ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर टूटा पहाड़, ट्रैफिक बाधित..
उत्तराखंड: चमोली जिले में कर्णप्रयाग में पंचपुलिया के नजदीक पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर जा गिरा। पहाड़ी के टूटकर हाईवे पर गिरने से बद्रीनाथ यात्रा भी बाधित हुई है। ट्रैफिक बाधित होने के बाद प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई है। काफी मशक्कत करने के बाद हाईवे पर ट्रैफिक दोबारा से शुरू हो गया हैं । जिला प्रशासन और एनएच की टीम टूटी पहाड़ी के हिस्से को हटाने का प्रयास कर रही। हाईवे के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं है। बद्रीनाथ हाईवे बाधित होने से चारधाम यात्रा पर जा रहे तीर्थ यात्रियों को परेशानी हो रही है। वहीं, मौसम विभाग ने चमाेली जिले में बारिश का पूर्वानुमान भी लगाया है।
अब दुनिया देखेगी भारत की समुद्री ताकत..
राजनाथ सिंह आज मुंबई में करेंगे दो स्वदेशी युद्धपोतों की लॉन्चिंग..
देश-विदेश: आज मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड में दो स्वदेशी युद्धपोत लॉन्च किए जाएंगे और इस दौरान खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वहां मौजूद रहेंगे। बता दे कि स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के क्षेत्र में भारत के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। आपको बता दे कि भारतीय वायुसेना युद्धपोत आईएनएस सूरत (यार्ड 12707) और आईएनएस उदयगिरी (यार्ड 12652) के जरिए पूरी दुनिया को अपनी समुद्री ताकत दिखाएगी। दोनों ही युद्धपोतों की डिजाइन नौसेना के नेवल डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया है।
फ्रंटलाइन युद्धपोत ‘सूरत’ (प्रोजेक्ट 15बी डिस्ट्रॉयर) और ‘उदयगिरी’ (प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट) अगली पीढ़ी के स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक हैं। आईएनएस सूरत प्रोजेक्ट 15बी का चौथा युद्धपोत और प्रोजेक्ट 15ए यानि कोलकता-क्लास डेस्ट्रोयर युद्धपोत के मुकाबले एक बड़ा मेकओवर है। युद्धपोत सूरत को ब्लॉक निर्माण पद्धति का उपयोग करके बनाया गया है और इसका नाम गुजरात की वाणिज्यिक-राजधानी सूरत के नाम पर रखा गया है। सूरत को मुंबई के बाद पश्चिमी भारत का दूसरा सबसे बड़ा कॉमर्शियिल-हब माना जाता है।
युद्धपोत ‘उदयगिरी’ की खूबियां..
युद्धपोत ‘उदयगिरी’ (फ्रिगेट), जिसका नाम आंध्र प्रदेश में पर्वत श्रृंखलाओं के नाम पर रखा गया है, प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स के तहत तीसरा जहाज है। यह उन्नत हथियारों, सेंसर और प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम से लैस है। यह युद्धपोत उदयगिरी के पिछले संस्करण का दूसरा रूप है जिसने 18 फरवरी 1976 से 24 अगस्त 2007 तक तीन दशकों की अपनी सेवा में कई चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन देखे।
वर्तमान में 50 से अधिक जहाज और पनडुब्बियां बन रहीं..
रक्षा मंत्रालय का कहना हैं कि वर्तमान में 50 से अधिक जहाज और पनडुब्बियां बन रही हैं, और भारतीय नौसेना में लगभग 150 जहाज और पनडुब्बियां पहले से ही शामिल हैं। आत्मनिर्भरता पर बोलते हुए, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने दिसंबर 2021 में कहा था कि पिछले सात वर्षों में, नौसेना में शामिल सभी 28 जहाजों और पनडुब्बियों का निर्माण भारत द्वारा किया गया।
इन राज्यों में मानसून लेकर आ रहा खुशखबरी..
देश-विदेश: लू और गर्मी का सितम झेल रहे उत्तर-पश्चिम भारत के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दिल्ली-एनसीआर व आसपास के अन्य इलाकों में लू का असर कम होगा और तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। IMD के वैज्ञानिकों का कहना है कि, मानसून इस बार समय से पहले आएगा। यह पहले ही अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर पहुंच चुका है। आईएमडी के वैज्ञानिक आरके जेनामणि का कहना हैं कि, केरल के आसपास मानसून 27 मई के आसपास आएगा। इस दौरान केरल में पहली मानसूनी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। आमतौर पर केरल में मानसून 1 जून के बाद ही आता है।
मानसून की दस्तक से कम होगी गर्मी..
