ट्रैक्टर में बैठकर विधानसभा पहुंचे निर्दलीय विधायक उमेश कुमार..
उत्तराखंड: विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है। इस बीच गन्ना किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने की मांग को लेकर निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ट्रैक्टर लेकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ट्रैक्टर पर सवार होकर सड़ी फसल लेकर विधानसभा पहुंच गए। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें विधानसभा के मुख्य गेट पर ही रोक लिया। इस बीच निर्दलीय विधायक और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। जन्माष्टमी पर्व के चलते माना जा रहा है कि बजट पारित करने के लिए विधानसभा का सत्र देर तक चल सकता है। हांलाकि कार्यमंत्रणा की बैठक में विधानसभा के मानसून सत्र को आठ सितंबर तक चलाने पर सहमति बनी है।
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड विधानसभा सत्र की शुरूआत में डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर चर्चा की जा रही है। डेंगू से अब तक प्रदेश में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इससे पहले सत्र के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ट्रैक्टर पर सवार होकर सड़ी फसल लेकर विधानसभा पहुंच गए। वह गन्ना किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने की मांग लेकर ट्रैक्टर और फसल लेकर विधानसभा पहुंचे। लेकिन ट्रैक्टर को विधानसभा के प्रवेश गेट पर ही रोक दिया गया। सुरक्षाकर्मी बड़ी संख्या में गेट और गेट की दूसरी तरफ पहुंच गए। इस बीच निर्दलीय विधायक और अधिकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई उमेश कुमार ने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
वहीं दूसरी ओर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने सदन के बाहर अपनी तमाम मांगों को लेकर प्रदर्शन कर माहौल बनाने की कोशिश की। विपक्ष के प्रदर्शन में हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने टिहरी विस्थापितों को भूमि पर अधिकार दिलाने की मांग की। वहीं अन्य विधायकों ने प्रदेश में अतिक्रमण हटाने के नाम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक अनुपम रावत वन गुर्जरों को अधिकार देने की मांग कर रही हैं। अपनी इसी मांग को लेकर वह विधानसभा की सीढ़िया पर धरने पर बैठ गई हैं।
बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार की ओर से आज अनुपूरक बजट पेश करने के साथ ही राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण समेत अन्य विधेयक, वित्त विभाग की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट, लेखा प्रत्यावेदन रिपोर्ट को सदन में पेश किया जाएगा। आज प्रश्न काल भी होगा। जन्माष्टमी पर्व को देखते हुए माना जा रहा है बजट पारित करने के लिए सत्र देर रात तक चल सकता है। हालांकि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सत्र को आठ सितंबर चलाने का एजेंडा तय हुआ है। उधर , विपक्ष सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहा है।
अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी का ना हो उत्पीड़न-सीएम धामी..
उत्तराखंड: अतिक्रमण को लेकर सीएम धामी हमेशा कड़ा रूख अपनाते हुए नजर आए हैं। लेकिन कुछ स्थानों से अतिक्रमण हटाने के दौरान लोगों के उत्पीड़न की खबरें भी सामने आई थी। जिसके बाद सीएम धामी का बयान सामने आया है। सीएम धामी ने कहा है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी का भी उत्पीड़न ना हो। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी नागरिकों को आश्वस्त किया है कि सड़कों के किनारे राजकीय भूमि में अतिक्रमण हटाने के नाम पर सरकारी मशीनरी द्वारा किसी भी नागरिक का उत्पीडन नहीं किया जाएगा। किसी के भी वैध निर्माण में किसी भी तरह की तोड़-फोड़ नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिए हैं कि जिलाधिकारी ये सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी विभाग द्वारा किसी भी नागरिक का उत्पीड़न न हो। जब तक ये सुनिश्चित नहीं हो जाता कि किया गया निर्माण राजकीय भूमि में हैं और अवैध निर्माण को हटाया जाना आवश्यक है, तब तक कोई तोड़-फोड़ नहीं की जाए।
जहां एक ओर सीएम धामी ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया है कि अतिक्रमण तोड़ने के दौरान किसी का भी उत्पीड़न नहीं होगा तो वहीं सीएम धामी ने ये साफ-साफ कहा है कि प्रदेश में लैंड जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ने कहा है कि लैंड जिहाद को लेकर सख्ती बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि वन भूमि में लैंड जिहाद के नाम पर किए गए अवैध कब्जों के विरूद्ध कार्यवाही जारी रहेगी।