प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा आयोजित 15 दिवसीय खादी प्रदर्शनी रविवार से शुरू हो गई। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, राजस्थान व पंजाब के खादी कारीगरों ने स्टाल लगाए हैं। प्रदर्शनी में कश्मीरी शहद और उत्तराखंड के ऊनी परिधान खास आकर्षण के केंद्र बने हुए हैं।
इस खास प्रदर्शनी में उच्च कोटि के खादी उत्पादों के स्टाल लगाए गए हैं। प्रदर्शनी में कई खादी संस्थाएं और जम्मू-कश्मीर में ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’ के तहत काम कर रही अनेक इकाइयों हिस्सा ले रही हैं। कश्मीर के ऊंचे पहाड़ी इलाकों से लाया गया शहद, ऊनी कपड़े और शॉल हर किसी का ध्यान खींच रहे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड के ऊनी उत्पादों के साथ अन्य उत्पाद भी ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल से मलमल के कपड़े, पंजाब से कोटि शॉल, कानपुर से चमड़े के उत्पाद, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के टेराकोटा मिट्टी के बर्तन और राजस्थान से अचार, मुरब्बा व हर्बल दवा जैसे कई बेहतरीन उत्पाद प्रदर्शनी में शामिल हैं। बिहार व पंजाब से विभिन्न प्रकार के सिल्क, सूती व रेडीमेड कपड़े भी प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी के दौरान खादी फैब्रिक और रेडीमेड कपड़ों पर 30% की विशेष छूट दी जा रही है।
प्रदर्शनी का उदघाटन KVIC के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने किया। इस अवसर पर उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक एक बड़ा कदम बताया।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के बाद KVIC की यह ऐसी दूसरी प्रदर्शनी है। इससे पूर्व अक्तूबर माह में लखनऊ में लॉकडाउन के बाद पहली खादी प्रदर्शनी लगाई गई थी।