आईएमडी का कहना हैं कि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व मध्य प्रदेश के तापमान में आज तीन से चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां अगले चार से पांच दिन लू से राहत मिलेगी और तापमान भी नीचे गिरेगा। मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि मानूसन की दस्तक से गर्मी कम होगी। यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंडरा रहा है, जिसका असर दिखने भी लगा है। दिल्ली के तापमान में कल की अपेक्षा नीचे गिरना शुरू हुआ है।
इन राज्यों में हो सकती है बारिश..
केरल में अगले दो दिनों तक भारी बारिश होने वाली है। वहीं अरुणालय प्रदेश, असम-मेघालय, सिक्किम में भी 15 से 17 मई तक भारती बारिश के आसार हैं। इसके अलावा उत्तराखंड में भी बारिश का अनुमान लगाया गया है।
खतरों के खिलाड़ी12 के लिए फाइनल हुए ये 13 सितारे..
देश-विदेश: रोहित शेट्टी के मच अवेटेड रिएलिटी शो खतरों के खिलाड़ी 12 का आगाज अब कुछ ही दिनों में होने वाला है। पिछले 2-3 महीने में इस शो से टीवी इंडस्ट्री के तमाम कलाकारों के नाम जुड़े। आपको बता दे कि खतरों के खिलाड़ी 12 के मेकर्स हर बार इस शो को हिट बनाने की पूरी कोशिश करते हैं और इसके लिए वह बड़े कलाकारों को मुंहमांगी रकम भी देने के लिए तैयार हो जाते हैं। बीते दिनों इस शो से रुबीना दिलैक, मुनव्वर फारूकी, प्रतीक सहजपाल और जन्नत जुबैर समेत कई लोगों के नाम जुड़े थे। खैर अब मेकर्स की ओर से इस शो के कंटेस्टेंट्स की फाइनल लिस्ट तैयार कर ली गई है।
कन्फर्म हुए ये कलाकार..
आपको बता दे कि रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी 12 के मेकर्स ने इस बार टीवी के कई जाने-माने कलाकारों के नाम पर पक्की मुहर लगा दी है। इस लिस्ट में प्रतीक सहजपाल, शिवांगी जोशी, अनेरी वजानी, कनिका मान, मोहित मलिक के नाम शामिल हैं। बता दें कि इस शो के लिए बिग बॉस फेम राजीव अदातिया, चेतना पांडे, तुषार कालिया, निशांत भट्ट, सृति झा, रुबीना दिलैक, फैसल शेख और एरिका पैकर्ड के नाम पर भी पक्की मुहर लगाा दी गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये सभी कलाकार 27 मई के आसपास ही खतरों के खिलाड़ी 12 की शूटिंग के लिए केपटाउन रवाना होंगे। इस बार केपटाउन में ही इस शो की शूटिंग होगी। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार यहां पर लगभग 55 दिनों तक रोहित शेट्टी के शो की शूटिंग चलने वाली है।
हर बार संक्रमण का स्थान बदलता हैं डेंगू का वायरस..
उत्तराखंड: हर साल डेंगू का वायरस संक्रमण का स्थान बदलता रहता है। जिससे हर बार नए क्षेत्र में संक्रमण फैलता रहता हैं। डेंगू संक्रमण से बचने के लिए अपने आसपास किसी भी सूरत में पानी का जमाव न होने दें। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ सरोज नैथानी का कहना हैं कि राज्य में पिछले दो सालों से डेंगू का संक्रमण नियंत्रण में रहा है। लेकिन आगे भी संक्रमण न फैले इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग सतर्कता बरतें। उनका कहना हैं कि 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे सबसे बड़ा मकसद यही है कि लोग इस बारे में जागरुक हों और अपने आसपास खाली बर्तनों या अन्य स्थानों पर पानी जमा न होने दें। साथ ही उनका कहना हैं कि डेंगू से पूरी तरह बचाव संभव है और इसके लिए जागरुकता जरूरी है।
आपको बता दे कि उत्तराखंड में मानसून के आसपास के समय में डेंगू के मामले बढ़ते हैं और इस बार संक्रमण न फैले इसके लिए 16 मई से 15 जून तक एक महीने का विशेष जागरुकता अभियान संचालित किया जा रहा है। डेंगू के मच्छर के पनपने की शुरुआत मलिन बस्तियों, रोडवेज वर्कशॉप, कबाड वाले इलाके, नगर निगम के डंपिंग जोन से होती है और एक बार लार्वा बनने से इसका संक्रमण तेजी से फैलता है।
गांव से ज्यादा शहरों में हो रहे बाल विवाह..
