारी के अनुसार कोलकाता की रहने वाली महिला का जन्म लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में हुआ। वह 17 नवंबर को अटारी के रास्ते सीमा पार कर पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व में हिस्सा लेने के लिए जत्थे के साथ गई थी। 23 नवंबर को जब जत्था लाहौर पहुंचा, तो महिला वहां के मोहम्मद इमरान के पास पहुंच गई। उसने दस्तावेज तैयार करवाए और 24 नवंबर को इमरान के साथ लाहौर में शादी कर ली। शादी से पहले उसने इस्लाम धर्म कबूल किया और अपना नाम प्रवीण सुल्ताना रखा।
शादी के बाद इस महिला और उसके पाकिस्तानी पति ने लाहौर की अदालत में अपील दायर करते हुए महिला के पाकिस्तान में रहने की इजाजत मांगी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। जिसके बाद यह महिला अपने भारतीय पति के साथ लौट आई। यहां पहुंचने के बाद उसने पाकिस्तान का वीजा अप्लाई करने के संकेत दिए।
आपको बता दे कि कोलकाता की रहने वाली महिला दो साल पहले सोशल मीडिया पर इमरान के संपर्क में आई। दोनों चैटिंग करने लगे और दोनों में प्यार हो गया। इसके बाद से ही वह पाकिस्तान जाने का प्रयास कर रही थी। 17 नवंबर को जत्थे के साथ वह पाकिस्तान जाने में सफल हो गई। यह पहला मामला नहीं जिसमें भारतीय महिला ने पाकिस्तान के युवक से शादी की है।
उत्तराखंड में बढ़ रहे कोरोना के मामले, राष्ट्रपति की ड्यूटी में तैनात 7 पुलिसकर्मी पाए गए संक्रमित..
उत्तराखंड में बढ़ रहे कोरोना के मामले, राष्ट्रपति की ड्यूटी में तैनात 7 पुलिसकर्मी पाए गए संक्रमित..
उत्तराखंड: देवभूमि उत्तराखंड में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा हैं। भारतीय वन अनुसंधान केंद्र में 11 अधिकारी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में कोरोना के केस ने राज्य सरकार और लोगों के सामने चिंता बढ़ा दी हैं। यही नहीं राष्ट्रपति के दौरे की ड्यूटी में तैनात सात पुलिसकर्मी भी इस महामारी की चपेट में आ गए हैं।
सात पुलिसकर्मी पाए गए पॉजिटिव..
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे को लेकर परमार्थ निकेतन आश्रम में ड्यूटी पर तैनात सात पुलिसकर्मी जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग पौडी द्वारा थाना लक्ष्मण झूला में की गई पुलिसकर्मियों की जांच में सात पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिनमें तीन चमोली जिले, दो ऋषिकेश, एक रुद्रप्रयाग और एक देवप्रयाग से सुरक्षा ड्यूटी में लगे थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार विभिन्न जनपदों से आए सभी पुलिसकर्मियों की थाने में आरटीपीसीआर जांच की गई थी। कोरोना पॉजिटिव पाए गए पुलिसकर्मियों को होम-आइसोलेशन के लिए वापस भेज दिया गया है।
‘प्रोटोकॉल का करें पालन..
वहीं कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर राज्य सरकार ने भी पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। लिहाजा प्रदेश के जिलाधिकारियों को कोविड-19 के सभी प्रोटोकॉल पालन कराने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। भारतीय वन अनुसंधान केंद्र में 11 अधिकारियों में कोविड पुष्टि होने के बाद में अलग अलग क्षेत्रों से कोविड-19 के मामले बढ़ने की खबर सामने आ रही हैं। राज्य सरकार लोगों से अपील कर रही है कि कोरोना के नए स्वरूप को देखते हुए तमाम नियमों का पालन करें।
प्रदेश में अभी ये है कोरोना की स्थिति..
वही आज उत्तराखंड में कोरोना के 36 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 10 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो गए हैं। यहां अभी एक्टिव मरीजों की संख्या 176 है।
आज आए कोरोना के मामले जिलेवार..
अल्मोड़ा 2, बागेश्वर 0, चमोली 0, चम्पावत 0, देहरादून 5, हरिद्वार 2, नैनीताल 7, पौड़ी 19, पिथौरागढ़ 0, रुद्रप्रयाग 0, टिहरी 0, उधमसिंह नगर 1, उत्तरकाशी 0
नए वैरियंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट..
उत्तराखंड: देहरादून राजधानी की सड़कों व बाजारों में बिना मास्क के घूमने वालों को यह खबर सावधान करने वाली है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रशिक्षण लेने आए कई राज्यों के 11 वरिष्ठ आईएफएस अधिकारियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जिला प्रशासन की ओर से सारे एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
कोविड के उचित व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करवाएं..
