निःसहाय लोगों की सहायता करना प्राधिकरण का उद्देश्य: अनामिका..
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जागरूकता शिविर का आयोजन..
रुद्रप्रयाग। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से ‘हक हमारा भी तो है‘ के अंतर्गत जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अनामिका सिंह ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य निःसहाय और आर्थिक रूप से विपन्न लोगों तथा महिलाओं की सहायता करना है। उन्होंने बताया कि पैन इंडिया कार्यक्रम के तहत प्राधिकरण विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है, जिसके तहत जेल में निरुद्ध कैदियों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
साथ ही उन्हें विधिक जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के माध्यम से अनुसूचित जाति-जनजाति, महिलाओं-बच्चों, बुजुर्गों तथा कैदियों आदि को निःशुल्क विधिक सहायता तथा अधिवक्ता प्रदान किए जाते हैं।
वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक रंजना गैरोला भट्ट ने घरेलू हिंसा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि जो भी महिला किसी की प्रकार हिंसा से पीड़ित है, वह वन स्टॉप सेंटर में आकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती है। उसकी समस्या का तुरंत निराकरण किया जाएगा। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने बच्चों से संबंधित जानकारी प्रदान की।
उन्होंने कहा कि बाल श्रम और नाबालिक विवाह एक गंभीर अपराध है और इन मामलों में बहुत जागरुक होने की जरूरत है। खंड विकास अधिकारी प्रवीण भट्ट ने कहा कि हर व्यक्ति को विधिक जानकारी होना आवश्यक है और इस प्रकार के जागरुकता शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि समाज का हर वर्ग जागरुक हो सके। बाल विकास परियोजना अधिकारी देवेश्वरी कुंवर ने बाल विकास में संचालित समस्त योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
मंच का संचालन करते हुए रिटेनर अधिवक्ता यशोदा ने विभिन्न कानूनों की जानकारी प्रदान की। शिविर में लगभग 30-40 विधिक मामलों का मौके पर निस्तारण किया गया तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिविर में आये हुए ग्रामीणों एवं महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया। शिविर में क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि, महिलाएं, आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकत्री सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।