एनएफएचएस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे..
उत्तराखंड : राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) की रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में औसतन 16 फीसदी लड़के और 10 फीसदी लड़कियों की शादी तय उम्र से पहले की जा रही है। इसमें भी चौंकाने वाली बात यह है कि गांवों के मुकाबले शहरों में यह अनदेखी ज्यादा हो रही है। गांवों में जहां 9.8 फीसदी लड़कियों और 13.8 फीसदी लड़कों की शादी कम उम्र में की जा रही है।
वहीं शहरों में यह आंकड़ा क्रमश: 10 और 21 फीसदी है। उत्तराखंड में लड़कियों के विवाह की उम्र फिलहाल 18 वर्ष है, जबकि लड़के 21 साल के बाद ही शादी कर सकते हैं। ऐसे में सर्वे रिपोर्ट में हुआ खुलासा हैरान करने वाला है। जिस उम्र में युवाओं को पढ़-लिखकर भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
उसी उम्र में अभिभावक उन्हें शादी के बंधन में बांध रहे हैं। इससे युवाओं के सामने बेरोजगारी का संकट भी पैदा होने लगता है। जल्द शादी की वजह से लड़कियां कम उम्र में ही मां भी बन रही हैं। ग्रामीण इलाकों में 15 से 19 वर्ष आयु वर्ग की 2.6 फीसदी लड़कियां मां बन चुकी हैं, जबकि शहरी इलाकों में यह आंकड़ा 2.1 फीसदी है।
सोशल मीडिया का बढ़ रहा प्रभाव: हल्द्वानी स्थित एमबीपीजी कॉलेज में समाज शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. कमरूद्दीन का मानना है कि बाल विवाह का मुख्य कारण सोशल मीडिया का बढ़ता असर है। जागरूक अभिभावक इस तरह से बाल विवाह कराने में झिझकते हैं। हालांकि कई परिवार गरीबी के कारण भी बाल विवाह कराने को मजबूर होते हैं।
सामाजिक बदलाव व सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के चलते किशोर व किशोरियों के जल्द विवाह के मामले बढ़ रहे हैं। हर जिले में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। बाल कल्याण विभाग को इन्हें गंभीरता से लेते हुए जनजागरूकता व काउंसलिंग के कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए।
इस तरह के मामलों को रोकने के लिए बाल विकास विभाग लगातार सक्रिय है। जगह-जगह हमने वॉलेंटियर भी रखे हैं। कुछ समय पहले रामनगर में इस तरह का मामला रोका भी गया है। कानूनी सख्ती और जागरूकता दोनों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि ये संख्या कम हो।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना-अंत्योदय योजना के तहत जानिए पात्रता की पूरी शर्तें..
उत्तराखंड : अपात्र होने के बावजूद राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना और अंत्योदय योजना के तहत रियायती राशन ले रहे लोगों के खिलाफ सरकार अभियान चला रही है। 31 मई तक लोगों को स्वत: कार्ड सरेंडर कराने को कहा गया है। अब तक 1618 लोगों ने अपने राशन कार्ड जमा करवा दिए हैं।
लेकिन जितने लोगों ने राशन कार्ड जमा करवाए हैं, उनसे छह गुना ज्यादा लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए कतार में खड़े हैं। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने शुक्रवार को प्रदेश में राशन कार्ड सरेंडर करने की स्थिति की पड़ताल की तो यह तस्वीर सामने आई। एक मई से राज्य में राशन कार्ड का स्वैच्छिक सत्यापन कार्य जारी है। एक जून से सरकारी स्तर पर सत्यापन अभियान चलाया जाना है।
इसमें अपात्र के खिलाफ एफआईआर और रिकवरी का प्रावधान किया गया है। अब तक आई तस्वीर के अनुसार लोग राशन कार्ड तो सरेंडर करवा रहे हैं, लेकिन साथ ही नए कार्ड बनवाने के आवेदनों का अंबार भी लग रहा है। सरकार के सामने पुराने राशन कार्ड को निरस्त करने से ज्यादा नए कार्ड बनाने की चुनौती होगी।
अब तक सबसे ज्यादा राशन कार्ड यूएसनगर, देहरादून, पिथाौरागढ़, अल्मोड़ा और चंपावत में सरेंडर कराए गए हैं। नए राशन कार्ड के लिए देहरादून, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं।
गढ़वाल मंडल
जिला सरेंडर नए आवेदन
देहरादून 203 851
पौड़ी 77 00
रुद्रप्रयाग 25 1200
हरिद्वार 25 00
टिहरी 12 98
उत्तरकाशी 29 00
कुमाऊं मंडल
जिला सरेंडर नए आवेदन
नैनीताल 155 6000
पिथौरागढ़ 209 00
चंपावत 23 00
बागेश्वर 16 00
अल्मोड़ा 250 1400
यूएसनगर 594 00
जो लोग अंत्योदय और एनएफएसए योजना से अपात्र होंगे, उन्हें राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में लाया जाएगा। राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत सालाना पांच लाख रुपये तक की आमदनी वाले लोग पात्र हैं। एक जून से सत्यापन अभियान कड़ाई से चलाया जाएगा।
ये हैं पात्रता की शर्तें..