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्य सचिव, डीजीपी और स्वास्थ्य सचिव को निर्देए दिए हैं। उनका कहना है कि वह सार्वजनिक स्थानों पर कोविड के उचित व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करवाएं और कोविड के नए वैरियंट के मद्देनजर अस्पतालों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम परीक्षण और दिशानिर्देशों का पालन करने पर केंद्रित और सतर्क हैं। हम आवश्यक उपाय करके संक्रमण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
देहरादून से दिल्ली के लिए शुरू हुई विस्तारा की फ्लाइट..
उत्तराखंड: विस्तारा एयरलांइस शनिवार यानि आज से देहरादून से दिल्ली के लिए अपनी हवाई सेवा को शुरू करने जा रही है। राज्य में हवाई यात्रियों में इजाफा होने के साथ ही लगातार हवाई सेवाओं को विस्तार मिल रहा है। कोरोना काल के बाद अब स्थिति सामान्य होने पर हवाई सेवाओं को विस्तार मिलना शुरू हो गया है।
इसी माह गो फर्स्ट विमानन कपंनी की दिल्ली और मुंबई की हवाई सेवा शुरू हुई है। अब विस्तारा एयरलाइंस दिल्ली के लिए अपनी फ्लाइट शुरू कर रहा है। पिछले साल विस्तारा ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से अपनी हवाई सेवाओं को शुरू किया था। जिसे बाद में बंद कर दिया गया। अब दोबारा से विमानन कंपनी अपनी हवाई सेवाओं को शुरू कर रही है।
ये है फ्लाइट का शेड्यूल
अपराह्न 2:45 बजे विमान जौलीग्रांट पहुंचेगा और 3:20 बजे वापसी की उड़ान भरेगा। जौलीग्रांट एयरपोर्ट की यात्री क्षमता में बढ़ोत्तरी होने के बाद कई हवाई सेवाओं में भी वृद्धि हो रही है। एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा का कहना हैं कि शनिवार से विमानन कंपनी विस्तारा की दिल्ली देहरादून के लिए हवाई सेवा शुरू हो जाएगी।
नया टर्मिनल भवन बनने से यात्री आवाजाही क्षमता पांच गुना बढ़ी..
अब जौलीग्रांट एयरपोर्ट में नया टर्मिनल भवन बनने से यात्री आवाजाही क्षमता पांच गुना बढ़ गई है। पहले एयरपोर्ट की प्रति घंटा आजवाही क्षमता 250 यात्रियों की थी, जो बढ़कर 1200 हो गई है।
पहले चरण में 325 करोड़ की लागत से 28729 वर्ग मीटर क्षेत्र में भव्य टर्मिनल का निर्माण किया गया। अब एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 24 लाख यात्रियों की होगी। नए टर्मिनल में यात्रियों की सुविधा के लिए 36 चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। वहीं, दूसरे चरण में 132 करोड़ की लागत से 14047 वर्ग मीटर में एक और टर्मिनल भवन बनाया जाएगा। इससे आने वाले समय में जौलीग्रांट एयरपोर्ट की यात्री क्षमता 1800 प्रति घंटा हो जाएगी। हवाई सेवाएं बढ़ने से देश दुनिया के पर्यटक आसानी से उत्तराखंड पहुंच सकेंगे।
राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमण का हुआ विस्फोट..
उत्तराखंड: प्रदेश में कोरोना का कहर कुछ कम ही हुआ था सभी लोग को भूल कर अपनी जिंदगी पहले की तरह सामान्य सी जीने लगे थे लेकिन एक बड़ी खबर आपको बता दे की प्रदेश की राजधानी देहरादून में। एक बार फिर संक्रमण के मामले तेजी से बड़ने लग रहे हैं । एक दिन पहले राजधानी देहरादून में 19 मामले आए थे।
अब एक और खबर सामने आ रही है कि 11 ट्रेनी आईएफएस अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जानकारी के अनुसार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में मिड टर्म ट्रेनिंग में आए 11 वरिष्ठ आइएफएस अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद सभी को एफआरआइ परिसर स्थित हॉस्टल में आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही उनके साथी अधिकारियों की भी जांच की गई है।अकादमी के अपर निदेशक डॉ. एसके अवस्थी का कहना हैं कि 48 अधिकारियों का दल पहले लखनऊ ट्रेनिंग पर था। इसके बाद दिल्ली में ट्रेनिंग के लिए गया।
दिल्ली से दून प्रस्थान के दौरान सभी के सैंपल लिए गए थे, जिसमें 8 अधिकारी संक्रमित पाए गए। इसके बाद देहरादून में सभी 48 की सैंपलिंग की गई और 3 अन्यों में भी कोरोना की पुष्टि हुई। कुल मिलाकर 11 आईएफएस अधिकारियों में कोरोना की पुष्टि हुई। आपको बता दें कि तिब्बती समुदाय के सात लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें 3 क्लेमेनटाउन क्षेत्र से हैं, जबकि 4 सहस्रधारा रोड स्थित तिब्बतन कालोनी से हैं।
नए साल में कद्दूखाल से सुरकंडा देवी मंदिर तक श्रद्धालुओं को मिलेगी रोप-वे की सौगात..
