सरकार का काम भर्ती प्रक्रिया शुरू करना है न कि भर्ती पर रोक लगाना- धन सिंह..
उत्तराखंड: राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गैर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में विसंगतियों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि सरकार की भूमिका भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की है, न कि भर्तियों पर रोक लगाना है।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कहना हैं कि सरकार की तरफ से अशासकीय विद्यालयों से पूछा गया है कि उनके द्वारा जिन शिक्षकों के भर्तीया की जानी है उसमें किस प्रकार से पारदर्शिता लाई जा सकती हैं और जैसे ही विद्यालय प्रबंधन भर्ती प्रक्रिया के पारदर्शिता को बताएगा सरकार की तरफ से अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया उसके बाद शुरू कर दी जाएगी। बता दें कि आसपास के विद्यालयों में शिक्षकों के हो रही नियुक्तियों को लेकर लगातार कई शिकायतें सरकार को मिल रही है, जिसमें गड़बड़ियां और नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली करने की शिकायत सबसे प्राथमिकता पर है।
16 सितंबर को होगी चारधाम यात्रा को लेकर सुनवाई..
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटवाने के लिए राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में प्रार्थना की है। सुप्रीम कोर्ट से विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) वापस लेने के बाद सरकार अब यात्रा शुरू करने पर लगी रोक हटवाने के लिए प्रयासरत है। शुक्रवार को हाईकोर्ट के मुख्य स्थायी अधिवक्ता (सीएससी) चंद्रशेखर रावत ने इस मामले को उठाया।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान और न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने सरकार की प्रार्थना को स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए 16 सितंबर की तिथि तय की है। जून 2021 में हाईकोर्ट ने कोविड से संबंधित जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए अधूरी तैयारियों, स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी, कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए पर्याप्त इंतजाम न होने के आधार पर चारधाम यात्रा पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के इस आदेश को एसएलपी के जरिये सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिस पर सुनवाई नहीं हुई थी।
इधर, चारधाम यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों और व्यवसायियों ने भी आंदोलन शुरू कर दिया था। बीते दिनों महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर और मुख्य स्थायी अधिवक्ता चंद्रशेखर रावत ने मुख्य न्यायाधीश के समक्ष यात्रा पर लगी रोक हटाने के लिए प्रार्थना की थी। इस पर हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी विचाराधीन होने का हवाला देते हुए इस पर विचार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी एसएलपी वापस ले ली थी।
यात्रा का सिर्फ एक महीना शेष..
चारधाम यात्रा का मुश्किल से एक महीना शेष बचा है। अक्तूबर-नवंबर में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा छह माह के लिए स्थगित हो जाएगी। इस साल अप्रैल व मई में चारों धामों के कपाट विधि विधान से खुल गए थे, लेकिन तीर्थ यात्रियों को दर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई।
प्रदेश सरकार ने जुलाई से चारधाम यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया था, लेकिन जून में हाईकोर्ट ने कोविड से संबंधित जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए अधूरी तैयारियों, स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी, कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए पर्याप्त इंतजाम न होने के आधार पर चारधाम यात्रा पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई थी