1. ऐसा परिवार जिसका संचालन मुखिया के तौर पर विधवा महिला या अकेली महिला करती हो तथा परिवार की कुल मासिक आय रुपये 15,000 से कम हो।
2. ऐसा परिवार जिसका संचालन मुखिया के तौर पर असाध्य रोगों से पीड़ित / 60 वर्ष से अधिक आयु वाला बुजुर्ग व्यक्ति करता हो तथा परिवार की कुल मासिक आय रुपये 15,000 से कम हो।
3. आदिम आदिवासी तथा सीमान्त क्षेत्रों में निवासरत आदिवासी परिवार।
4. ऐसा परिवार जिसके पास राजस्व अभिलेखों में दर्ज सिंचित भूमि का कुल क्षेत्रफल 2 हेक्टेयर से कम हो अथवा 1 हेक्टेयर सिंचित अथवा 2 हेक्टेयर असिंचित से कम हो अथवा कुल क्षेत्रफल 4 हेक्टेयर असिंचित भूमि से कम हो।
5. शहरी क्षेत्रों में झुग्गी-झोपड़ी में उत्तराखंड राज्य की स्थापना के पूर्व से निवासित परिवार।
6. विधवा आश्रम, बाल महिला सुधार गृह, भिक्षुक गृह, कुष्ठ आश्रम, अनाथ आश्रम, मानसिक रोग, आश्रम, विकलांग आश्रम एवं वृद्धा आश्रम में निवासरत व्यक्ति।
प्राइवेट विश्वविद्यालयों-कालेजों में फीस बढ़ाने की तैयारी..
मेडिकल सहित इन कोर्सेज की पढ़ाई होगी महंगी..
उत्तराखंड : उत्तराखंड के सभी प्राइवेट विश्वविद्यालयों, कॉलेजों में पढ़ाई महंगी होने जा रही है। शुल्क निर्धारण कमेटी ने सभी शिक्षण संस्थानों से आगामी तीन शैक्षणिक सत्र के लिए फीस स्ट्रक्चर का प्रस्ताव मांग लिया है। जुलाई में एडमिशन शुरू होने से पहले नई फीस तय हो जाएगी। प्रदेश के सभी निजी शिक्षण संस्थानों की फीस तय करने के लिए शुल्क निर्धारण कमेटी कॉलेजों से फीस का प्रस्ताव मांगती है।
कॉलेज की तीन साल की बैलेंस सीट और अन्य सुविधाओं के आधार पर फीस तय की जाती है। कमेटी एक बार में तीन साल के लिए फीस तय करती है। इस बार शैक्षिक सत्र 2022-23, 2023-24, 2024-25 के लिए फीस तय की जानी है। इसमें टेक्नीकल, मेडिकल, नर्सिंग, पैरामेडिकल, आयुष, मैनेजमेंट, लॉ सहित सभी तरह के निजी कॉलेज और विश्वविद्यालय शामिल हैं।
दो साल बाद बनी कमेटी : बीते दो साल से प्रदेश में कमेटी का गठन लटका हुआ था। इस कारण शिक्षण संस्थानों में फीस को लेकर विवाद बढ़ रहे थे। अब उच्च शिक्षा विभाग ने जस्टिस महबूब अली की अध्यक्षता में इस कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, कृषि, न्याय विभाग के सचिवों के साथ ही एक सीए और दो शिक्षाविद भी नामित किए जाते हैं।
इस कमेटी के निर्णय के खिलाफ अपील के लिए अपीलीय कमेटी का भी प्रावधान है। इस कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस लोकपाल सिंह बनाए गए हैं।
संस्थानों से अगले तीन साल के लिए प्रस्तावित फीस का विवरण मांगा गया है। कॉलेजों के प्रस्तावों पर कमेटी विचार कर, फीस का अंतिम निर्धारण करेगी। प्रदेश के सभी निजी शिक्षण संस्थान इसमें शामिल होंगे। कमेटी द्वारा तय फीस सभी के लिए बाध्यकारी होगी।
तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य पर सरकार सख्त चारधाम जाने से पहले यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग..
उत्तराखंड : चार धाम यात्रा में अभी तक 29 तीर्थ यात्रियों की मौत पर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। अब यात्रा शुरू होने से पहले ही तीर्थ यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। जांच में स्वास्थ्य सही न पाए जाने पर यात्रियों को आराम के साथ ही ठीक होने के बाद ही यात्रा की सलाह दी जा रही है।
यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा के प्रवेश एवं पंजीकरण स्थल पर ही हेल्थ स्क्रीनिंग की सुविधा शुरू कर दी है। महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ शैलजा भट्ट ने बताया कि अब ऋषिकेश आईएसबीटी रजिस्ट्रेशन स्थल पर यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। यहां पर डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टॉफ को हैल्थ स्क्रीनिंग के लिए तैनात कर दिया गया है।
हैल्थ स्क्रीनिंग के बाद जिन यात्रियों में किसी भी प्रकार की शारीरिक अस्वस्थता पायी जा रही है, उन्हें विश्राम करने या स्वास्थ्य के सही होने के बाद ही यात्रा पर जाने की सलाह दी जा रही है। बताया की अभी तक 650 यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग ऋषिकेश में की जा चुकी है। यमुनोत्री, गंगोत्री के यात्रा मार्ग पर भी दोबाटा और हिना में भी हैल्थ स्क्रीनिंग की जा रही है। बदरीनाथ धाम के यात्रियों के लिए हैल्थ स्क्रीनिंग शिविर पाण्डुकेश्वर में लगाया गया है।
आपात हालात को हेली सेवा की सुविधा..
महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट ने बताया कि आपातकालीन स्थितियों में प्रभावित यात्रियों के लिए 24 घंटे हैली एम्बुलेंस की सुविधा रखी गयी है। यात्रा के शुरू होने से अभी तक केदारनाथ यात्रा के 11 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है। इसमें चोट लगने के पांच मामले शामिल हैं। उत्तरकाशी में गंगोत्री यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान गंभीर रूप से बीमार 12 मरीजों को मेडिकल टीम ने जरूरी इलाज बचाया।
दो सगे भाइयों की भीषण सड़क हादसे में मौत..
उत्तराखंड: हरिद्वार के ज्वालापुर के दो सगे भाइयों की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई है। दोनों भाई ज्वालापुर से हरियाणा के यमुनानगर में बारात में शामिल होने गए थे। इस घटना के बाद से शादी में मातम पसर गया। बता दे कि दोनों भाई उत्साह के साथ शादी में सम्मिलित होने गए थे मगर उनके परिजनों ने यह सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके जिगर के दोनों टुकड़े इस तरह हादसे का शिकार हो जाएंगे। घटना से शादी की खुशियां चीख पुकार में बदल गई हैं। इस खबर से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस का कहना हैं कि सराय गांव में रेलवे फाटक के पास बस्ती में रहने वाले राजू प्रधान के बेटे की बारात यमुनानगर गई थी। यमुनानगर के पास ढेहा बस्ती में बारात पहुंचने के बाद दोनों भाई सन्नी 25 वर्ष और ऋषि 22 वर्ष अपनी बाइक से आस-पास घूमने निकल गए। कि तभी पांसरा इलाके में एक तेज रफ्तार ट्रक ने दोनों भाइयों को कुचल दिया। हादसे में दोनों की मौके पर मौत हो गई। वहीं हादसे के बाद चालक अपना ट्रक छोड़कर फरार हो गया। हादसे की खबर मिलने के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है और मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है।