उत्तराखंड: सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी के भक्तों को मंदिर परिसर तक आसानी से पहुंचने के लिए पांच साल से निर्माणाधीन रोप-वे बनकर जल्द तैयार होने वाला है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में रोप-वे का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। जिसके बाद चढ़ाई चढ़ने में असमर्थ देवी भक्त आसानी से मंदिर पहुंच कर देवी के दर्शन कर सकेंगे।
आपको बता दे कि सुरकंडा देवी का मंदिर 2750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को अभी कद्दूखाल से डेढ़ किमी की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है, जिससे दिव्यांग और बुुजुर्ग श्रद्धालुओं को मंदिर पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है, लेकिन रोप-वे तैयार हो जाने के बाद श्रद्धालु रोप-वे से 522 मीटर की दूरी महज पांच मिनट में तय कर मंदिर पहुंच सकेंगे। प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप में रोप-वे तैयार कर रही केआर आनंद इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी के प्रोजेक्ट इंचार्ज राजेश कुमार शर्मा का कहना हैं कि रोप-वे का सिविल वर्क लगभग पूरा हो गया है।
सभी ट्रॉलियां और ट्रांसफार्मर भी लगा दिए गए हैं। गुजरात से मंगाया गया जेनरेटर दो-तीन दिन में पहुंचने वाला है। इन दिनों टिकट काउंटर का काम चल रहा है। बारिश और बर्फबारी नहीं हुई तो दिसंबर माह के द्वितीय सप्ताह में रोप-वे का ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा और नए साल से देवी भक्त रोपवे से पांच मिनट में मंदिर पहुंच सकेंगे। जिला पर्यटन अधिकारी एसएस यादव का कहना हैं कि सभी कार्य लगभग पूरा हो गया है।
कद्दूखाल से पांच मिनट में पहुंच सकेंगे मंदिर..
सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी के दर्शन के लिए यूं तो हर माह श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं, लेकिन नवरात्रि और गंगा दशहरा आदि पर्वों पर बड़ी संख्या में लोग देवी के दर्शन करने मंदिर पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग ने शासन में पीपीपी से रोप-वे बनाने का प्रस्ताव रखा। सरकार ने अपने 25 प्रतिशत शेयर के साथ इस प्रोजेक्ट को मंजूरी देकर 25 अक्तूबर 2016 को रोप-वे का शिलान्यास किया था। रोप-वे को चार साल में तैयार किया जाना था। लेकिन कोरोना के कारण काम समय पर पूरा नहीं हो पाया। कोरोना का कहर कम होने के बाद अब तेजी से काम किया जा रहा है।
दिनभर में चार हजार श्रद्धालु कर सकेंगे आवागमन..
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में करीब 32 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे सुरकंडा रोप-वे प्रोजेक्ट में छह टावरों के सहारे 16 ट्रालियों का संचालन किया जाएगा। एक ट्राली में छह लोग सवार हो सकेंगे, जिससे एक दिन में तीन से चार हजार श्रद्धालु आवागमन कर सकेंगे। बताया जा रहा हैं कि शुरुआती दौर में किराया 200 से 250 रुपये तक प्रति व्यक्ति रखने का प्रस्ताव है। रोपवे में पर्यटन विभाग की 25 और कंपनी की 75 फीसदी हिस्सेदारी है। कंपनी 30 साल तक रोप-वे का संचालन करेगी।
उत्तराखंड को मिल सकती हैं बड़ी सौगात,देहरादून आ रहे हैं पीएम मोदी..
उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर के पहले सप्ताह में उत्तराखंड आ सकते हैं। पीएम का तीन दिसंबर को देहरादून में एक जनसभा का कार्यक्रम बनाया जा रहा है। आपको बता दे कि बीते दिनों एक महीने में प्रधानमंत्री दो बार उत्तराखंड आ चुके हैं।
वह सात अक्तूबर को ऋषिकेश आए थे और चार नवंबर को उन्होंने केदारनाथ की यात्रा की थी। बताया जा रहा है कि इस बार पीएम मोदी चुनावी सियासत गरमाने के लिए उत्तराखंड आएंगे। प्रदेश में भाजपा ने साठ से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य बनाया है। पार्टी चुनाव का विधिवत एलान होने से पहले अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारकर अपने पक्ष में वातावरण बना लेना चाहती है।
आपको बता दे कि प्रधानमंत्री का दिसंबर के पहले हफ्ते में हो रहा उत्तराखंड का दौरा पूरी तरह से राजनीतिक होगा। यह विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। जिसमें पीएम मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जल्द ही पार्टी भव्य जनसभा आयोजित करने के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपेगी।
वही सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शहीद सम्मान यात्रा के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का अनुरोध किया है। शहीद सम्मान यात्रा सात दिसंबर को देहरादून में संपन्न होगी। जोशी ने समापन समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से समय मांगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर के पहले हफ्ते में उत्तराखंड आ रहे हैं। वह एक भव्य जनसभा को संबोधित करेंगे। उनके कार्यक्रम को जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा।